अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली:सीएम अरविंद केजरीवाल ने आज पूर्वी दिल्ली स्थित बाहुबली एन्क्लेव निवासी कोरोना योद्धा स्वर्गीय राकेश जैन के परिवार से मुलाकात एक करोड़ रुपए की सहायता राशि का चेक सौंपा। सीएम ने कहा कि राकेश जैन हिंदू राव अस्पताल में लैब टेक्निशियन थे। वे आखिरी दम तक लोगों की सेवा करते रहे। उन्होंने कहा कि किसी की जान की कीमत नहीं लगाई जा सकती, लेकिन मैं समझता हूं कि इस राशि से उनके परिवार को थोड़ी मदद मिलेगी। दिल्ली सरकार उनके बेटे को नौकरी भी देगी। सीएम अरविंद केजरीवाल ने आज सुबह पूर्वी दिल्ली स्थित बाहुबली एन्क्लेव में रह रहे कोरोना योद्धा स्वर्गीय राकेश जैन के परिवार से मुलाकात की और दिल्ली सरकार की तरफ से उनके परिवार को एक करोड़ रुपए की सहायता राशि का चेक सौंपा। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि स्वर्गीय राकेश जैन हिंदू राव अस्पताल में लैब टेक्निशियन थे। लोगों की सेवा करते हुए उन्हें खुद भी कोरोना हो गया। उनकी तबीयत खराब होने पर मेट्रो अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया गया था,
लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका और वे शहीद हो गए। स्वर्गीय राकेश जैन लैब टेक्निशियन के तौर पर आखिरी दम तक लोगों की सेवा करते रहे। ऐसे हमारे जाबांज लोग, जो अपनी जान की परवाह किए बिना लोगों की सेवा कर रहे हैं, मरणोपरांत उनके परिवार की मदद करने के लिए दिल्ली सरकार एक करोड़ रुपए की राशि देती है। आज मैं स्वर्गीय राकेश जैन के परिवार से मिल कर उन्हें एक करोड़ रुपए की सहायता राशि का चेक सौंपा। इस दौरान मैं उनकी मांता, उनकी पत्नी और दोनों बच्चों से भी मिला और उन्हें हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि किसी की भी जान की कोई कीमत नहीं लगाई जा सकती है। लेकिन मैं समझता हूं कि इस राशि से उनके परिवार को थोड़ी मदद मिलेगी। उनके बड़े बेटे ने ग्रैजुएशन पूरा कर ली है और नौकरी की तलाश में हैं। दिल्ली सरकार उनको नौकरी भी देगी। जब भी उनके परिवार को किसी चीज की जरूरत होगी, हम मदद करने के लिए तैयार हैं। मैंने उनके परिवार को भरोसा दिया है कि उन्हें किसी भी तरह की चिंता करने की जरूरत नहीं है। सरकार उनके साथ खड़ी है और हर संभव मदद करेगी।
उल्लेखनीय है कि कोरोना योद्धा स्वर्गीय राकेश जैन नाॅर्थ एमसीडी के हिंदू राव अस्पताल में पैथोलाॅजी विभाग में लैब टेक्निशियन के पद पर तैनात थे। हिंदू राव अस्पताल कोविड अस्पताल घोषित किया गया था। स्वर्गीय राकेश जैन कोरोना मरीजों की सेवा करने के दौरान खुद भी उसकी चपेट में आ गए थे और उन्हें 17 जून 2020 को प्रीत विहार स्थित मेट्रो अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां 18 जून 2020 को उनका निधन हो गया। स्वर्गीय राकेश जैन मूलरूप से दिल्ली के निवासी थे और 1988 में वे सेवा में आए थे। जून 2022 में वे सेवानिवृत्त होने वाले थे। इससे पहले ही वे कोविड की चपेट में आ गए। स्वर्गीय राकेश जैन अपने पीछे अपनी मां मदन श्री जैन, पत्नी संगीता जैन और दो बच्चों को छोड़ गए हैं। उनकी पत्नी गृहणी हैं, जबकि बड़ा बेटा ग्रैजुएशन पूरी कर सर्विस की तैयारी कर रहा है और छोटा बेटा बीए कर रहा है।