अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली:मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आर्थिक अभाव के बावजूद अपनी प्रतिभा से लोगों का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करने वाले होनहार एथलीट लोकेश कुमार की मदद के लिए स्वयं हाथ बढ़ाया है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस होनहार एथलीट पर जैसे ही मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की नजर पड़ी, वैसे ही वे हर स्तर पर मदद करने के लिए खुद आगे आ गए। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एथलीट लोकेश कुमार को आज अपने आवास पर बुलाए और उनकी प्रतिभा को निखारने के लिए ‘प्ले एंड प्रोग्रेस’ योजना के तहत तीन लाख रुपए की वित्तीय सहायता का चेक प्रदान किए। वहीं, अचानक मुख्यमंत्री कार्यालय से वित्तीय सहायता लेने के लिए बुलावा आने पर लोकेश कुमार खुद आश्चर्य चकित रह गए। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के हाथों तीन लाख रुपए का चेक मिलने के बाद अब उन्हें अपने सपनों को उड़ान देने में आ रही सबसे बड़ी बांधा दूर हो गई है। लोकेश कुमार का इसी तरह से प्रदर्शन बरकरार रहने पर दिल्ली सरकार आगे भी वित्तीय सहायता जारी रखेगी।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने चेक सौंपते हुए कहा कि दो दिन पहले मुझे लोकेश के बारे में पता चला। आज मैंने लोकेश से मिलकर 3 लाख रुपए की सहायता का चेक सौंपा। प्रतिभा के सामने पैसे की कमी को आड़े नहीं आने देंगे। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लोकेश को भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि ऐसे ही जमकर मेहनत करिए और देश का नाम रोशन करिए। दिल्ली के नंदनगरी इलाके में रहने वाले लोकेश कुमार दिल्ली सरकार के आरके पुरम स्थित स्कूल में 10वीं कक्षा में पढ़ते हैं। वह एक होनहार एथलीट हैं, लेकिन आर्थिक रूप से बहुत गरीब परिवार से आते हैं। आर्थिक तंगी के बावजूद लोकेश के अंदर विश्वस्तरीय एथलीट बनने का जज्बा बरकरार है। सभी बांधाओं से जूझते हुए भी वे एथलीट में लगातार बेहतर प्रदर्शन करते रहे हैं। उनके प्रदर्शन के बहुत से लोग कायल हैं, लेकिन आर्थिक मदद के लिए कोई आगे बढ़कर नहीं आया, ताकि वे अपनी प्रतिभा को निखार सकें। दो दिन पहले ही लोकेश कुमार की प्रतिभा और उनकी आर्थिक पृष्ठभूमि के बारे में शोसल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हुई, जिस पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की नजर पड़ी। सीएम अरविंद केजरीवाल लोकेश की प्रतिभा के बारे में जानकार काफी प्रभावित हुए और उन्होंने उपमुख्यमंत्री व खेल मंत्री मनीष सिसोदिया से बात की और लोकेश को वित्तीय सहायता पर विचार करने के निर्देश दिए। साथ ही, मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को भी निर्देशित किए कि दिल्ली सरकार की तरफ से जो भी वित्तीय सहायता दी जा सकती है, उसे यथा शीघ्र प्रदान की जाए। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मिले निर्देश के बाद विभाग ने वित्तीय सहायता देने की कार्रवाई शुरू कर दी। परिणाम स्वरूप, सीएम अरविंद केजरीवाल ने आज लोकेश को अपने आवास पर बुलाए और मात्र तीन दिन के अंदर ही उन्हें तीन लाख रुपए की सहायता का चेक सौंप दिए। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, ‘‘दो दिन पहले मुझे लोकेश के बारे में पता चला। आज मैंने लोकेश से मिलकर 3 लाख रुपए की सहायता का चेक सौंपा। प्रतिभा के सामने पैसे की कमी को आड़े नहीं आने देंगे। भविष्य के लिए लोकेश को बहुत-बहुत शुभकामनाएं। ऐसे ही जमकर मेहनत करिए और देश का नाम रोशन करिए।’’15 वर्षीय लोकेश कुमार दिल्ली का एक बहुत ही होनहार एथलीट है। वह आरके पुरम के सेक्टर-2 स्थित दिल्ली सरकार के सर्वाेदय को-एड विद्यालय में 10वीं के छात्र हैं। लोकेश कुमार अपने परिवार के साथ नंद नगरी में एक बहुत छोटे से घर में रह रहे हैं। उनके पिता एक रिक्शा चालक हैं और मां एक नौकरानी के तौर पर काम करती हैं। लोकेश कुमार लगातार 100 मीटर, 300 मीटर और 400 मीटर व्यक्तिगत (इंडिविजुअल) दौड़ अंडर-16 कैटेगरी में पहुंच रहे हैं। हाल ही में संपन्न दिल्ली स्टेट मीट में एथलीट लोकेश कुमार ने अंडर-16 कैटेगरी में 100 मीटर में रजत पदक जीता है।दिल्ली सरकार ने खिलाड़ियों की प्रतिभा को निखारने के लिए ‘प्ले एंड प्रोग्रेस’ नामक एक योजना शुरू की है, जिसके तहत स्कूल के खिलाड़ियों को प्रशिक्षण प्राप्त करने और उच्च स्तर की प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए उनकी प्रतिभा को निखारने को लेकर वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। लोकेश कुमार के प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए दिल्ली सरकार ने उन्हें वित्तीय सहायता देने पर पर विचार किया। ‘प्ले एंड प्रोग्रेस’ योजना के अनुसार खिलाड़ियों को 3 लाख रुपए दिए जाते हैं, ताकि उसके पोषण, खेल उपकरण और किट आदि की जरूरतों को पूरा किया जा सके। इसके साथ ही, खिलाड़ी का वार्षिक आधार पर मूल्यांकन किया जाता है और खिलाड़ी का प्रदर्शन बेहतर होने पर उसे बाद के वर्षों में भी वित्तीय सहायता प्रदान की जा सकती है। दिल्ली सरकार होनहार एथलीट लोकेश कुमार को शुभकामनाएं देने के साथ ही उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करती है।
*केजरीवाल सरकार ने विश्वस्तरीय खिलाड़ी तैयार करने के लिए खोला है स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी* केजरीवाल सरकार ने विश्वस्तरीय खिलाड़ी तैयार करने के उद्देश्य से स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी की स्थापना की है। दिल्ली सरकार को यकीन है कि जब यह यूनिवर्सिटी बनकर पूरी तरह से तैयार हो जाएगी, तो देश भर से खिलाड़ी दिल्ली आएंगे और वे दिल्ली का हिस्सा बन जाएंगे। दिल्ली और देश में बहुत से ऐसे बच्चे हैं, जो स्पोर्ट अच्छा खेलते हैं। उनके माता-पिता उन्हें स्पोर्ट खेलने के साथ ही ग्रैजुएशन पूरा करने के लिए भी कहते हैं। ऐसे में दिल्ली सरकार का मकसद है कि स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी में ऐसा बच्चा अपनी पसंद का खेल ही खेलेगा, लेकिन उसे ग्रेजुएशन की डिग्री मिलेगी। अगर वह 12वीं के बाद क्रिकेट खेलना चाहता है, तो वह क्रिकेट ही खेलेगा, लेकिन उसे क्रिकेट में ग्रैजुएशन की डिग्री मिलेगी। यह डिग्री, ग्रैजुएशन और पोस्ट ग्रैजुएशन के बराबर मान्य होगी। खिलाड़ियों को सभी सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी, ताकि उन्हें अपनी प्रतिभा निखारने में कोई अड़चन न आए। यूनिवर्सिटी में तैयार किए जा रहे यह खिलाड़ी विश्वस्तरीय खेलों में मेडल जीत कर दिल्ली और देश का नाम पूरे विश्व में रौशन कर पाएंगे।