अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़:खेलों के क्षेत्रों में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी एक अलग पहचान बना चुके हरियाणा में अब गांव-गांव तक खेल आधारभूत ढांचा विकसित किया जाएगा, ताकि युवाओं की खेल प्रतिभाओं को बचपन से तराशा जा सके। इस संबंध में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने क्षेत्र अनुसार लोकप्रिय खेलों में युवाओं को प्रशिक्षित करने के लिए स्पेशलाइज्ड हाई पावर परफॉर्मेंस सेंटर खोलने की रूपरेखा तैयार करने के निर्देश दिए हैं। इन केंद्रों में केवल एक ही खेल का प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि युवा अपनी-अपनी रूचि के अनुसार उस खेल में पारंगत हो सके और प्रदेश व देश का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन कर सकें। मुख्यमंत्री आज यहां हरियाणा में खेलों के लिए नया आधारभूत ढांचा विकसित के रोडमैप के संबंध में खेल विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे। मनोहर लाल ने कहा कि राज्य सरकार की मंशा है कि हर क्षेत्र में स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बनाना है, इसके लिए बेहद जरूरी है कि क्षेत्र अनुसार जहां-जहां जो खेल लोकप्रिय हैं, वहां उन खेलों का प्रशिक्षण प्रदान किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि गांवों में लोकप्रिय खेलों व मांग के अनुसार स्पोर्ट्स नर्सरियां भी बनाई जाए, ताकि बच्चों की बुनियाद बचपन से ही मजबूत बन सके। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि खेल विभाग और पंचायत विभाग द्वारा गांवों में खेलों के लिए विकसित आधारभूत ढांचे की भी मैपिंग की जाए, ताकि जरूरत के अनुसार हर क्षेत्र में इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित किया जा सके। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि जन संवाद पोर्टल, ग्राम दर्शन और नगर दर्शन पोर्टल पर भी लोगों द्वारा उनके क्षेत्र में स्टेडियम, मिनी स्टेडियम, स्पोर्ट्स नर्सरी या अन्य संस्थान बनाने की मांग दर्ज की गई है तो उन मांगों की भी मैपिंग कर एक सूची तैयार की जाए।मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि पदक विजेता खिलाड़ी, जो आउटस्टैंडिंग स्पोर्ट्स पर्सन पॉलिसी (ओएसपी) के तहत नौकरी प्राप्त कर चुके हैं, उन्हें भी प्रोत्साहित किया जाए कि वे अपने-अपने खेलों में युवाओं को प्रतिभावान बनाने के लिए स्पोर्ट्स नर्सरियों का संचालन करें। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि खेल विभाग द्वारा स्पोर्ट्स पर्सन की सूची तैयार की जाए, जिनमें लोकप्रिय तथा छोटे स्तर पर खेलने वाले खिलाड़ी भी शामिल हों। उन्होंने कहा कि कई बार छोटे स्तर पर खेलने वाले खिलाड़ियों को बड़े टूर्नामेंट में खेलने का मौका नहीं मिल पाता, इसलिए सरकार ऐसे खिलाड़ियों को भी आगे बढ़ने का पूरा मौका देगी, ताकि कोई भी हुनरमंद खिलाड़ी पीछे न रहे। ऐसे खिलाड़ियों को उनके खेल के अनुसार ट्रेनिंग मुहैया करवाने पर भी पूरा फोकस किया जाएगा। बैठक में बताया गया कि जीआईएस हरियाणा पोर्टल पर राज्य में उपलब्ध स्पोर्ट्स इन्फ्रास्ट्रक्चर का पूरा डाटा अपलोड कर दिया गया है। वर्तमान में 11 स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर का कार्य विभिन्न स्तर पर निर्माणाधीन है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजकीय कॉलेजों में स्पोर्ट्स इन्फ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध है, इसलिए खेल विभाग द्वारा इसका उपयोग किया जा सकता है। बैठक में स्कूल शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधीर राजपाल, उच्चतर शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आनंद मोहन शरण, विकास एवं पंचायत विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अनिल मलिक, खेल विभाग के प्रधान सचिव नवदीप विर्क, खेल विभाग के निदेशक यशेंद्र सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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