अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़: बीजेपी चुनाव जीतने के लिए किसी भी अपराधी को अपने साथ ला सकती है, बल्कि वह जीत के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। हरियाणा में निकाय के चुनाव हो रहे है। जिस में भाजपा का भ्रष्ट चेहरा देखने को मिला। जिसका उदाहरण है समालखा चेयरमैन प्रत्याशी के खिलाफ गंभीर धाराओं के साथ केस दर्ज है। बीजेपी का यह प्रत्याशी जबरन वसूली के मामले में नामजद है। वर्ष -2017 में वे इसी मामले में 1 साल जेल में भी रह चुके हैं। इस मामले की अगली सुनवाई 12 जुलाई 22 को होनी है। ऐसे गंभीर अपराध में नामजद होने के बावजूद भी खट्टर सरकार ने उन्हें समालखा से उम्मीदवार बनाया है। इसकी जानकारी आज पत्रकारों से बातचीत के दौरान आम आदमी पार्टी के राज्य प्रभारी एवं राज्यसभा सांसद डॉ सुशील गुप्ता ने दी।
डॉ गुप्ता ने पानीपत में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि बीजेपी सरकार जनता को ठगने का काम कर रही है। समालखा बीजेपी उम्मीदवार के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज होने के बावजूद भी बीजेपी सरकार ने उन्हें उम्मीदवार बनाया। ऐसे मामलों में 10 साल से ज्यादा की सजा हो सकती है। इसलिए बीजेपी उम्मीदवार समालखा से बतौर चेयरमैन प्रत्याशी चुनाव नहीं लड़ सकते, जोकि म्युनिसिपैलिटी एक्ट का उल्लंघन है। उन्होंने बताया कि उम्मीदवार के खिलाफ आम आदमी पार्टी ने चुनाव आयोग में अपनी आपत्ति दर्ज करवा दी है। अगर राज्य चुनाव आयुक्त कार्रवाई नहीं करेंगे तो राष्ट्रीय चुनाव आयुक्त को शिकायत की जाएगी।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता अनुराग ढांडा ने कहा कि समालखा से चेयरमैन पद के प्रत्याशी के खिलाफ समालखा के ही कोर्ट में केस चल रहा है। खट्टर सरकार और प्रशासन की मिलीभगत से ही ऐसे व्यक्ति को उम्मीदवार बनाया गया है। वे जनता से अपील करते हैं कि जिस उम्मीदवार को कानूनन चुनाव लड़ने का अधिकार ही नहीं है, ऐसे प्रत्याशी को वोट देना वोट खराब करना है। उन्होंने खटटर सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा जनता के सामने सच्चाई न बता उसे ठगने का काम कर किया है। आपराधिक छवि के व्यक्ति को टिकट देकर यह साबित कर दिया है कि बीजेपी अपराधियों को संरक्षण देने का काम करती है।
आम आदमी पार्टी की राज्य स्तरीय लीगल सेल के सेंट्रल ऑब्जर्वर मोक्ष पसरिजा ने कहा कि ये जानबूझकर किया जाने वाला कृत्य है। स्थानीय अदालत ने मामला विचाराधीन होने के बावजूद भी उम्मीदवार ने जनता से अपने अपराधिक केस छुपाने का काम किया है। इसकी शिकायत राज्य चुनाव आयोग और राष्ट्रीय चुनाव आयोग में की जा चुकी है। एक-दो दिन में चुनाव आयोग कार्रवाई कर सकता है। अगर फिर भी कोई कार्रवाई नहीं होती तो पार्टी हाई कोर्ट जा सकती है। इस मौके पर आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष सुखबीर मलिक, जिला संगठन मंत्री राकेश चुग, जिला लीगल सेल के अध्यक्ष जगदीप घनघस और अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।
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