अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़: हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने आज लोहड़ी का पावन पर्व शिशु गृह सेक्टर -15 में बच्चों के साथ बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया। बाल कल्याण परिषद हरियाणा के तत्वावधान में राज्य स्तरीय लोहड़ी समारोह के आयोजन पर राज्यपाल ने शिशु गृह पहुंच कर बच्चों से मुलाकात की और उनके साथ खुशी सांझा की। राज्यपाल ने उनका हालचाल भी जाना। बच्चों ने भी दत्तात्रेय को लोहड़ी की शुभकामनाएं दी। इसके बाद डारू दत्तात्रेय ने लोहड़ी दहन किया। इस अवसर पर बच्चों और अन्य कलाकारों ने मंच पर रंगारंग कार्यक्रम पेश किए जिसकी अतिथियों ने खूब सराहना की। इससे पूर्व शिशु गृह पहुँचने पर हरियाणा बाल कल्याण परिषद की मानद महासचिव रंजीता मेहता ने राज्यपाल का स्वागत किया।
इस अवसर पर पुलिस उपायुक्त सुमेर प्रताप सिंह, अतिरिक्त उपायुक्त वर्षा खंगवाल, नगर निगम की संयुक्त आयुक्त ऋचा राठी, एचएसवीपी के संपदा अधिकारी मानव मलिक, बाल कल्याण परिषद की उपाध्यक्ष परिशा शर्मा, रेड क्रॉस सोसाइटी की उपाध्यक्ष सुषमा गुप्ता, सचिव मुकेश अग्रवाल, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नायब सैनी की धर्म पत्नी सुमन सैनी, भाजपा जिला अध्यक्ष दीपक शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष बंतो कटारिया, स्वामी अमृता दीदी और अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर मौजूद रहे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए दत्तात्रेय ने कहा कि उन्हें हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद द्वारा शिशु गृह, पंचकूला में आयोजित नववर्ष, लोहड़ी और मकर संक्राति के पावन पर्व पर बच्चों के बीच आकर बेहद खुशी हो रही है। इस पावन पर्व पर शिशु गृह के नन्हें-मुन्ने बच्चों के खिल-खिलाते चेहरों पर खुशी और आखों में आशाओं की किरण देखकर वे बेहद आनंदित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने बच्चों के लिए बेहतर स्वास्थ्य, मंगलमय जीवन और उज्जवल भविष्य की कामना की।उन्होंने कहा कि लोहड़ी, मकर संक्राति, बसंत पंचमी, होली-दिवाली जैसे पावन पर्व हमारे देश की महान संस्कृति, सभ्यता, परंपरा व रीति-रिवाजों के परिचायक हैं, जो हमारे जीवन में खुशहाली, सुख-समृद्धि, सुख-शांति, आपसी सद्भाव, भाईचारे एवं खुशियों के रंग भरते हैं तथा हमें नई उमंग-उत्साह, स्फूर्ति व ताजगी का एहसास कराते हैं। प्रति वर्ष लोहड़ी का त्यौहार हमारे जीवन में आनंद लेकर आता है।राज्यपाल में कहा की हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद् वर्ष 1971 से हरियाणा में बच्चों के लिए आत्मियता और मानवता से परिपूर्ण सराहनीय सेवाएं प्रदान कर रही है। परिषद् प्रदेश के सभी बाल भवनों एवं लघु बाल भवनों के द्वारा 18 वर्ष तक के बच्चों के लिए ज्ञान वर्धक एवं स्वास्थ्य वर्धक गतिविधियां चला रही हैं, जिनमें कंप्यूटर केंद्र, क्राफ्ट केंद्र, शिशु पालन केंद्र, बाल पुस्तकालय, मॉडल डे केयर केंद्र, प्रतिभा खोज कार्यक्रम, प्रारंभिक कक्षाएं/स्कूल, बच्चों की रचनात्मक क्षमताओं को बढ़ाने के लिए राज्य स्तरीय प्रतियोगिताएं आदि शामिल है।
उन्होंने कहा कि परिषद बाल गृहों के माध्यम से अनाथ एवं बेसहारा बच्चों को आवासीय सेवाएं प्रदान कर रही है। इसके अलावा अन्य महत्वपूर्ण कार्यक्रम, जिसमें दत्तक ग्रहण, स्पेशल एडॉप्शन कार्यक्रम, प्रारंभिक कक्षाएं, सांयकालीन कक्षाएं, कोचिंग, मार्गदर्शक कक्षाएं तथा स्पेशल बच्चों के लिए सवेरा एवं प्रयास स्कूल, नशा मुक्ति केंद्र, परिवार परामर्श केंद्र, स्पॉन्सरशिप कार्यक्रम के साथ-साथ गरीब बच्चों के लिए ओपन शेल्टर होम भी चला रही है, जोकि बेहद सराहनीय कदम है।हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद एक मान्यता प्राप्त दत्तक ग्रहण संस्था है, जो बच्चों को देश और विदेशों में गोद लेने के लिए भारत सरकार से मान्यता प्राप्त संस्था है।इस अवसर पर संबोधित करते हुए बाल कल्याण परिषद, हरियाणा की मानद महासचिव रंजीता मेहता ने बताया कि परिषद द्वारा वर्ष 1981 से अब तक देश और विदेश में 600 बच्चों को गोद दिया जा चुका है जिसमें से 431 बच्चों को देश में और 169 बच्चों को विदेशों में गोद दिया गया है। शिशु गृह द्वारा अब तक कुल 577 बच्चों, जिसमें देश में 416 और अंतर्देशीय स्तर पर 161 बच्चों को दत्तक ग्रहण के माध्यम से गोद दिया गया है। इस मौके पर राज्यपाल ने शिशु गृह के बच्चों को लोहड़ी भेंट कर आशीर्वाद दिया। उन्होंने सांस्कृतिक प्रस्तुति देने वाले बच्चों की भी सम्मानित किया ।
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