अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़: सोमवार को चंडीगढ प्रेस क्लब द्वारा आयोजित मीट द प्रेस कार्यक्रम में जजपा के वरिष्ठ नेता व युवा सांसद दुष्यंत चौटाला ने देश व प्रदेश के कई मुद्दों पर अपनी राय रखी। इस दौरान उन्होंने अब तक के अपने राजनीतिक अनुभव को पत्रकारों के साथ सांझा किया और पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवालों के बेबाकी से जवाब भी दिए। सांसद दुष्यंत चौटाला ने कहा कि चौधरी देवीलाल ने कभी झंडे और झंडे की राजनीति नहीं की थी। देवीलाल जी हर बार एक नई पार्टी बना कर ही सत्ता में आए थे लेकिन भले ही उन्होंने अलग पार्टी बना ली है लेकिन उनके परिवार के बीच में खून के रिश्ते खत्म नहीं होंगे। उन्होंने ये भी कहा कि चौधरी देवीलाल की विरासत का अनुसरण हो सकता है लेकिन बंटवारा नहीं होगा, लेकिन जहां तक राजनीतिक सोच की बात है तो अलग-अलग है जिन लोगों ने हमें पार्टी से काला था उनका मकसद था कि हम उनके सामने झुके।
लेकिन हमने निष्कासन को अवसर में बदला और पार्टी बनने के 50 दिन बाद ही जींद में हुए उपचुनाव में करीब 38000 वोट हासिल करते हुए दूसरे स्थान पर रहे। सांसद दुष्यंत चौटाला ने अपने क्षेत्र के विकास के लिए एक सांसद को सांसद निधि कोष के जरिए करीब 25 करोड़ रूपए मिलते है, लेकिन उन्होंने चौधरी भजनलाल की करीब 80 लाख और कुलदीप बिश्नोई की 2 करोड़ 70 हजार रूपए की लैप्स हुई राशि का प्रयोग करते हुए करीब साढ़े 28 कोरड़ रूपए अपने लोकसभा क्षेत्र में लगाए। दुष्यंत ने कहा कि उनके प्रयास से सरकार को ट्रैक्टर को कमर्शियल श्रेणी से बहार करना पड़ा, जो कि मेरी सबसे बड़ी उपलब्धि है। क्योंकि सांसद दुष्यंत चौटाल ने ही ट्रैक्टर पर संसद जाकर अच्छे से इसका विरोध किया था और किसानों की आवाज मजबूती से उठाई थी जिसके बाद सरकार ने ट्रैक्टर को कमर्शियल श्रेणी से बहार किया। सांसद दुष्यंत चौटाला ने अपने लोकसभा के करीब पांच साल के अनुभव का जिक्र करते हुए कहा कि अब तक का पार्लियामेंट का सफर उनका बहुत अच्छा रहा है। उन्होंने कहा कि इस सफर में उनको बहुत कुछ सीखने को मिला और जहां कहीं भी कोई कमियां रही वहां पत्रकारों साथियों ने अपने अनुभव द्वारा मुझे सुझाव देकर मेरे ज्ञान के दायरे को बढ़ाने में सहायता की।
दुष्यंत ने कहा कि एक सांसद के तौर पर उन्होंने लोकसभा में सिर्फ खुद को बहस तक सीमित नहीं रखा बल्कि समय-समय पर देश व प्रदेश के विभिन्न मुद्दों पर सरकार से जवाब मांगने का भी काम किया। सांसद दुष्यंत चौटाला ने कहा कि आज भी देश में जन समस्याएं ज्यों की त्यों बनी है। अभी तक पोस्टमार्टम में पुराना कानून ही चल रहा है, जैसे पुराने समय में शाम पांच बजे के बाद बिजली नहीं होने की बात कह कर डॉक्टर पोस्टमार्टम के लिए मना कर देते थे और आज के समय में भी बिजली की समस्या अधिकतम लोगों के लिए परेशानी की जड़ बनी हुई है। उन्होंने कहा कि ऐसी कई परम्परागत समस्याओं को संसद में उठाने का काम किया।सासंद दुष्यंत चौटाला ने बताया कि हिसार लोकसभा में उनका फोकस बिजली-पानी-स्वास्थ्य और युवाओं पर रहा है। उन्होंने कहा कि देश में सबसे पहले हिसार जिले में पासपोर्ट कार्यालय खुला ने का काम उन्होंने किया, जिसके बाद इस योजना के तौर पर देश व प्रदेश के अधिक रतर जिलों में पासपोर्ट कार्यलय खुले। युवाओं का जिक्र करते हुए दुष्यंत ने कहा कि सरकार में नहीं होने के बावजूद भी उन्होंने अपने क्षेत्र में बेरोजगारी खत्म करने के कई प्रयास किए। हरियाणा के इतिहास में निजी क्षेत्र की कंपनियों को बुलवाकर रोजगार मेले का आयोजन करवाया जिसमें करीब चार हजार से ज्यादा युवाओं को रोजगार मिला।
इसके अलवा सांसद निधि कोष के जरिए शहर व गांव में पानी के टेंकर, फॉगिंग मशीन समेत कई सुविधाएं उपलब्ध करवाई। उन्होंने कहा कि सांसद के अधिकार क्षेत्र से उपर उठकर उन्होंने जनहित के बहुत सारे काम करवाए। जनहित मुद्दों को लेकर प्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्रियों के साथ बातचीत करके या पत्र लिखकर उन्हें उन समस्याओं से अवगत करवाया, जिसमें हिसार को वाशिंग यार्ड दिलाने जैसी कई अन्य सफलता मिली। पंजाब जमीन संरक्षण कानून में संशोधन पर सुप्रीम कोर्ट के स्टे को लेकर भी सांसद दुष्यंत ने बीजेपी की नीयत पर सवाल उठाते कहा कि पूर्व हुड्डा सरकार में जमीन बेचकर सीएसयू दी जाती थी लेकिन वर्तमान भाजपा सरकार कानूनी रूप से लूट करने का रास्ता बना रही है। सांसद दुष्यंत चौटाला ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि हमारा फॉरेस्ट मौजूदा समय में अन्य राज्यों के मुकाबले बहुत कम है यदि पीएलपीए कानून संशोधन लागू हो जाता है तो गुरुग्राम और फरीदाबाद की ग्वाल पहाडिय़ां पूरी तरह से बर्बाद हो जाएंगी। आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन के बारे में पूछे जाने पर दुष्यंत चौटला ने कहा कि इस बारे में पार्टी की तीन सदस्यीय कमेटी फैसला करेगी।
उन्होंने कहा कि हम प्रदेश हित के लिए कांग्रेस, भाजपा और इनेलो को छोड़कर किसी भी पार्टी से गठबंधन कर सकते है। दुष्यंत ने कहा कि नए हरियाणा के उदय के लिए जेजीपी की अहम भूमिका रहेगी। हमने बेहद कम समय में मजबूत संगठन खड़ा किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के हितों के लिए हम आंकड़ों पर अडऩे जैसी कोई बात नहीं होगी, क्योंकि जनहित के फैसले में आंकड़ें बड़े नहीं होते, जनता का हित बड़ा होता है। भाजपा को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के वादे को याद करना चाहिए। भाजपा सरकार आज इस पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार कर रही है जबकि प्रधानमंत्री को तुरंत संसद का विशष सत्र बुलाकर जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने पर फैसला लेना चाहिए हम उनके साथ है। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि जीएसटी लागू करने के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाया जा सकता है तो इस मामले पर ऐसा क्यों नहीं किया सकता है। उन्होंने कहा कि इस मामले पर सभी राजनीतिक दल सरकार का समर्थन करेंगे। ऐसे में केंद्र सरकार को इस दिशा में तुरंत पहल करनी चाहिए।