अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली:मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख कर बुजुर्गों को रेल यात्रा में मिल रही 50 फीसद छूट को पुनः बहाल करने की अपील की है। उन्होंने पत्र में कहा है कि रेल यात्रा में मिल रही 50 फीसद छूट का देश के करोड़ों बुजुर्गों को लाभ मिल रहा था। केंद्र सरकार ने इस छूट को समाप्त कर दिया है, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हमारी तरक्की में हमारे बुजुर्गों का आशीर्वाद होता है, लेकिन कई बार हमें अहंकार हो जाता है कि हमें जो कुछ ज़िंदगी में मिला है वो केवल हमारी मेहनत का नतीजा है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा है कि बात पैसे की नहीं है। बात नियत की है। जैसे दिल्ली सरकार अपने 70 हजार करोड़ के बजट में से बुजुर्गों की तीर्थ यात्रा पर 50 करोड़ करने से गरीब नहीं हो जाती, वैसे ही केंद्र सरकार अपने 45 लाख करोड़ के बजट में से रेल यात्रा में छूट पर 1600 करोड़ रुपए खर्च करने से गरीब नहीं हो जाएगी।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि देश के बुजुर्गों को पिछले कई सालों से रेल यात्रा में 50 फीसद तक की छूट मिल रही थी। इसका लाभ देश के करोड़ों बुजुर्गों को मिल रहा था। आपकी सरकार ने इस छूट को समाप्त कर दिया, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। पिछले दिनों लोकसभा में आपकी सरकार ने बताया कि रेल यात्रा में बुजुर्गों को दी जा रही छूट को बंद करने से सालाना 1600 करोड़ रुपयों की बचत हो रही है। उन्होंने आगे कहा है कि कई बार हमें अहंकार हो जाता है कि हमें जो कुछ ज़िंदगी में मिला वो केवल हमारी मेहनत का नतीजा है, पर ऐसा नहीं है। हमारी तरक्की में हमारे बुजुर्गों का आशीर्वाद होता है। बिना उनके आशीर्वाद के कोई व्यक्ति, कोई समाज या कोई देश तरक्की कर ही नहीं सकता। जैसे दिल्ली में हम बुजुर्गों को उनके पसंद के तीर्थ स्थल की फ्री यात्रा करवाने ले जाते हैं। उनका आना, जाना, वहाँ रहना, खाना, पीना सब कुछ सरकार देती है। इससे बुजुर्गों को असीम खुशी मिलती है। वो दिल की गहराइयों से हमें आशीर्वाद देते हैं। आज दिल्ली हर क्षेत्र में खूब तरक्की कर रही है, उसका कारण इन बुजुर्गों का आशीर्वाद है।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने पत्र में कहा है कि बात पैसे की नहीं है। बात नियत की है। दिल्ली सरकार अपने 70 हजार करोड़ के बजट में से बुजुर्गों की तीर्थ यात्रा पर अगर 50 करोड़ खर्च कर देती है तो दिल्ली सरकार कोई गरीब नहीं हो जाती है। आने वाले साल में केंद्र सरकार 45 लाख करोड़ रुपये खर्च करेगी। इसमें बुजुर्गों की रेल यात्रा में छूट पर मात्र 1600 करोड़ खर्च होते हैं। ये राशि समुद्र में एक बूँद जैसे है। इसके खर्च ना करने से कोई केंद्र सरकार अमीर नहीं हो जाएगी और इसके खर्च करने से केंद्र सरकार गरीब नहीं हो जायेगी। लेकिन जब इसे रोका जाता है तो हम एक तरह से अपने बुजुर्गों को संदेश दे रहे हैं कि हम आपकी परवाह नहीं करते। ये बहुत गलत है। ये भारतीय संस्कृति के खिलाफ है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने पत्र के अंत में कहा है कि मैंने कई बुजुर्गों से बात की। रेल यात्रा में दी जा रही यह छोटी सी रियायत उनके लिए बड़ा मायने रखती है। अतः मेरी आपसे विनती है कि बुजुर्गों के प्रति संवेदनशीलता दिखाते हुए जल्द से जल्द इस रियायत को बहाल करने का कष्ट करें। सीएम अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र को ट्वीट कर कहा है कि रेल में बुजुर्गों को मिलने वाली रियायत को कृपया बंद ना कीजिए। इस रियायत से करोड़ों बुजुर्गों को फ़ायदा हो रहा है।
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