अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़: हरियाणा के पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने आज पंचकूला की पुलिस लाइन में पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर ‘पुलिस शहीद स्मारक‘ पर पुष्प चक्र अर्पित कर भारतीय पुलिस बल के देशभर के 214 अमर शहीदों के बलिदानों को याद करके उन्हें श्रद्धांजलि दी। देश के पुलिस सेवा के सभी बलिदानियों को याद करते हुए डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने कहा कि आज हम भारतीय पुलिस सेवा के वीर सपूतों को श्रद्धांजलि देने के लिए एकत्रित हुए हैं जिन्होंने देश की कानून-व्यवस्था को कायम रखने, देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने तथा नागरिकों की जान-माल की सुरक्षा हेतु अपने प्राण न्यौछावर किए हैं। उन्होंने बताया कि हरियाणा राज्य के गठन से लेकर अब तक 83 पुलिसकर्मियों ने राज्य और इसके नागरिकों की सेवा करते हुए अपने प्राणों का बलिदान दिया है।
पुलिस महानिदेशक ने कहा कि आतंकवादी गतिविधियों से लड़ने के लिए हरियाणा पुलिस के जवानो को अत्याधुनिक हथियारों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है ताकि वे समाज विरोधी तत्वों के द्वारा पेश की जा रही चुनौतियों का मुकाबला कर सकें तथा नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित कर सके व राष्ट्रीय संपत्ति को नुकसान से बचाया जा सके।कपूर ने आगे कहा कि हरियाणा पुलिस को सशक्त बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। प्रदेश के सभी पुलिस थानों व चौकियों में आवश्यकता अनुरूप अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस तकनीकी उपकरण उपलब्ध करवाए गए हैं तथा सभी पुलिस थानों व पुलिस चौकियों को सीसीटीवी कैमरों से जोड़ा गया है। इसी प्रकार, शहीदों के परिजनों को दी जाने वाली अनुग्रह राशि को पहले से कई गुना बढ़ाया गया है। इतना ही नही, शहीद पुलिसकर्मियों के बच्चों को सरकारी नौकरी तथा आश्रित महिलाओं को मासिक वित्तीय सहायता भी दी जाती है। इसके साथ ही, बैंक के साथ किए गए अनुबंध के अनुसार शहीद पुलिसकर्मी के आश्रितों को 1 करोड़ रूपये की सहायता राशि भी अलग से प्रदान की जा रही है। पहले, पुलिस के जवानो की मृत्यु होने पर, उनके आश्रितों को नौकरी नही दी जाती थी। वर्ष-2019 में राज्य सरकार ने जवानों के आश्रितों को भी नौकरी प्रदान करने की ऐतिहासिक पहल शुरू की जिसके तहत अब तक 297 लोगों को एक्स-ग्रेशिया के तहत नौकरी प्रदान की जा चुकी है।कपूर ने बताया कि पुलिस विभाग द्वारा 22 पुलिस पब्लिक स्कूलों की स्थापना की गई है। इनमें पुलिस कर्मचारियों के बच्चों को पढ़ाई के खर्च में 50 प्रतिशत छूट प्रदान की जाती है। इन स्कूलों में वर्ष 2022-23 से मृतक पुलिस कर्मचारियों तथा मृतक एसपीओ के बच्चों को भी निःशुल्क शिक्षा दी जा रही है। उन्होंने बताया कि हरियाणा पुलिस द्वारा सेवानिवृत पुलिसकर्मी तथा चतुर्थ श्रेणी के पुलिसकर्मियों के बेरोजगार बच्चों को रोजगार दिलवाने के लिए उनमें कौशल विकास के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। ऐसे युवाओं को उनकी शैक्षणिक योग्यता अनुसार प्रशिक्षित करते हुए नौकरियां दिलवाई जा रही हैं। इसके लिए विभिन्न संस्थाओं से तालमेल स्थापित करते हुए काम किया जा रहा है। इन युवाओं को कंप्यूटर, ड्राइविंग, बैंकिंग तथा सिक्योरिटी गार्ड आदि के कोर्सेज करवाए जाते हैं ताकि वे आजीविका के साधन जुटा सकें।इतना ही नहीं, पुलिसकर्मियों के बच्चों की सुविधा के लिए पुलिस लाइनों में ई-लाइब्रेरी खोली जा रही है। अब तक प्रदेश में इस प्रकार की 14 ई-लाइब्रेरी खोली जा चुकी है जबकि अन्य का निर्माण कार्य प्रगति पर है। यहां पर पुलिसकर्मियों के बच्चों के अध्यापन के लिए ई-लर्निंग सहित कई अन्य अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान की गई हैं। हरियाणा पुलिस के अधिकारियों व कर्मचारियों के होनहार बच्चों को भी हरियाणा पुलिस कल्याण कोष से नियमित छात्रवृति प्रदान की जाती है।रूप में पुलिस कर्मचारियों के होनहार बच्चों को प्रदान की जा रही है।पुलिसकर्मियों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के लिए प्रदेश के प्रत्येक जिले में जिम खोली गई हैं जहां पर अत्याधुनिक मशीनें उपलब्ध करवाई गई हैं। यहां पर प्रशिक्षित ट्रेनर भी लगाए गए हैं। पुलिस के जवानों के स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए 35 वर्ष सेे अधिक आयु के पुलिसकर्मियों के निःशुल्क स्वास्थ्य जांच की पहल शुरू की गई है। उन्होंने बताया कि हरियाणा पुलिस द्वारा पुलिसकर्मियों को कम कीमत पर वर्दी तैयार करवाकर देने की भी पहल की गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा पुलिसकर्मियों के कल्याण की दिशा में ऐतिहासिक कदम बढ़ाते हुए कांस्टेबल तथा हैड कांस्टेबल के वर्दी भत्ते को 3000 हजार रूपये से बढ़ाकर 7500 रूपये वार्षिक किया गया है तथा एएसआई, एसआई, इंस्पेक्टर, डीएसपी का वर्दी भत्ता 4000 रूपये से बढ़ाकर 10 हजार रूपये प्रतिवर्ष किया गया है। इतना ही नहीं, कांस्टेबल और हैडकांस्टेबल को 200 रूपये, एएसआई को 250, एसआई को 300 तथा इंस्पेक्टर को 400 रूपये प्रतिमाह का मोबाइल अलाउंस दिया जाता है। इसी प्रकार, पुलिसकर्मियों को मिलने वाले यात्रा भत्ता में भी बढ़ोतरी की गई है। पहले पुलिसकर्मियों को 10 दिन का यात्रा भत्ता मिलता था जो अब बढ़ाकर 20 दिन कर दिया गया है।डीजीपी ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा आईआरबी और एचएपी के जवानो के राशन भत्ते को 840 रूपये से बढ़ाकर 2100 रूपये प्रतिमाह कर दिया गया है। इसी प्रकार, जिला पुलिस के डीएसपी व अन्य पुलिस ईकाईयों के पुलिस अधिकारियों का राशन भता 600 रूपये से बढ़ाकर 1500 रूपये प्रतिमाह कर दिया गया है। पहले एचएपी तथा आईआरबी के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को यह भत्ता नही दिया जाता था लेकिन अब इन चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को भी 800 रूपये प्रति माह का राशन भत्ता प्रदान किया जा रहा है। हरियाणा पुलिस के सभी प्रशिक्षण केन्द्रो में स्थाई व अस्थाई तौर पर नियुक्त प्रशिक्षक कर्मचारियों को मूल वेतन(बेसिक पे) का 20 प्रतिशत की दर से प्रशिक्षण भत्ता मंजूर किया जा चुका है।इस मौके पर डीएवी पुलिस पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा शहीद पुलिसकर्मियों के सम्मान में गीत प्रस्तुत किया गया जो काफी मर्मस्पर्शी था और जिसे काफी पसंद किया गया।
क्यों मनाया जाता है पुलिस स्मृति दिवस
गौरतलब है कि 21 अक्तूबर 1959 को भारत-तिब्बत सीमा पर लद्दाख के क्षेत्र में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के दस जवान सीमा पर गश्त करते समय चीनी सैनिकों द्वारा घात लगाकर किए गए हमले का शिकार हुए थे। तभी से 21 अक्तूबर को पुलिस स्मृति दिवस के रूप में मनाने की परम्परा आरम्भ हुई थी।
ये रहे उपस्थितः-
कार्यक्रम में राज्य अपराध शाखा की अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ममता सिंह, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अमिताभ ढिल्लो, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (लॉ एंड ऑर्डर) संजय कुमार, पुलिस महानिरीक्षक एवं पुलिस आयुक्त पंचकूला सिबास कविराज, पुलिस महानिरीक्षक हरदीप दून तथा राकेश आर्य सहित कई अन्य अधिकारीगण भी उपस्थित रहे।
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