अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चण्डीगढ़: हरियाणा के खेल एवं युवा मामले राज्य मंत्री सरदार संदीप सिंह ने कहा कि प्रदेश में पहली बार खेलो हरियाणा जैसी राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में प्रथम आने वाली हाकी की टीम को 2 लाख, दूसरे स्थान आने वाली टीम को 1.50 लाख तथा तीसरे स्थान पर आने वाली टीम को 1 लाख रुपए की राशि दी गई है। इस राशि को सीधा खिलाडिय़ों के बैंक खाते में जमा करवाया जाएगा। खेलमंत्री सरदार संदीप सिंह ने आज देर सायं कुरुक्षेत्र जिले के शाहबाद मारकंडा के हाकी खेल प्रागंण में ‘खेलो हरियाणा’ की राज्य स्तरीय हाकी प्रतियोगिता के समापन समारोह में बोल रहे थे। इससे पहले खेलमंत्री संदीप सिंह ने हाकी मैचों को देखा और खिलाडिय़ों का उत्साह बढ़ाया। पहली बार है कि किसी खेल मंत्री ने हाकी के सभी मैचों को देखा और निरंतर खिलाडिय़ों की व्यवस्था पर नजर रखी और फीडबैक ली है।
इस दौरान खेलमंत्री हाकी की महिला व पुरुष विजेता टीमों को सम्मानित किया। इस प्रतियोगिता में महिला वर्ग में कुरुक्षेत्र की टीम प्रथम, हिसार दूसरे व सोनीपत तीसरे स्थान पर रही। पुरुषों वर्ग में जींद की टीम प्रथम, कुरुक्षेत्र दूसरे व कैथल तीसरे स्थान पर रही। इस दौरान खेलमंत्री ने राष्ट्रीय खेल दिवस पर मेजर ध्यानचंद की तस्वीर पर पुष्प अर्पित किए।खेलमंत्री ने कहा कि कोविड के बाद खेलो हरियाणा पहली बड़ी खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल की दूरगामी सोच के साथ ही पहली बार खेलों हरियाणा का मंच युवा हरियाणा को दिया गया है। इन प्रतियोगिताओं से न केवल हरियाणा के लिए खिलाड़ी तैयार होंगे, अपितु यह खिलाड़ी देश का उज्जवल भविष्य बनेंगे और देश के लिए मैडल जीतकर हरियाणा प्रदेश के साथ-साथ अपने गुरुजनों का नाम पूरी दुनिया में रोशन करेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने डाईट की राशि को बढ़ाकर 400 रुपए किया और मूलभूत सुविधाएं मुहैया करवाने का काम किया। इतना ही नहीं खेलों को बढ़ावा देने के लिए हॉकी से सम्बन्धित 13 जिलों में एस्ट्रोटर्फ बनाने का काम भी किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की तरफ से ओलम्पिक खेलों में स्वर्ण पदक विजेता खिलाडिय़ों को 6 करोड़, रजत पदक पर 4 करोड़, कांस्य पदक पाने पर 2.50 करोड़ रुपए प्रदान किए जाते है। ओलम्पिक खेलों के चयनित खिलाडिय़ों को खुराक और प्रशिक्षण के लिए 5 लाख रुपए की अग्रिम राशि देने का भी प्रावधान किया गया है। हरियाणा देश का ऐसा पहला राज्य है जहां पदक विजेता खिलाडिय़ों को पुरस्कार के रुप में सर्वाधिक नकद राशि दी जाती है। इसके साथ-साथ विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के विजेता खिलाडिय़ों को ग्रुप बी व सी कैटेगरी की सरकारी नौकरियां प्रदान की जाती है। हरियाणा की इस खेल नीति के कारण ही खिलाड़ी इस प्रकार की अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में उम्दा प्रदर्शन कर रहे है।
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