अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़: जीवन में सफलता हासिल करने के लिए अनुशासन बहुत जरूरी है। यह एक आधार है जिस पर आप कामयाबी की मंजिले खड़ी कर सकते हैं। यह उद्गार हरियाणा पॉवर यूटिलीटी पंचकुला के सतर्कता निदेशक एवं एडीजीपी कुलदीप सिंह सियाग ने व्यक्त किए। वे हरियाणा पुलिस अकादमी, मधुबन में आयोजित विदाई सम्मान समारोह में संबोधित कर रहे थे। मुख्य अतिथि सियाग 34 वर्ष के सफल सेवाकाल के बाद आज सेवानिवृत हो रहे हैं। उन्होंने विदाई सम्मान परेड का निरीक्षण किया व सलामी ली। मुख्य अतिथि को परंपरा का निर्वाह करते हुए सुसज्जित खुली जिप्सी में पुष्प वर्षा करते हुए सम्मानपूर्वक विदा किया।
मुख्य अतिथि कुलदीप सिंह सियाग ने अपने संबोधन में कहा कि जीवन में अनुशासन का पालन करें और समय का हमेशा सम्मान करें। उन्होंने कहा कि जीवन में जब कठिनाइयां आती है तो उनसे डरने की आवश्यकता नहीं है। पुलिस पेशेवर जीवन में प्रतिदिन नई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, इन कठिनाइयों का साहसपूर्वक और धैर्य से सामना करने वाले ही कामयाबी को हासिल कर पाते हैं। याद रखें कि समाज भी कामयाब व्यक्तियों को सम्मान देता है इसलिए जरूरी है कि हर चुनौती का सामना डटकर किया जाए। उन्होंने उपस्थित पुलिसकर्मियों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि एक सच्चे पुलिसवाले के लिए उसकी वर्दी ही उसके जीवन का मूल अर्थ और कर्तव्य होती है, इसलिए वर्दी के सम्मान को निरंतर बढ़ाते रहने के लिए आचरण करें। उन्होंने विदाई परेड सम्मान के लिए हरियाणा के पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार अग्रवाल व अकादमी के निदेशक डॉ सीएस राव का आभार व्यक्त किया।
उन्होंने कड़ा प्रशिक्षण देने के लिए अपने मूल प्रशिक्षण के समय उस्ताद रहे उप-निरीक्षक जयप्रकाश व लखु राम के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की।स्वागत संबोधन में हरियाणा पुलिस अकादमी के निदेशक डॉ सीएस राव ने कहा कि कुलदीप सिंह सियाग कुशल पुलिस अधिकारी हैं और सकारात्मक व्यक्तित्व के धनी हैं। इन्होंने पुलिससेवा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इन्होंने अपने सेवाकाल में पुलिस अधीक्षक के रूप में पानीपत,गुरुग्राम, सोनीपत में 10 वर्ष तक अपने कुशल नेतृत्व की छाप छोड़ी। ये वर्ष 2010 में डीआइजी और वर्ष 2013 में पुलिस महानिरीक्षक बने। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक बनने पर इन्होंने, एडीजीपी अपराध, एडीजीपी एससीआरबी तथा एडीजीपी कारागार जैसे पदों पर अपनी सेवाएं दी हैं। इन्हें वर्ष 2002 में वीरता के लिए वीरता पुलिस पदक से अलंकृत किया गया। डॉ राव ने इन्हें इनकी सेवा सफलतापूर्वक पूरी होने पर बधाई दी तथा आगामी जीवन के लिए शुभकामनाएं दीं। डॉ राव ने मुख्य अतिथि कुलदीप सिंह सियाग को स्मृतिचिन्ह भेंट किया। धन्यवाद अभिभाषण में हरियाणा पुलिस अकादमी के पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार ने मुख्य अतिथि कुलदीप सिंह सियाग, श्रीमती अनु सियाग, उनके परिवारजनों तथा अन्य अतिथियों का आभार व्यक्त किया तथा उनके मंगलमय जीवन के लिए शुभकामनाएं भी दी।कार्यक्रम की देखरेख व प्रबंधन अकादमी के डीआइजी डॉ अरूण सिंह व पुलिस अधीक्षक सुनील कमार द्वारा किया गया। विदाई परेड की कमान पुलिस उप-अधीक्षक विजय कुमार नेहरा ने की।इस अवसर पर मुख्य अतिथि के परिवारजन, पूर्व पुलिस अधिकारी सतप्रकाश रंगा, पुलिस महानिरीक्षक (सेवानिवृत), करनाल मण्डल के पुलिस महानिरीक्षक सतेन्द्र कुमार , हरियाणा पुलिस अकादमी के पुलिस उप-महानिरीक्षक डॉ अरूण सिंह, पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार, न्याय वैद्यक विज्ञान प्रयोगशाला के उप-निदेशक डॉ अरविंद हुडड़ा, अकादमी के जिला न्यायवादी अजय कुमार व अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।
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