अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़:हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने होडल की पुरानी अनाज मंडी के मैदान से हूंकार भरते हुए लोगों का आहवान किया कि अब सरकार को उखाड़ फैंकने का समय आ गया है। उन्होंने कहा कि जब तक भाजपा सरकार का प्रदेश से सफाया नहीं होता है, वह तब तक ना तो चैन से बैठेंगे और ना सरकार को चैन से बैठने देंगे। हुड्डा ने कहा कि करीब साढ़े तीन साल पहले झूठे वायदे करके वोट बटोरने वाली भाजपा सरकार ने 154 वायदों में से एक भी पूरा नहीं किया। बड़ी आस के साथ जनता ने भाजपा को जनोदेश दिया था, परंतु सत्ता मिलते ही सबसे पहले वह जनता को ही भूल गई।
पूर्व मुख्यमंत्री रविवार को होडल की पुरानी अनाज मंडी के मैदान में जनक्रांति यात्रा के आगाज के दौरान भारी संख्या में प्रदेशभर से पहुंचे कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। पैर में फ्रैक्चर के होने कारण हुड्डा व्हील चेयर पर बैठ कर होडल में विशाल रैली में पहुंचे, तो लोगों ने बड़ी गर्म जोशी से उनका स्वागत किया। इस दौरान भीड़ का जोश देखकर अपने पैर का दर्द भूल गदगद हुए पूर्व सीएम हुड्डा ने कहा कि मौजूदा शासन में किसान, मजदूर, कर्मचारी, व्यापारी, महिलाएं, युवा हर वर्ग त्रस्त है। प्रदेश के हालात दिन प्रतिदिन बद से बदतर होते जा रहे हैं। उन्हेंने कहा कि वायदों को पूरा करने के बजाय उसके विपरीत कार्य कर रही है। पूर्व सीएम ने कहा कि वायदा किया था विदेशों से काला धन लेकर आएंगे, प्रत्येक के खाते में 15 लाख आएंगे, हो गया उल्टा रोज कोई न कोई धनाढय व्यक्ति हजारों करोड़ रुपयों का सफ़ेद धन लेकर विदेशों में भाग रहा है। उन्होंने कहा किसान को उसकी फसल का लागत से डेढ़ गुना दाम देने का वायदा था, इसका भी उल्टा कर दिया। कांग्रेस शासनकाल में जो मिलता था, आज उसके आधे दाम भी नहीं मिल रहे हैं। बल्कि उन पर लाठियों की बरसात ज़रूर हो रही है, जैसा कि दो -दिन पहले पूरे देश ने देखा।
कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने का वायदा भी हवा हो गया, उन्हें पक्का करना तो दूर उनको नौकरियों से निकाल रहे हैं। बेरोजगारों से वायदा किया था कि उन्हें रोजगार नहीं मिला, तो नौ हजार रूपए महीना बेरोजगारी भत्ता देंगे, हकीकत में न रोजगार मिला न नौ हजार। इसी तरह कर्मचारियों को पंजाब के सामान वेतनमान देने के वायदे से भी सरकार मुकर गई। प्रदेश कि बेहाल हो चुकी क़ानून व्यवस्था पर चिंता जाहिर करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि खराब कानून व्यवस्था का इससे बड़ा उदाहरण क्या होगा कि 15 फरवरी को जींद में भाजपा की रैली हुई थी, जिसमें भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह आए उनकी सुरक्षा के लिए 22 करोड़ रुपया खर्च कर के केन्द्रीय बलों को बुलाया गया। उन्होंने कहा कि जो सरकार अपनी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की सुरक्षा भी नहीं कर सकती, वह आम आदमीं की सुरक्षा कैसे करेगी। उन्होंने कहा कि “क्या ऐसी सरकार को एक दिन भी सत्ता में रहने का अधिकार हैI” इस पर लोगों ने हाथ उठाकर हुड्डा की बात का समर्थन किया।
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए हुड्डा ने कहा कि गत साढ़े तीन वर्षों में इस सरकार को चार बार सेना और पैरामिलिट्री फ़ोर्स को बुलाना पड़ा जिस पर हरियाणा के 205 करोड़ रूपए खर्च हुए, तीन बार हरियाणा जला। उन्होंने कहा कि आरक्षण आन्दोलन के बाद सरकार द्वारा गठित प्रकाश सिंह कमेटी ने उस दौरान हुए जान माल के नुकसान के लिए सरकार को ही दोषी माना लेकिन इस सरकार ने स्वंय अपने ही द्वारा गठित प्रकाश सिंह कमेटी की रिपोर्ट को मानने से इनकार कर दियाI कांग्रेस के 10 साल के शासन में हरियाणा की सुरक्षा के लिए एक बार भी फ़ौज या अर्धसैनिक नहीं बुलाने पड़े। एस.वाई.एल. का ज़िक्र करते हुए हुड्डा ने कहा कि इस नहर की खुदाई का काम 1982 में तत्का लीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने पंजाब के कपूरी गाँव में अपने हाथ से कस्सी चलाकर किया था। ज़्यादातर निर्माण कार्य कांग्रेस शासन काल में हुआ, दुख की बात यह है कि प्रदेश में पहली बार भाजपा की सरकार आते ही पंजाब ने एसवाईएल पाटने का काम शुरू कर दिया।
ट्यूबवेल से सिंचित होने वाले उत्तरी हरियाणा के भूमिगत जल स्तर को रिचार्ज करने के लिए कांग्रेस सरकार ने दादुपुर नलवी नहर का निर्माण कराया, प्रदेश कि भाजपा सरकार ने उसे भी पाटने का फैसला कर लिया। यमुना में पानी कम होता जा रहा है, ऐसी स्थिति में सारे देश का पेट भरने वाला हरियाणा बंजर बन कर रह जायेगा, जिसके प्रति भाजपा सरकार गंभीर नहीं है। इस मौके पर पूर्व सीएम ने जन क्रांति यात्रा को लेकर लोगों का आहवान किया कि केवल उनके पैर में चोट लगी है, लेकिन उनकी आवाज जन-जन पहुंचाने का जिम्मा अब कार्यकर्ताओं का है। वह घर-घर जाकर इस यात्रा के साथ कांग्रेस की नीतियों तथा सोनिया व राहुल जी के संदेश को पहुचांने का काम करें। इसी बीच मार्च के अंतिम सप्ताह तक ठीक होकर वे भी यात्रा में दोबारा से शामिल हो जाएंगे।