अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरूग्राम: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गुरूग्राम में लगभग 141 करोड़ रूपए की लागत से तैयार हुई दो महत्वपूर्ण परियोजनाओं नामतः बसई चौक पर नवनिर्मित फलाई ओवर तथा मुख्य बस अड्डे के पास बनाए गए महावीर चौक अंडरपास प्रदेशवासियों को समर्पित किया। उन्होंने कहा कि 8 साल पहले गुरुग्राम को एक विकसित शहर बनाने की जो यात्रा शुरू हुई थी उसमें आज एक नया अध्याय जुड़ गया है। समर्पित की गई परियोजनाओं से लोगों को ट्रैफिक जाम से निजात मिलेगी।मुख्यमंत्री ने बसई फ्लाईओवर का फीता काटकर उसका उद्घाटन किया। इसके बाद उन्होंने वहीं पर आयोजित कार्यक्रम में दोनो परियोजनाए प्रदेशवासियों को समर्पित की। इस मौके पर गांव बसई के मौजीज व्यक्तियों ने मुख्यमंत्री को पगड़ी पहनाकर गांव बसई तथा आस-पास के क्षेत्रवासियों की तरफ से सम्मानित किया। ग्रामीणों ने कार्यक्रम मंे उपस्थित गुरूग्राम के विधायक सुधीर सिंगला, बादशाहपुर के विधायक एवं हरियाणा कृषि उद्यम के चेयरमैन राकेश दौलताबाद तथा गुरूग्राम महानगर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुधीर राजपाल को भी पगड़ी पहनाकर उनका सम्मान किया।
वर्तमान सरकार के कार्यकाल में करवाए गए गुरूग्राम के विकास का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि आज दो बड़ी परियोजनाओं के लोकार्पण से गुरूग्राम शहर विकास के मामले में दो कदम और आगे बढ़ गया है। उन्होंने पिछली सरकारों और वर्तमान भाजपा सरकार की कार्यशैली में अंतर के बारे में बोलते हुए कहा कि वर्ष 2014 से पूर्व की सरकार के समय गुरुग्राम को एक कामधेनु गाय की तरह समझा जाता था, जिसका सिर्फ दोहन किया गया। उस समय इस शहर की देखभाल के लिए योजनाएं नहीं बनाई गई और बनी भी होंगी तो लागू नहीं की गई। उन्होंने कहा कि 2014 में हमारी सरकार आने के बाद गुरुग्राम में विकास व उससे जुड़ी योजनाओं को विस्तार देने के लिए गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) का गठन किया ताकि इस शहर के विकास की योजनाएं यहीं बने और यहीं पर स्वीकृत हों। इसके लिए चण्डीगढ़ फाईल ना भेजनी पडे़। जीएमडीए के गठन से गुरूग्राम के विकास को गति मिली है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों के समय पुराने गुरूग्राम शहर और नए गुरूग्राम में जो अंतर था, वर्तमान सरकार ने उस अंतर को पाटने का काम किया है। पुराने शहर के लिए भी योजनाएं बनाई और लागू की हैं। उन्होंने रोड़ इंफ्रास्ट्रक्चर और मैट्रो विस्तार की परियाजनाओं का भी उल्लेख किया और कहा कि हुडा सिटी सैंटर मैट्रो स्टेशन से गुरूग्राम का पूरा राउंड लेतेे हुए पालम विहार क्षेत्र को जोड़कर दिल्ली के द्वारका सैक्टर-21 तक मैट्रो लाईन बिछाने की परियोजना को मंजूरी मिल चुकी है। उन्होंने कहा कि जब केंद्र सरकार ने स्मार्ट सिटी योजना लागू की तो उसमें गुरूग्राम को शामिल नहीं किया गया क्योंकि हम गुरूग्राम को स्मार्ट नहीं स्मार्टेस्ट सिटी बनाएंगे। स्मार्ट सिटी के लिए तो केंद्र सरकार 500 करोड़ रूपए की राशि देती है जबकि गुरूग्राम में तो हजारो करोड़ रूपए की परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं और कई परियोजनाओं पर काम चल रहा है। मुख्यमंत्री ने जीएमडीए के माध्यम से लागू की जा रही मुख्य परियोजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि गुरूग्राम में 650 बैड क्षमता का मल्टी स्पेशलिटी शीतला माता मैडिकल कॉलेज एवं अस्पताल का निर्माण सेक्टर-102 में लगभग 542 करोड़ रूपए की लागत से प्रगति पर है। फरीदाबाद रोड़ से लेकर दिल्ली-जयपुर हाईवे तक सदर्न पैरिफेरियल रोड़ (एसपीआर) को सुदृढ़ किया जा रहा है और इस दूरी में 8 फलाईओवर बनेंगे, इस परियोजना पर लगभग 846 करोड़ रूपए खर्च होंगे। पुरानी दिल्ली रोड़ पर अतुल कटारिया चौक पर फलाईओवर तथा अंडरपास का निर्माण अंतिम चरण में है, रामपुरा चौक से पटौदी रोड़ तक के मार्ग को अपग्रेड किया जा रहा है। पेयजल आपूर्ति के प्रबंधों को मजबूत करने के लिए बसई में दूसरा जलघर तथा चंदु बुढे़ड़ा में जलघर व जल संशोधन सयंत्र लगाने का लगभग 375 करोड़ रूपए का कार्य प्रगति पर है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार 3388 करोड़ रूपए की लागत के 39 प्रौजेक्ट प्रगति पर अथवा पाईप लाईन में हैं।गांव बसई के पास अस्थाई रूप से 5 ऐकड़ भूमि पर मैटिरियल रिक्वरी फैस्लिटी (एमआरएफ) व प्रसंस्करण ईकाई लगाए जाने के मामले का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि यह व्यवस्था विशुद्ध रूप से अस्थाई है और यहां कचरा डालने के साथ ही उसकी प्रोसेसिंग व सफाई भी साथ-साथ होगी। इस पर भी कुछ ग्रामीणों द्वारा ऐतराज उठाए जाने पर मुख्यमंत्री ने उन पर भी 10 ऐकड़ जमीन खोजने का दायित्व डालते हुए कहा कि गांव वाले जमीन दिला दें हम वहीं पर इस एमआरएफ व प्रबंधन ईकाई को ले जाएंगे। उसी समय बादशाहपुर के विधायक राकेश दौलताबाद ने मुख्यमंत्री को किसी अन्य जमीन का सुझाव दिया जिस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि विधायक ने जो जमीन सुझाई है, उसका सर्वे करके एमआरएफ व प्रोसेसिंग ईकाई को वहां शिफट कर देंगे। उन्होंने कहा कि उस स्थल को अगले सप्ताह या 10 दिन में वे स्वयं देखेंगे। उद्घाटन समारोह में बादशाहपुर के विधायक एवं हरियाणा एग्रो इंडस्ट्रीज़ के चेयरमैन राकेश दौलताबाद ने कहा कि गुरुग्राम से जुड़ी विकास परियोजनाओं पर मुख्यमंत्री स्वयं निरंतर फोकस बनाए रखते है। मुख्यमंत्री जब भी गुरुग्राम आते हैं तो हर बार गुरुग्राम को कोई ना कोई बड़ी परियोजना देकर जाते हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने पिछले आठ सालों में पुराने गुरुग्राम की बहुसंख्यक आबादी को विकास यात्रा में शामिल कर उन्हें सड़क व फ्लाईओवर की विभिन्न परियोजनाएं समर्पित की है। वहीं हुडा सिटी सेंटर से वाया पुराना गुरुग्राम व रेजांगला चौक होते हुए द्वारका तक मेट्रो परियोजना को स्वीकृत करवाकर पुराने शहर और नए शहर के अंतर को खत्म किया है। उन्होंने ग्रामीणों से भी अपील करते हुए कहा कि विपक्षियों के बहकावे में ना आएं, हरियाणा प्रदेश में ‘सबका साथ सबका विकास’ सिद्धांत पर आगे बढ़ रहे मुख्यमंत्री गुरुग्राम के समग्र विकास के लिए पूर्णतः गंभीर हैं। हमारे प्रदेश को इनसे ज्यादा सरल मुख्यमंत्री नही मिलेगा।गुरुग्राम के विधायक सुधीर सिंगला ने कहा कि गुरुग्राम के विकास को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल का स्पष्ट दृष्टिकोण है। उन्होंने गुरुग्राम के विकास को लेकर जो भी कहा वो आज तक पूरा किया। मुख्यमंत्री ने गुरुग्राम के सर्वागीण विकास के लिए ऐसे अनगिनत काम करवाएं हैं जो पिछली सरकारों में कभी नही हुए। मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में गुरुग्राम में सड़कों, फ्लाईओवर व अंडरपास का ऐसा जाल बिछाया गया है कि आज गुरुग्राम में जाम जैसी कोई स्थिति नही है। उन्होंने कहा कि आज विपक्ष के पास सरकार का विरोध करने का कोई मुद्दा नही है। वर्तमान सरकार मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन व नेतृत्व में इसी प्रकार पूरी पारदर्शिता के साथ पूरे प्रदेश व गुरुग्राम के कोने कोने को विकसित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। इससे पहले गुरूग्राम महानगर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुधीर राजपाल ने मुख्यमंत्री तथा अन्य अतिथियांे का स्वागत करते हुए कहा कि आज जिन दो बड़ी परियोजनाओं का लोकार्पण किया गया है, व्यस्ततम चौराहों पर जनता को कठिनाई पहुंचाए बिना निर्माण पूरा करना एक कठिन चुनौती थी। उन्होंने कहा कि गुरूग्राम की पेयजल आपूर्ति, सिवरेज तथा बरसाती पानी के डेªनेज संबंधी समस्याओं का जीएमडीए चरणबद्ध तरीके से निवारण करेगा। उन्होंने कहा कि आम जनता तथा निर्वाचित जन प्रतिनिधियांे के सहयोग से विकास परियोजनाओं को धरातल पर उतारा जा रहा है। इसके साथ उन्होंने बताया कि जीएमडीए ने गत 9 महीनों मंे 586 करोड़ रूपए की लागत की 12 परियोजनाएं पूरी की हैं और लगभग 3388 करोड़ रूपए की 39 नई परियोजनाओं पर काम शुरू हो चुका है, जिसमें कुछ टेंडर प्रक्रिया में हैं और कईयों के टेंडर हो चुके हैं।
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