अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद:ओल्ड फरीदाबाद नगर निगम क्षेत्र में पिछले दिनों हुए विधानसभा चुनाव के आड़ में अवैध निर्माणकर्ताओं की जैसी की चांदी ही हो गई हो। इस नगर निगम क्षेत्र में जिधर देखों उधर ही बड़े -बड़े शॉपिंग कॉम्पलेक्स एंव अवैध रूप से दुकानें बनाई जा रहीं हैं,पर इन अवैध निर्माणों को रोकने वाला कोई नहीं हैं,क्यूंकि तक़रीबन सभी अवैध निर्माण कर्ताओं को राजनितिक संरक्षण प्राप्त हैं, क्यूंकि इसमें तक़रीबन सभी अवैध निर्माणकर्ताओं के निर्माण उन्हीं के सिफारिश पर बन रहे हैं और अब वह लोग नगर निगम अधिकारी के बदले सत्तापक्ष के दल्ले अवैध निर्माणकर्ताओं से सीधे पैसे ले रहे हैं। कुछ ऐसे भी लोग हैं जिन्होनें चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों ने इन अवैध निर्माणकर्ताओं से मदद ली हैं और अब उसकी कीमत निर्माणकर्ताओं के निर्माण बनवा कर उनकी कीमत चूका रहे हैं।
क्यूंकि अब भाजपा -जेजेपी की बनी गठबंधन सरकार की कड़क भी तक़रीबन खत्म हैं, इसका लाभ नगर निगम प्रशासन के ऊंचे औंधे पर बैठे अधकारी भी अब अपना टाइम पास कर रहे हैं,सम्भवता हो सकता हैं अपना उल्लू चुपचाप सीधा कर रहे हो। खबर तो लिख रहे हैं, जिसका असर निगम के अधिकारीयों पर तो होगा नहीं। वावजूद इसके फिर भी खबर लिख रहा हूँ। क्यूंकि स्मार्ट सिटी शहर को सबसे गंदा शहर बनाने शहर वाले अधिकारीयों को कुछ तो शर्म आएगी की, आखिरकार वह लोग कर क्या रहे हैं।खबर हैं कि अवैध रूप से ओल्ड फरीदाबाद थाने के बिल्कुल ठीक सामने तक़रीबन 12 दुकानें बनाई गई हैं,जोकि निचे ऊपर हैं,इसके बाद गोपी कालोनी चौक पर जोकि ओल्ड फरीदाबाद नगर निगम से मात्र कुछ ही दुरी पर हैं, वहां पर एक बड़े बेसमेंट के साथ एक बड़ा शोरूम बनाई जा रही हैं, इससे पहले बराही पड़ा में 5 दुकानें, खेड़ी रोड, बिहारी कालोनी, तिगांव रोड, सेक्टर-29-भूड़ कालोनी डिवाइडिंग रोड पर बेसमेंट के साथ बड़े-बड़े शॉपिंग कॉम्पलेक्स अवैध रूप से बनाए जा रहे हैं,पर इन अवैध निर्माणों को कोई रोकने वाला नहीं हैं।
न तो इन निर्माणकर्ताओं को सुप्रीम कोर्ट के उस आदेश का फ़िक्र हैं जिसमें तुरंत प्रभाव से निर्माण कार्य रोकने के आदेश दिए थे,ताकि बढ़ते वायु प्रदूषण को कम किया जा सके,पर अवैध निर्माण करने वाले लोग तो नगर निगम को मिलने वाले राजस्व को नुक्शान तो कर ही रहे हैं, के अलावा लोगों के सेहत के साथ भी खिलवाड़ कर रहे हैं, क्यूंकि नगर निगम प्रशासन में ऊपर से लेकर नीचे तक के तक़रीबन सभी टाइम पास अधिकारी अपने लिए बैठे हैं। किसी ने शहर को सुंदर बनाने की दिशा में अच्छे तरीके से कार्य नहीं कर रहे हैं। क्यूंकि प्रदेश में जो भाजपा सरकार की कड़क खत्म हैं। शायद इस लिए अभी तक इस सरकार में मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं किया गया हैं। इस मामले में नगर निगम के कार्यकारी अभियंता ओमवीर सिंह से फोन पर बातचीत करने की कोशिश की गई पर उन्होनें अपना फोन नहीं उठाया। अगर उनका कोई पक्ष आता हैं तो इस खबर में फिर से लिख दिया जाएगा।