अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़:हरियाणा पुलिस द्वारा महिला विरोध अपराधों को रोकने के लिए किए जा रहे कार्यों के सकारात्मक परिणाम सामने आने लगे हैं जिसके चलते प्रदेश में वर्ष -2023 में महिलाओं के विरुद्ध अपराध में 12% तक कमी दर्ज की गई है। इसी प्रकार डकैती संबंधी मामलों में वर्ष 2022 की तुलना में वर्ष 2023 में 30%, छीना झपटी संबंधी मामलों में 18.33%, गंभीर चोट संबंधी मामलों में 8% की गिरावट दर्ज की गई है। यह जानकारी पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में दी गई। इस बैठक में प्रदेश भर के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में महिला सुरक्षा को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि हमें उन सभी क्षेत्र में ध्यान केंद्रित करते हुए कार्य करना है जहां पर महिलाएं खुद को असुरक्षित महसूस करती हो।
उन्होंने पुलिसकर्मियों से कहा कि वे अपने-अपने जिलों में महिलाओं की टीम तैयार करें जो हॉटस्पॉट क्षेत्र में जाकर महिलाओं के साथ छेड़छाड़ करने वाले आवारा लड़कों को सबक सिखाएं। इस बारे में पुलिस आयुक्त गुरुग्राम विकास अरोड़ा ने बताया कि गुरुग्राम में पिछले दिनों इस प्रकार का अभियान चलाया गया जिसमें इस प्रकार के शरारती लड़कों के परिजनों को अवगत करवाते हुए कड़ी चेतावनी दी गई ।कपूर ने कहा कि इस मामले में सभी सुनियोजित तरीके से एक दिशा में कार्य करे। महिला विरुद्ध अपराध संबंधी मामलों को लेकर पीड़ित महिला की शिकायत दर्ज अथवा समाधान होने के बाद भी महिलाओं से उनका हाल-चाल पूछते हुए फीडबैक लेते रहे। इस दौरान पुलिसकर्मियों द्वारा महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी ताकि उनमें सुरक्षा की भावना को बल मिल सके।बैठक में बताया गया कि महिलाओं तथा बच्चों के विरुद्ध आपराधिक घटनाओं को नियंत्रित करने के लिए प्रत्येक जिला में बनाई गई टीम को विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा। इसे लेकर गुरुग्राम जिला में एक सराहनीय पहल की जा रही है जिसके तहत महिला पुलिसकर्मी विद्यालयों आदि में जाकर महिलाओं व लड़कियो से बातचीत करते हुए उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगी। इसके लिए उनका अलग-अलग बैच में प्रशिक्षण करवाया जाएगा ताकि वे स्कूल, कॉलेज तथा अन्य हॉटस्पॉट क्षेत्रो में जाकर महिला सुरक्षा संबंधी चुनौतियों से निपटने को लेकर प्रभावी तरीके से कार्य कर सकें।बैठक में बताया गया कि हरियाणा पुलिस द्वारा पुलिस थानों में दर्ज 498 ए(दहेज ) के मुकदमों को लेकर भी महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। अब महिला की शिकायत दर्ज करवाने के उपरांत सभी तथ्यों की जांच पड़ताल करते हुए केवल असली आरोपी के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज किया जाएगा। जांच के दौरान निर्दोष लोगों के नाम निकालते हुए उन पर मुकदमा दर्ज नहीं किया जाएगा । इस मामले में असली दोषियों के खिलाफ ही कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस निर्णय से निर्दोष लोगों को बड़े पैमाने पर राहत मिलेगी। पुलिस महानिदेशक ने कहा कि प्रदेश में नशा तस्करी करने वालों को किसी हाल में बख्शा नहीं जाएगा और उन पर नियमानुसार सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मी नशा तस्करों के खिलाफ अभियान चलाते हुए उनकी अवैध संपत्तियों को निशाना बनाएं। इसके साथ ही जो लोग नशे की लत में पड़ गए हैं उनकी नशा मुक्ति के लिए सहायता करें। इसके लिए वे ग्राम प्रहरी की ड्यूटी लगाए। उन्होंने कहा कि अच्छा काम करने वाले ग्राम प्रहरी को सम्मानित करे ताकि बाकी लोग भी अच्छा काम करने के लिए प्रेरित हो।साइबर अपराध नियंत्रण को लेकर बैठक में विस्तार से चर्चा की गई। पुलिस महानिदेशक ने बताया कि साइबर अपराधी लोगों को साइबर ठगी का शिकार बनाने के लिए नियमित तौर पर अलग-अलग तरीके अपना रहे है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में टास्क बेस्ड साइबर क्राइम के मामले अपेक्षाकृत अधिक देखे जा रहे हैं। लोगों को साइबर अपराध से बचाव संबंधी जागरूक करने को लेकर जल्द ही बल्क एसएमएस सर्विस शुरू की जाएगी। इस दौरान साइबर अपराध रोकने को लेकर विस्तार से चर्चा भी की गई।उन्होंने बैठक में लेन ड्राइविंग के तहत किए जा रहे कार्यों की भी समीक्षा की। बैठक में पुलिस महानिदेशक ने पुलिस अधीक्षकों को निर्देश देते हुए कहा कि वे अपने-अपने अधिकार क्षेत्र से गुजरने वाले एनएच-152 डी, एनएच -44 तथा एनएच -9 पर लेन ड्राइविंग की पालना सुनिश्चित करें। इसके अलावा, ट्रांसपोर्ट यूनियनो के प्रतिनिधियों के साथ बैठक करते हुए लेन ड्राइविंग के बारे में आवश्यक जानकारी दी जा रही है। बैठक में गुरुग्राम के पुलिस आयुक्त विकास अरोड़ा ने बताया कि गुरुग्राम में ड्रोन के माध्यम से चालान किये जा रहे है। उन्होंने बताया कि 1 दिसम्बर से 13 दिसंबर तक लेन ड्राइविंग को लेकर 6000 वाहनों के चालान किए गए है। इसके अलावा, गुरुग्राम में शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों के भी चालान भी पहले की अपेक्षा डबल किए गए हैं।
बैठक में डीजीपी ने ग्राम प्रहरी योजना की भी समीक्षा की। उन्होंने बैठक में ग्राम प्रहरियों द्वारा किए जा रहे कार्यों को लेकर भी अधिकारियों से रिपोर्ट ली। उन्होंने कहा कि वे ग्राम प्रहरियों को अच्छा कार्य करने के लिए प्रेरित करें और अच्छा काम करने वाले ग्राम प्रहरियों को सम्मानित करें ताकि अन्य ग्राम प्रहरी भी उनसे प्रेरणा ले। बैठक में प्रदेश के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, रेंज के आईजी सहित पुलिस अधीक्षकों ने भाग लिया।
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