अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़: देश व प्रदेश में कोरोना मामलों में दोबारा हो रही वृद्धि के कारण बनी चिंताजनक स्थिति को देखते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने किसान भाईयों से अपील की है कि इस संकट के समय वे अपने आंदोलन को समाप्त करें। सरकार सदैव किसान भाईयों की बात सुनती आई है। विचारों में किसी प्रकार का अंतर हो सकता है लेकिन इस समय सजग रहने की आवश्यकता है, इसलिए किसान अपने आंदोलन को खत्म करें और घरों को वापिस लौटें।
मुख्यमंत्री आज ‘हरियाणा की बात’ कार्यक्रम के माध्यम से टेलीविजऩ पर सीधे प्रसारण द्वारा प्रदेश की जनता को संबोधित कर रहे थे। मनोहर लाल ने कहा कि आंदोलन करना हर किसी का लोकतांत्रिक अधिकार है, परंतु इस समय जो वैश्विक महामारी पूरी मानवता के लिए खतरा बनी हुई है, उससे बचाव करना भी हम सबकी सामूहिक जिम्मेवारी है। इसलिए किसानों को नैतिकता के आधार पर इस महामारी से बचाव के लिए अपना आंदोलन समाप्त करना चाहिए।
औद्योगिक गतिविधियां चलती रहेंगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले वर्ष कोरोना महामारी से बचाव के लिए लॉकडाउन लागू किया गया था। परंतु उस समय औद्योगिक गतिविधियां रूकने के कारण थोड़ी समस्या का सामना करना पड़ा। इस बार भी पिछले वर्ष की भांति कोरोना मामलों में अचानक वृद्धि हुई है, जिसे रोकना अत्यंत आवश्यक है। लेकिन इस बार पिछले वर्ष के अनुभव से सीखते हुए औद्योगिक गतिविधियां बंदी नहीं होंगी, वे चलती रहेंगी। मुख्यमंत्री ने श्रमिकों से आग्रह किया कि वे निश्चिंत होकर अपने कार्य में लगे रहे, किसी प्रकार से घबराने की जरूरत नहीं है। उन्हें किसी प्रकार की कोई कठिनाई नहीं आने दी जाएगी। हरियाणा सरकार आपके साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि पिछली बार भी लगभग 1500 करोड़ रुपये सरकार की ओर से राशन व आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए खर्च किए गए थे। इसलिए चिंता करने की आवश्यकता नहीं है,सरकार हर कदम पर आपके साथ है। मनोहर लाल ने कहा कि हालांकि, उद्योगपति कोविड-19 से बचाव के लिए जारी सभी प्रकार के दिशा-निर्देशों का अनुपालन अवश्यक सुनिश्चित करें। चाहें तो वह शिफ्टों में या छुट्टी के दिनों में कम स्टाफ की संख्या के साथ औद्योगिक गतिविधियां संचालित करते रहें ताकि कोरोना मामलों पर भी अंकुश रहे और श्रमिक भाईयों को भी किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो।