अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़:हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि नूंह हिंसा को अंजाम देने के लिए प्री-प्लान किया गया और गोलियां चलाई गई और पहाड़ों पर चढ़कर गोलियां मारी गई। इसी प्रकार,छतों पर पत्थर इकटठे किए गए व मोर्चें बनाए गए। इन सबकी जानकारी ली जा रही है और इन सब पर कार्रवाई की जाएगी।विज आज चंडीगढ़ में मीडिया कर्मियों के सवालों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि यह प्री-प्लान था और वहां पर लाठियां थी, मोर्चे बनाएं गए, गोलियां चलाई गई, यह किसी न किसी ने व्यवस्था की है, यह प्लानिंग के साथ किया गया है और हम इसकी गहराई तक जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि नूंह हिंसा के संबंध में जिस-जिस पर केस बनता है उस पर कार्रवाई की जाएगी और जरूरत हुई तो बुलडोजर भी चलाया जा सकता है । उन्होंने कहा कि लोगों के ब्यान लिए जा रहे हैं और सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही है। कवरेज करने गए पत्रकारों से भी आग्रह किया गया है कि वीडियो व फीड है तो अधिकारियों को मुहैया करवाएं ताकि आगामी कार्यवाही की जा सकें। विज ने बताया कि उस यात्रा के दौरान किसी ने मोबाईल पर वीडियो बनाई है तो उन्हें भी आगे आकर ऐसी वीडियो मुहैया करवानी चाहिए और उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी। भिवानी के एसपी नरेन्द्र बिजारणिया का तबादला कर नूंह में लगाए जाने के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यह अधिकारी पिछले एक से दो साल तक नूंह में रहे हैं और नूंह के एसपी छुट्टी पर थे,जब यह हादसा हुआ तो इन्हे लगाया गया और अब इनको नूंह का स्थाई एसपी लगाया दिया गया है। इंटेलिजेंस इनपुट के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि किसके पास क्या इंटेलिजेंस इनपुट थी,किस स्तर की थी, किसको बताया गया, इसकी जांच कराएंगें। इस बारे में जांच कराने के लिए उनके द्वारा निर्देश दे दिए गए हैं। एक स्टिंग ऑपरेशन के संबंध में उन्होंने कहा कि एक इंस्पेक्टर कुछ कहते हुए सुनाई दे रहा है, वह वीडियो गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को उनके द्वारा भेजी गई है।राजस्थान के मुख्यमंत्री द्वारा हरियाणा पुलिस के सहयोग को लेकर लगाए गए आरोप के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री का बयान गैर-जिम्मेदाराना है। उन्होंने इसे लोगों की लाशों के ऊपर राजनीति करने वाला बयान बताया। नूंह हिंसा में साइबर थाने पर आक्रमण के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे इस एंगल से भी जांच करें कि कहीं यह साइबर ठगों द्वारा साइबर थाने पर आक्रमण तो नहीं किया गया।उन्होंने कहा कि नूंह में कर्फ्यू में बीच-बीच में ढील दे रहे हैं, समय-समय पर अधिकारी इन सब चीजों का आंकलन कर रहे है, जैसे- जैसे सामान्य होता जाएगा वैसे-वैसे इंटरनेट को शुरू कर दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि शांति बहाली के लिए शांति समितियों की बैठक हो रही है। उन्होंने कहा कि किसी को भी धार्मिक अनुष्ठान करने से हम रोकना नहीं चाहते, लेकिन किसी भी व्यक्ति को कानून हाथ में नहीं लेना चाहिए। कांग्रेस नेता राहुल गांधी को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि हमें इससे कोई दिक्कत नहीं हैं और कोई फर्क नहीं पड़ता है
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