अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हमारी हरियाणवी संस्कृति ही हमारी पहचान है। प्रदेश सरकार अपनी हरियाणवी संस्कृति और पीढिय़ों की परम्पराओं को संरक्षित करने के लिए निरंतर काम कर रही है। मुख्यमंत्री ने आज यहां अपने आवास पर भाजपा संस्कृति प्रकोष्ठ की बैठक के दौरान कार्यकर्ताओं को सरकार की योजनाओं में अपना योगदान देने का आह्वान किया। भारतीय जनता पार्टी के संस्कृति प्रकोष्ठ से जुड़े कार्यकर्ताओं से सीधे रूबरू होते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा की संस्कृति बेहद समृद्ध है। प्रदेश सरकार हरियाणवी संस्कृति और हमारी ऐतिहासिक धरोहर को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयासरत है। युवा पीढि़ को पुरानी परंपराओं से अवगत करवाने के लिए लगातार आयोजन किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में हर साल अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव न केवल कुरुक्षेत्र में मनाया जाता है बल्कि प्रदेशस्तर पर इसका आयोजन होता है। उन्होंने कहा कि पावन सरस्वती नदी के तटों पर स्थित तीर्थों के जीर्णोद्धार के लिए सरस्वती विकास बोर्ड का गठन किया गया है।
कुरुक्षेत्र को बनाया जा रहा महा पर्यटक स्थल
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ऐतिहासिक शहर कुरुक्षेत्र को महा पर्यटक स्थल के रूप में विकसित कर रही है। कुरुक्षेत्र को पर्यटन का हब बनाने के लिए ज्योतिसर में डिजिटल संग्रहालय स्थापित करने की योजना बनाई गई है। यह संग्रहालय महाकाव्य महाभारत को समर्पित होगा। इस संग्रहालय में महाभारत की भव्य कहानी के दिव्य झांकी के माध्यम से दर्शन होंगे।
हरियाणा वासियों के लिए सरकार ने बनाया विदेश सहयोग विभाग
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार ने प्रदेश की अंतरराष्ट्रीय मानचित्र पर पहचान बनाने और विदेशों में बसे हरियाणा वासियों को अपनी मिट्टी से जोड़ने के लिए विदेश सहयोग विभाग बनाया है। इसके लिए सरकार ने एक वेबसाइट भी लॉन्च कर रखी है। इस विभाग का मुख्य मकसद विदेशों में फैले हरियाणवियों को अपनी संस्कृति से जोड़े रखना है।