अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़:ई-कॉमर्स कंपनियों से वेयरहाउसिंग की बढ़ती मांग को देखते हुए,हरियाणा सरकार ने फ्लिपकार्ट समूह को हरियाणा राज्य औद्योगिक और आधार भूत अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (एचएसआईआईडीसी) की 140 एकड़ जमीन आवंटित की है, जिस पर फ्लिपकार्ट पातलीहाजीपुर, मानेसर में 3 मिलियन वर्ग फीट के कवर क्षेत्र के साथ एशिया में आपूर्ति करने के लिए अपने सबसे बड़े आपूर्ति केंद्र को स्थापित करेगा।
यह निर्णय आज यहां हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में हुई हरियाणा एंटरप्राइज प्रमोशन बोर्ड (एचईपीबी) की 10वीं बैठक में लिया गया। बैठक में उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला और शिक्षा मंत्री कंवर पाल भी उपस्थित थे। बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि मेसर्स इन्स्टा कार्ट सर्विस प्राइवेट लिमिटेड (फ्लिपकार्ट समूह की कंपनी) को यह भूमि 3.22 करोड़ रुपये प्रति एकड़ की कीमत पर आवंटित की गई है। यह परियोजना क्षेत्र में आगे के निवेश को गति प्रदान करने के साथ-साथ राज्य व उत्तर भारत के विक्रेताओं तथा एमएसएमई को बाजार तक पहुंच का अवसर भी प्रदान करेगी। बैठक में फ्लिपकार्ट समूह के प्रतिनिधियों ने बताया कि इन्स्टाकार्ट सर्विस प्राइवेट लिमिटेड अपनी मार्किट ग्रोथ को सक्षम करने के लिए पूरे भारत में आपूर्ति केंद्रों और संबंधित लॉजिस्टिक्स इन्फ्रास्ट्रक्चर की एक श्रृंखला स्थापित करने की योजना बना रहा है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए, कंपनी का उद्देश्य ग्राहकों को सर्वश्रेष्ठ सेवा प्रदान करना है और अपने ग्राहकों की सेवा के लिए कंपनी अपनी नेटवर्क क्षमता को मजबूत करने हेतु देश भर में क्षेत्रीय वितरण केंद्र (आरडीसी) का निर्माण करने की योजना बना रही है।
इसलिए कंपनी की गुरुग्राम के निकट राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में एक लॉजिस्टिक्स कैंपस बनाने की योजना है। उत्तर भारत की मांग को पूरा करने के लिए कंपनी 140 एकड़ क्षेत्र में फैले आपूर्ति केंद्र का निर्माण करेगी। यह आपूर्ति केंद्र अनिवार्य रूप से सामान और फर्नीचर को पार्सल करेगा। उन्होंने बताया कि इस परियोजना से लगभग 4000 प्रत्यक्ष और 12000 अप्रत्यक्ष रोजगार का सृजन होगा।इस अवसर पर मुख्य सचिव विजय वर्धन, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी. उमाशंकर, हरियाणा राज्य औद्योगिक और आधारभूत अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (एचएसआईआईडीसी) के प्रबंध निदेशक अनुराग अग्रवाल, उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के प्रधान सचिव विजयेंद्र कुमार, उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के महानिदेशक साकेत कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।