अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बृहस्पतिवार को राजघाट क्लस्टर बस डिपो से 100 नई अल्ट्रा माॅर्डन बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह नई बसें दिल्ली के 12 रूटों पर संचालित की जाएंगी। इन बसों में हाइड्रोलिक लिफ्ट, पैनिक बटन, सीसीटीवी कैमरे व जीपीएस समेत सभी आधुनिकतम सुविधाएं उपलब्ध हैं। इससे पहले, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 25 अक्टूबर 2019 को भी 104 नई बसों को द्वारका सेक्टर-22 डिपो से हरी झंडी दिखाए थे। उसके बाद 7 नवंबर 2019 को राजघाट डिपो से 100 बसों को रवाना किए थे। नवंबर के अंत में भी राजघाट डिपो से ही 100 और बसों को रवाना किए थे। दिसंबर के प्रारंभ में परिवहन मंत्री ने सौ बसों को हरी झंडी दिखाई थी। इस तरह, पिछले चार माह में बेडे में अब 529 नई बसें शामिल हो गई हैं। इससे दिल्ली की सार्वजनिक यातायात व्यवस्था को सुदृढ करने में बहुत मदद मिल रही है।
अब दिल्ली के लोगों को हर जगह कम समय में बसें मिला करेंगी: अरविंद केजरीवाल
राजघाट क्लस्टर बस डिपो से 100 नई बसों को हरी झंडी दिखाने के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज 100 और बसों को डीटीसी के बेड़े में शामिल कर लिया गया है। दिल्ली के निवासियों को सरकार की तरफ से हर सप्ताह खुश-खबरी मिल रही है। लोगों की सहूलियत के मद्देनजर बहुत सारी बसें खरीदी जा रही हैं। अगले तीन-चार महीने में और बसें आने वाली हैं। कई सालों से दिल्ली में बसों की जो कमी महसूस की जा रही थी। वह कमी अब पूरी हो जाएगी। अब लोगों को बस की किल्लत नहीं झेलनी पड़ेगी। अब लोगों को हर जगह कम समय में बसें मिला करेंगी। हमारा मकसद है कि दिल्ली की यातायात व्यवस्था को बहुत ही आधुनिक बनाया जाए। लोगों के लिए बस का सफर आरामदेह बनाया जाए। उसी दिशा में यह सारी बसें खरीदी जा रही हैं। दिल्ली के लोगों को इसके लिए आज मैं बधाई देता हूं।
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अब दिल्ली को नियमित रूप से नई बसें मिलती रहेंगी: कैलाश गहलोत
इस दौरान परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि आज हमें 100 नई अल्ट्रा मॉडर्न बसें मिली हैं, जो सीसीटीवी कैमरे, जीपीएस, पैनिक बटन और हाइड्रोलिक लिफ्ट के साथ अन्य सुविधाओं से सुसज्जित हैं। नई बसों में तीन सीसीटीवी कैमरे हैं। हर वैकल्पिक सीट पर एक पैनिक बटन है और अगर एक पैनिक बटन दबाया जाता है, तो एक बड़ा हूटर कमांड सेंटर को सक्रिय करता है। अब दिल्ली की हर बस में मार्शल हैं। दिल्ली को नियमित रूप से नई बसें मिलती रहेंगी। सरकार सार्वजनिक परिवहन के पर्याप्त साधन उपलब्ध कराने की अपनी प्रतिबद्धता का पालन कर रही है।
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बसों में इस तरह की हैं सुविधाएं-
आँरेंज कलर की ये नई बसें 37 सीटों वाली हैं। सभी बसों में हाइड्रोलिक लिफ्ट है। जिससे दिव्यांग जनों को बस में सवार होने में सहूलियत होगी। इसके अलावा, बस में 14 पैनिक बटन लगाए गए हैं। हर साइड में 7-7 पैनिक बटन हैं। इसके साथ ही तीन सीसीसीटीवी कैमरे अंदर लगाए गए हैं।
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बसों की मुख्य विशेषताएं
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– व्हील चेयर से चलने वाले सवारियों के बोर्डिंग और अलाइटिंग की सुविधा के लिए अलग-अलग एबल्ड पर्सन के लिए हाइड्रोलिक लिफ्ट्स
– महिला सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे
– हूटर के साथ पैनिक बटन
– बस की ट्रैकिंग के लिए जीपीएस सिस्टम
– आरामदेह सीटें
– जीपीएस ट्रैकर
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पैनिक बटन-
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हर बस में यात्री केबिन में विभिन्न प्वाइंट पर यह पैनिक बटन होंगे। एक बार जब कोई यात्री पैनिक बटन दबाएगा, तो बस का सीसीटीवी फुटेज सीधे सेंट्रल कमांड सेंटर पर चला जाएगा और पुलिस हॉटलाइन तुरंत सक्रिय हो जाएगी। बस का जीपीएस लोकेशन स्वत बैकएंड तक पहुंच जाएगा। पैनिक बटन हर बस में सीसीटीवी और जीपीएस के ज्वाइंट सेट के साथ हैं।
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इन रूटों पर चलेंगी यह बसें
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-तिलक नगर से बक्करगढ़ बाॅर्डर – 12
-तिलक नगर से जाफरपुर कलान – 3
– औचंदी बाॅर्डर से आजादपुर – 12
– सुल्तानपुर डबास से पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन – 6
– पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन से रमजानपुर गांव – 9
– सिंघु बाॅर्डर से तिकरी बाॅर्डर – 9
– पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन से झिंगोला गांव – 8
– इन्दरलोक मेटो स्टेशन से धन्सा बाॅर्डर – 11
– निलोठी एक्सटेंशन से मोरी गेट टर्मिनल – 8
– नरेला से नजफगढ़ – 6
– सिंघु बाॅर्डर से कमला मार्केट – 8
– आजादपुर से नरेला टर्मिनल – 8
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300 इलेक्ट्रिक बसों के लिए टेंडर प्रक्रिया प्रारंभ
दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) 300 इलेक्ट्रिक बसों की खरीद के लिए टेंडर जारी कर चुका है। ये बसें 1,000 क्लस्टर ई-बसों के अतिरिक्त होंगी, जिन्हें पहले से ही मौजूदा बेड़े में जोड़ा जाना तय है। टेंडर प्रक्रिया जारी है। 1,000 लो-फ्लोर, वातानुकूलित, सीएनजी-रन क्लस्टर बसों के लिए वित्तीय बोली भी खोली गई है। 2019-20 के लिए दिल्ली सरकार के बजट के अनुसार, इस वर्ष लोकसभा चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता सहित विभिन्न कारणों से ई-बस खरीद परियोजना में एक वर्ष से अधिक की देरी हुई। इससे पहले, दिल्ली सरकार ने इस साल 2 मार्च को 385 पूर्ण-इलेक्ट्रिक बसों के पहले बेड़े के लिए निविदाओं को मंजूरी दी थी। निविदाएं 10 मार्च को मंगाई गई थीं, लेकिन मतदान के कारण प्रक्रिया बाधित हो गई थी। अब प्रक्रिया चल रही है।
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एक हजार बसों से ग्रामीण क्षेत्र में परिवहन व्यवस्था होगी सुदृढ
एक हजार नई बसें से दिल्ली के ग्रामीण क्षेत्र में परिवहन व्यवस्था सुदृढ़ होंगी। यह क्षेत्र अब तक बसों की कमी का सामना कर रहा था। मेट्रो स्टेशनों, अस्पतालों और ट्रैफिक इंटरचेंज हब के लिए कश्मीरी गेट, आनंद विहार टर्मिनल और सराय कालेखां में मेट्रो स्टेशनों, कनेक्टिविटी प्रदान करने वाले अतिरिक्त मार्गों को इन बसों द्वारा सेवा दी जाएगी।
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इस तरह डीटीसी बेड़ में शामिल होंगी बसें
जनवरी, 2020 – 60
फरवरी, 2020 – 104
मार्च, 2020 – 130
अप्रैल, 2020 – 160
मई, 2020 – 196
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इस तरह बेड़े में शामिल हुई क्लस्टर बसें
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अगस्त 2019 – 25
सितंबर 2019 – 100
अक्टूबर 2019 – 104
नवंबर 2019 – 100
नवंबर 2019 – 100
दिसंबर 2019 – 100