अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली:भारत में वैक्सीन की इतनी क़िल्लत होने के बावजूद केंद्र सरकार अपनी जिम्मेदारी से दूर भाग रही है और भाजपा के बड़े नेता केंद्र की नाकामियों को छुपाने के लिए बयानबाजी करना नहीं छोड़ रहे है। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री श्री मनीष सिसोदिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से केंद्र में बैठी भाजपा सरकार को नसीहत दी है कि भाजपा के नेता अब नींद से जागे और गन्दी राजनीति करने के बजाय देश की जनता के लिए वैक्सीन उपलब्ध करवाए। उपमुख्यमंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी की गंदी राजनीति पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि बीजेपी के नेता आजकल मीडिया में आते हैं तो केवल केजरीवालजी को गाली गलौज करते हैं. बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने जब प्रेस कॉन्फ्रेंस की तो जनता ये टकटकी लगाए बैठी थी कि संबित पात्रा लोगों के लिए वैक्सीन लाने की बात करेंगे।
ये बताएंगे कि बच्चों के लिए मोडर्ना, फाइजर की वैक्सीन कब उपलब्ध होगी। लेकिन संबित पात्रा ने जनता के हितों के मुद्दों पर बात करने के बजाए अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में 15 मिनट तक केवल अरविंद केजरीवाल को बुरा भला कहा गालियां दी। ये साफ दर्शाता है कि केंद्र में बैठी भाजपा और उसके नेताओं को न तो देश के लोगों की चिंता है न ही उनके पास देश के लिए कोरोना मैनेजमेंट का कोई विज़न है।उपमुख्यमंत्री ने कहा कि आजकल भाजपा का ये ट्रेडमार्क बन चुका है। जनता सवाल पूछती है कि वैक्सीन कब आएगी, वैक्सीन के लिए ग्लोबल ऑडर क्यों नहीं दिए, हमारे बच्चों की वैक्सीन विदेशों में क्यों और कितने में बेची। लेकिन भाजपा के नेता इन सवालों का बस एक जबाव देते है कि केजरीवाल खराब है। जनता भाजपा के नेताओं से सवाल करती है लेकिन जबाव में केजरीवाल के लिए गालियां मिलती है। भाजपा के नेताओं की दिनचर्या बन चुकी है कि जनता के सवालों का जबाव देने के बजाए वे रोज़ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर के केजरीवाल को गालियां देते है और वैक्सीन के मुख्य मुद्दे से जनता को गुमराह करते है।उपमुख्यमंत्री ने कहा कि अब संबित पात्रा को और भाजपा के बाकी नेताओं को बताना होगा कि भारत के युवाओं के हिस्से की वैक्सीन विदेशों में क्यों बेची? वैक्सीन के लिए जारी किया गया 36 हज़ार करोड़ का बजट कहां गया? भारत में वैक्सीन बने 8 महीने हो चुके है उसके बावजूद देश में वैक्सीन उपलब्ध क्यों नहीं है? उपमुख्यमंत्री ने केंद्र की भाजपा सरकार से सवाल करते हुए कहा कि वो अबतक कहां सो रहे थे। जब। जनता कोरोना से मर रही थी तब वो इमेज मैनेजमेंट और चुनाव मैनेजमेंट में क्यों व्यस्त थे.उपमुख्यमंत्री ने कहा कि आज प्राइवेट अस्पतालों के पास वैक्सीन मौजूद है। लेकिन किसी भी राज्य सरकार के पास अपने युवाओं को मुफ्त में लगाने के वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। केंद्र सरकार राज्य सरकारों को वैक्सीन मुहैय्या नहीं करवा रही है इससे राज्यों को अपने वैक्सीनेशन केंद्रों को बंद करना पड़ रहा है। उन्होंने सवाल किया कि प्राइवेट अस्पतालों के पास इतनी बड़ी मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध क्यों है? क्या केंद्र सरकार उन्हें पिछले दरवाजे से वैक्सीन उपलब्ध करवा रही है। वैक्सीन के लिए केंद्र सरकार का कथित 36 हज़ार करोड़ का बजट वैक्सीन पर खर्च करने के लिए है या वैक्सीन को बेचकर मुनाफा कमाने के लिए निवेश। मनीष सिसोदिया ने केंद्र सरकार में बैठे भाजपा के नेताओं को नसीहत देते हुए कहा कि देश को वैक्सीन की ज़रूरत है इसलिए केंद्र जनता को वैक्सीन मुहैय्या करवाए न कि उसके नेता बयानबाजी कर अरविंद केजरीवाल को गाली दे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की ये जबावदेही है कि वो जनता के सवालों का जबाव दे। बताए कि जनता के लिए वैक्सीन कब आएगी। केंद्र सरकार को ये स्वीकार करना होगा कि उनके नेतृत्व क्षमता की कमी से भारत में वैक्सीनेशन कार्यक्रम का बंटाधार हो गया है। न कि बयानबाजी देश का बेड़ागर्क करें।
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