अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम: गाड़ी पर फर्जी नंबर प्लेट लगाकर व उसकी फर्जी आरसी बनवाकर उस गाड़ी का OLX पर विज्ञापन डालकर व अन्य माध्यमों से गाड़ी को फर्जी तरिके से बेचकर लाखों की ठगी करने वाले दो आरोपितों को अपराध शाखा मानेसर की टीम ने अरेस्ट किया हैं। पुलिस ने कब्जे से फर्जी तरीके से बेची गई 6 गाङियां व 35 हजार रुपयों की नगदी बरामद की हैं। ये जानकारी आज एसीपी क्राइम प्रीतपाल सांगवान ने आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में दिए हैं।
एसीपी क्राइम प्रीतपाल सांगवान ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि गत 2 अप्रैल-2022 को थाना खेड़कीदौला, गुरुग्राम में विकास शर्मा ने एक लिखित शिकायत के माध्यम से बताया कि दिनांक 1 अगस्त 2021 को उसने OLX पर एक गाड़ी स्कोडा रैपिड जिसका रेट 7,75000 रुपए दिखा रहा था को खरीदने के लिए फोन पर संपर्क किया तो गाड़ी बेचने वाले ने उसको वाटिका सिटी में गाडी दिखाई। इनका 7 लाख रुपयों सौदा होने पर में उसने 7 लाख रुपए ऑनलाइन पेमेन्ट कर दी। गाड़ी बेचने वाले ने अपना गाङी 3 से 4 दिनों में उसके नाम कराने का भी आश्वासन दिया। उसने बार-बार उससे सम्पर्क किया लेकिन सम्पर्क नहीं हो पाया। इस गाडी का सर्विस करवाने के लिए एजेन्सी गया तो पता चला कि इस गाडी पर नम्बर फर्जी है। ऑथोरिटी में चेक कराने पर आरसी में चैसिस नम्बर व इंजन नम्बर एक ही थे लेकिन गाड़ी के रजिस्ट्रेशन नम्बर अलग था। गाडी पर एचडीएफसी बैंक से लोन है और अब जो आरसी उसके पास है उस पर गाङी पर कोई लोन नही दर्शाया हुआ था।
उस व्यक्ति ने उसे धोखे से गाड़ी बेच कर ठगी की है। इस शिकायत पर थाना खेङकी दौला, में मुकदमा दर्ज किया गया। उनका कहना हैं कि इस मुकदमा में उप-निरीक्षक दलपत, प्रभारी अपराध शाखा, मानेसर, गुरुग्राम की पुलिस टीम ने उपरोक्त मुकदमा में फर्जी तरीके से गाङी बेचकर रुपए ठगने की वारदात को अंजाम देने वाले तीन आरोपितों गत मंगलवार को चंद्रपाल स्कूल , देव नगर , झज्जर से अरेस्ट कर लिया। अरेस्ट किए गए आरोपितों के नाम कुलदीप उर्फ अन्ना, निवासी वार्ड नम्बर-4 घोषियाल मोहल्ला, झज्जर,विनित,निवासी वार्ड नम्बर-5, देव नगर कॉलोनी, झज्जर , हरियाणा हैं। उनका कहना हैं कि आरोपितों को उपरोक्त मुकदमे में अरेस्ट कर अदालत के सम्मुख पेश कर के 1 दिन के पुलिस हिरासत रिमांड पर लिया गया।
वारदात का तरीका
आरोपितों से पूछताछ में ज्ञात हुआ कि आरोपित कुलदीप उर्फ अन्ना एचडीएफसी. बैंक में फाइनेंस का काम करता है तथा विनीत शराब का ठेका चलाता है। दोनों आरोपित एजेंसी से नई गाड़ियां फाइनेंस पर खरीदते थे। गाड़ियों का फाइनेंस कुलदीप उर्फ अन्ना करवाता था। गाड़ी खरीदने के बाद ये गाडी की नम्बर प्लेट बदलकर उसी नम्बर से उस गाड़ी की एक फर्जी आर.सी. तैयार करते थे और उसका बाद गाङी को ओएलएक्स. व अन्य माध्यमों से गाङी को बेच देते थे। ये गाडी को न्यूनतम डाउन पेमेंट पर खरीदते थे और उसके बाद गाड़ी की किस्त नहीं भरते थे तथा फर्जी आरसी. बनाकर गाड़ी को बेचकर धोखाधङी से रुपए ठग लेते थे। गाङी के नम्बर बदल देने के कारण फाइनेंस कम्पनी भी गाड़ी को ढूढ नही पाती थी। आरोपितों ने इस प्रकार उसने कुल 06 गाड़ियां बेचने का खुलासा किया है। आरोपितों द्वारा धोखाधङी/जालसाजी करके बेची गई कुल 6 गाङियां (स्कोडा, टियागो, रीनॉल्ट क्विड, ब्रेज़ा, टाटा टिगोर, स्विफ्ट सेलेरियो) व 35 हजार रुपयों की नगदी पुलिस टीम द्वारा आरोपितों के कब्जा से बरामद की गई है। आरोपितों को पुनः अदालत के सम्मुख पेश करके न्यायिक हिरासत में भेजा जाएगा। अनुसंधान अधीन है।