अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली। पंजाब और हरियाणा में पराली जलने से दिल्ली में हो रहे प्रदूषण से लोगों का बचाव करने के लिए दिल्ली सरकार 50 लाख मास्क बांट रही है। दुनिया में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर मास्क बांटने का काम दिल्ली में शुरू हुआ है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजकीय प्रतिभा विकास विद्यालय सिविल लाईन से इस अभियान की शुरूआत की। इस दौरान उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया व शिक्षा निदेशक विनय भूषण मौजूद थें। स्कूली बच्चों के माध्यम से एन 95 मास्क लोगों के घर तक पहुंचाया जाएगा। 50 लाख मास्क को 25 लाख पैकेट के जरिए घर घर भेजा जा रहा है। दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली सरकार ने मास्क बांटने का निर्णय लिया है। साथ ही प्रदूषण कम करने के लिए दिल्ली में 4 नवंबर से आँड इवन लागू किया जाएगा।। बच्चों को मास्क बांटने के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि प्रदूषण कम करने के लिए दिल्ली अपने स्तर पर हर संभव प्रयास कर रही है। हम मास्क बांट रहे हैं। हम आँड इवन कर रहे हैं।
अब हरियाणा व पंजाब सरकार भी दिल्ली के लोगों व बच्चों का ध्यान रखकर पराली जलाने से रोकने के लिए कुछ कदम उठा लें। सीएम ने बच्चों से अपील की कि वह हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को पत्र लिखें। जिसमें उनसे आग्रह करें कि वह अपने अपने राज्यों में किसानों को पराली जलाने से रोके। उन्हें मशीनें दें। जिससे वह पराली न जला सकें। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज हमसब लोग बहुत महत्वपूर्ण चीज पर बात करने को एकत्र हुए। दीवाली पर इस बार 75-80 प्रतिशत बच्चों ने पटाखें नहीं जलाए। दिल्ली में भी 75-80 प्रतिशत बच्चों ने पटाखें नहीं जलाए। 10-15 प्रतिशत बच्चों ने ही पटाखें जलाए। आगे से यह भी नहीं पटाखें जलाएंंगे। बच्चों के लिए ही सीपी में लेजर शो किया।
काफी बच्चे गए। अगले साल से आप सभी जाना। हमलोगों ने पिछले पांच साल में प्रदूषण पर बहुत काम किया है। हमने बहुत प्रदूषण कम किया। 20 दिन पहले प्रदूषण बहुत कम था। आसमान में तारे दिखाई देते थें। मार्च से 10 अक्टूबर तक प्रदूषण बहुत कम था। विशेषज्ञों ने बताया कि दिल्ली में 25 प्रतिशत कम हो गया था। बिहार, गुजरात, मुंबई, वाराणसी सभी जगह प्रदूषण बढ़ रहा है। दिल्ली में प्रदूषण 10 अक्टूबर तक कम हो रहा था। इसके लिए हमलोगों ने कई काम किए। पहले बिजली कट लगता था। लोग जनरेटर चलाते थें। 6 लाख जनरेटर चला करता था। इससे प्रदूषण होता था।