गुजरात के राजकोट में इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है. राजकोट के महिमा और ठेबचडा गांव में बीच खेत में 3 दिन की मासूम बच्ची जख्मी हालत में मिली है.बच्ची को कुत्ता अपने मुंह में दबाकर उठा ले जा रहा था,तभी वहां क्रिकेट खेल रहे कुछ युवकों ने मासूम बच्ची के रोने की आवाज सुनी. इसके बाद वो लोग दौड़कर वहां पहुंचे, तो देखा कि एक कुत्ता अपने मुंह से उठाकर बच्ची को ले जा रहा था. इसके बाद उन युवकों ने कुत्तों के समूह को पत्थर मारकर भगाया और बच्ची को बचाया.उन युवकों ने 108 नंबर पर फोन करके एंबुलेंस भी बुलाया और बच्ची को अस्पताल पहुंचाया.
डॉक्टरों ने बच्ची का फौरन इलाज शुरू किया. इसके बाद डॉक्टरों ने जो बताया, वो सुनकर रूह कांप उठी. डॉक्टरों के मुताबिक जन्म के बाद बच्ची को छुरी से गोदा गया. बच्ची के शरीर पर छुरी के 20 से ज्यादा घाव थे.तीन दिन की बच्ची के शरीर में इतने गंभीर घाव को देखकर डॉक्टर भी हैरान रह गए. बच्ची को जब अस्पताल पहुंचाया गया, तब उसकी सांस भी बंद हो चुकी थी.हालांकि शुरुआती इलाज के बाद बच्ची सांस लेने लगी.फिलहाल बच्ची को राजकोट के सरकारी अस्पताल ले जाया गया है.बच्ची के शरीर और मुंह पर धूल लगी थी. माना जा रहा है कि किसी युवती ने जन्म के बाद बच्ची को फेंक दिया होगा.
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर बच्ची के शरीर में छुरी के 20 से ज्यादा निशान कहां से आए? छुरी के निशानों से साफ होता है कि बच्ची को जन्म के बाद जान से मारने की भी कोशिश हुई थी. हालांकि बच्ची बच गई.क्रिकेट खेल रहे युवकों ने मासूम को मौत के मुंह से निकालकर अस्पताल पहुंचा दिया और डॉक्टरों ने उसे बचा लिया. डॉक्टर दिव्या बारड ने बताया कि बच्ची के पीठ पर छुरी से वार किया गया था.तीन दिन की बच्ची के शरीर पर जिस तरह से छुरी से हमला किया गया, वो न सिर्फ दिल दहलाती है, बल्कि इंसानियत को भी शर्मसार करती है. हालांकि अभी तक बच्ची की मां का पता नहीं चल सका है.