अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली:मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज साउथ-वेस्ट दिल्ली के नारायणा रिंग रोड स्थित कोरोना योद्धा स्वर्गीय नितिन तंवर के घर जाकर उनके परिजनों से मुलाकात की और दिल्ली सरकार की तरफ से एक करोड़ रुपए की सहायता राशि का चेक सौंपा। सीएम ने कहा कि स्वर्गीय नितिन तंवर नारायणा स्थित एमसी प्राइमरी स्कूल में शिक्षक थे। उन्होंने काफी समय तक कोरोना से संबंधित अलग-अलग जगहों पर ड्यूटी की। ऐसे ही लोगों की सेवा और लगन की वजह से दिल्ली आज कोरोना से संघर्ष कर पा रही है। उन्होंने कहा कि हम इस क्षति को कभी पूरा नहीं कर सकते। हमें उम्मीद है कि इस आर्थिक सहायता से उनके परिवार को थोड़ी मदद मिलेगी। दिल्ली सरकार उनकी पत्नी को सरकारी स्कूल में नौकरी भी देगी।
कोरोना योद्धा स्वर्गीय नितिन तंवर के परिजनों से मुलाकात के उपरांत सीएम श्री अरविंद केजरीवाल ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि नितिन तंवर हमारे दिल्ली सरकार के स्कूल में शिक्षक थे। उन्होंने काफी समय तक कोरोना से संबंधित अलग-अलग जगहों पर ड्यूटी की। पहले उन्होंने राशन बांटने की ड्यूटी की, उसके बाद उन्होंने डोर टू डोर सर्वे करने की ड्यूटी की। कोरोना की ड्यूटी के दौरान ही वह भी संक्रमित हो गए थे और कोरोना की वजह से उनका निधन हो गया। इसका हमें बेहद दुख है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज हम सभी दिल्ली के अंदर कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। ऐसे ही लोगों की सेवा और ऐसे ही लोगों की लगन की वजह से दिल्ली आज कोरोना से संघर्ष कर पा रही है। हम भगवान से प्रार्थना करते हैं कि उनकी आत्मा को शांति दें। मैंने आज उनके परिवार के लोगों से मुलाकात की। उनके परिवार में उनकी धर्मपत्नी, उनके पिताजी और उनकी बेटी हैं। परिवार की इस क्षति को तो हम कभी पूरा नहीं कर सकते हैं, लेकिन दिल्ली सरकार की तरफ से परिवार को सहयोग के रूप में एक करोड़ रुपए का चेक हम लोगों ने उनको दिया है। हम उनकी धर्मपत्नी को दिल्ली सरकार में शिक्षक की नौकरी देने का भी प्रयास करेंगे, ताकि उनके परिवार में किसी तरह की दिक्कत न हो। मैंने उनको पूरा भरोसा दिया है कि उन्हें और भी किसी तरह की जरूरत पड़ेगी, तो दिल्ली सरकार पूरी तरह से उनके साथ है। हम उनकी मदद करने का हर तरफ से प्रयास करेंगे।————–
साउथ वेस्ट दिल्ली के नारायना रिंग रोड निवासी नितीन तंवर दिल्ली सरकार के स्कूल में शिक्षक थे। उनकी तैनाती नारायना स्थित एमसी प्राइमरी स्कूल में थी। कोरोना की ड्यूटी करने के दौरान वह भी संक्रमित हो गए थे और 12 दिसंबर 2020 को उनकी रिपोर्ट पाॅजिटिव आई थी। स्वास्थ्य बिगड़ने पर उन्हें आरएमएल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान 14 दिसंबर 2020 को उनका निधन हो गया। उनके परिवार में 41 वर्षीय उनकी पत्नी सरविस्ता तंवर एक गृहणी हैं, जबकि उनकी 9 वर्षीय बेटी पढ़ाई कर रही हैं। इसके अलावा, 70 वर्षीय पिता सत्यपाल सिंह सेक्शन आॅफिसर पद से सेवानिवृत्त हैं और उनकी 65 वर्षीय मां सरला देवी एक गृहणी हैं। उनके पास एकमात्र 70 वर्ग गज का प्लाट है, जिसमें पूरा परिवार रहता है।