अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चण्डीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों से समाज व जनता को बहुत अपेक्षाएं होती हैं इसलिए बेहतर कार्य करते हुए सरकार के ध्येय अनुसार अंत्योदय की भावना से कार्य करेें। उन्होंने कहा कि वे जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरते हुए लोगों को लाभ पहुंचाना सुनिश्चित करें।मुख्यमंत्री आज यहां एचसीएस 2020 बैच के अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिविल सर्विस का यह सबसे बड़ा बैच है और सरकार ने मेरिट के आधार पर सभी अधिकारियों का चयन किया है। उन्होंने कहा कि कठिन कोविड काल में ज्वाइन करते हुए उन्हें कठिनाइयां झेलनी पड़ी और इन कठिनाइयों में उनकी स्वत: ट्रेनिंग हुई है जिससे उन्हें आगे कार्य करने में आसानी होगी। सिविल सर्विस अधिकारी अपनी मजबूत इच्छा शक्ति और नैतिक दायित्व के साथ ईमानदारी से कार्य करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि कार्य के प्रति इनिसिएटिव लेने का प्रयास करें और कार्य मेें पूर्णता की ओर बढ़े। उन्होंने कहा कि अच्छी शुरूआत उन्हें सुनहरे भविष्य की ओर लेकर जाएगी।
मुख्मयंत्री ने कहा कि परिवार पहचान पत्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। इस योजना से इस वर्ष एक लाख गरीब परिवारों के जीवन में सामाजिक और आर्थिक खुशहाली आएगी। इस योजना के तहत 64 लाख परिवारों की वेरिफिकेशन का कार्य किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त, जन्म प्रमाण पत्र, मृत्यु प्रमाण पत्र, विवाह प्रमाण पत्र आदि को भी पीपीपी से जोड़ा जाएगा। इसके बाद यह प्रमाण पत्र बनकर लोगों को उनके घर में उपलब्ध करवाए जाएंगेे। उन्होंने कहा कि पैंशन योजना को भी पीपीपी से जोड़ा जाएगा, जिस लाभार्थी की आयु 60 साल हो जाएगी, उसकी स्वत: ही पैंशन मंजूर हो जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरी फसल मेरा ब्यौरा योजना में हरियाणा की प्रत्येक एकड़ भूमि का साल में दो बार रजिस्ट्रेशन किया जाना है। सरकार का लक्ष्य किसानों की फसल का मूल्यांकन कर उनकी आमदनी को दोगना करना है। स्वामित्व योजना में भी गांवों के लोगों को भू-मालिक होने के प्रमाण पत्र दिए जाएंगे। म्हारा गांव जगमग गांव योजना के तहत प्रदेश के लगभग 5500 गांवों में 24 घण्टे बिजली दी जा रही है।
शेष गांवों को भी आगामी वर्ष तक इस योजना से जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि इस योजना के लिए ग्रामीणों को बिजली बिल भरने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।फिल्ड का अनुभव होना आवश्यक मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज हित के कार्य सीखने के लिए हर सिविल अधिकारी को फिल्ड का अनुभव होना जरूरी है। एचसीएस अधिकारियों की खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी के पद पर हुई नियुक्ति को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके मन में यह विचार नहीं आना चाहिए कि उन्हें कौन सा कार्य मिला है। कुछ समय पहले आईएएस अधिकारियों को भी प्रशिक्षण के दौरान बीडीपीओ लगाया जाता रहा है। बीडीपीओ के जिम्मे गांवों का विकास होता है और यह पद उनमें निपुणता लाएगा तथा निपुणता ही बेस्ट आफिसर बनाती है। उन्होंने कहा कि अपनी कार्यशैली में सुधार करते हुए सिविल सर्विस के हरफनमौला बनेें। मुख्यमंत्री ने सिविल सर्विस अधिकारियों के साथ अपने अनुभव एवं सुझाव भी सांझा किए। इस मौके पर मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव श्री डी एस ढेसी, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डा. अमित अग्रवाल, मुख्यमंत्री की उप प्रधान सचिव श्रीमती आशिमा बराड़, कार्मिक प्रशिक्षण के विशेष सचिव श्री अशोक कुमार मीणा सहित सिविल सर्विस अधिकारी मौजूद रहे।
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