अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़: मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि बड़ी खुशी की बात है कि दो साल पहले जिस घाट को बनवाने की बात की गई थी, वह 4.48 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हो गया है। इस घाट पर छठ पूजा व मेले के दौरान श्रद्धालुओं को लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री सोमवार को करनाल में छठ पूजा घाट व छठ धर्मशाला के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छठ पूजा का संबंध करनाल से भी है,
क्योंकि इस पर्व पर सूर्य देव की स्तुति की जाती है और कहा जाता है कि सर्वप्रथम सूर्य पुत्र कर्ण ने ही सूर्य देव की पूजा की थी। वहीं करनाल को कर्ण नगरी कहा जाता है, ऐसे में न केवल पूर्वांचल बल्कि समस्त करनाल वासियों को छठ पर्व को मनाना चाहिए।इस अवसर पर छठ पर्व सेवा समिति मंडल ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल को एक मांग पत्र भी सौंपा। इसमें विशेष तौर पर शहीद एक्सप्रेस के करनाल में ठहराव की मांग की गई। इस पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पत्र लिखकर शहीद एक्सप्रैस के ठहराव के लिए प्रयास करने का आश्वासन दिया। छठ पूजा के लिए घाट बनाने की लंबे समय से मांग चली आ रही थी। इस घाट के बनने से छठ पर्व, दुर्गा पूजा, सरस्वती पूजा इत्यादि त्योहारों के अवसर पर पश्चिमी यमुना नहर पर स्नान करने की सुविधा उपलब्ध होगी। इस घाट की लंबाई 2772 फीट है।