अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुड़गांव: गुड़गांव के सौ से अधिक नागरिक बिलकिस बानो बलात्कारियों की माफी को वापस लेने और सभी दोषियों को वापस जेल भेजने की मांग को लेकर लेजर वैली पार्किंग में एकत्र हुए। नागरिकों ने पोस्टर लेकर और नारे लगाते हुए अपनी पीड़ा व्यक्त की कि एक तरफ पीएम मोदी ने भारतीयों को महिलाओं का सम्मान करने के लिए कहा और उसी दिन 11 बलात्कारियों को न केवल जेल से रिहा किया गया, उन्हें वीरों की तरह माला पहनाई और स्वागत किया गया। एक गुजरात सरकार मंत्री ने यह भी बयान दिया कि वे संस्कारी ब्राह्मण है और उन्हें जेल में नहीं होना चाहिए।
डॉ सारिका वर्मा ने कहा कि प्रत्येक भारतीय महिला को न्याय मिलना चाहिए और एक सुरक्षित माहौल में जीने का हमें हक है। महिला की जाति धर्म या सामाजिक तबका तय नहीं कर सकता के साथ न्याय होगा या अन्याय। हम ऐसा देश नहीं बन सकते जहां महिलाओं पर अत्याचार इतने हल्के में लिए जाएं । ऐसे जघन्य अपराध करने वाले अपराधी समाज में रिहा होने के लायक नहीं हैं। डॉ पारुल शर्मा ने कहा कि बलात्कारियों को वापिस जेल में भेजा जाए, बलात्कार के मुकदमों को फास्टट्रैक किया जाए, बलात्कार की रिपोर्ट करने आसान बने और बलात्कार पीड़ितों को मानसिक, शारीरिक और वित्तीय सहायता और पुनर्वास प्रदान होना चाहिए।
उषा सरोहा ने कहा कि बलात्कारियों के साथ इस तरह का व्यवहार समाज में एक संकेत भेजता है कि यदि आप एक निश्चित राजनीतिक दल या धर्म से हैं तो आप कोई भी अपराध कर सकते हैं और इससे बच सकते हैं। न्यायपालिका और प्रधान मंत्री का यह कर्तव्य है कि वे सभी भारतीयों को विश्वास दिलाएं कि सरकार और न्यायपालिका अपराधियों के साथ नहीं बल्कि नागरिकों के साथ खड़ी है।
शिल्पी सिंह, वीना पद्मनाभन, अनुराधा प्रसाद धवन, एडवोकेट निशांत वर्मा, समीरा सतीजा, सचिन शर्मा, मनीष वर्मा, अंशु, निकित अरोड़ा, हरि सिंह चौहान, पारस जुनेजा, सचिन गर्ग, निखिल कालरा, पवन यादव, धीरज राव, भारती देवी, रामवती ,सवनीत, हरि और कई अन्य नागरिक आज इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए।
Related posts
0
0
votes
Article Rating
Subscribe
Login
0 Comments
Oldest
Newest
Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments