अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
ग्रेटर फरीदाबाद में पिछले कई दिनों से हाई टॉवर्स, फ्लैट्स और सेकटोरस में रहने वाले लोग पावर कट्स से परेशान हैं। दिन में 8 घंटे लाइट जाने से लोगों के इंवर्टर भी जवाब दे दे रहे हैं। जब लाइट रहती है, तो वोल्टेज इतना कम है की एक एयर-कन्डिशनर, फ्रिज और इलेक्ट्रॉनिक आइटम फुकने की वजह से चल नहीं पा रहे हैं। ग्रेटर फरीदाबाद में सेक्टर 75-89 में रिहायशी घर बने हुए हैं, जिनमे एक अनुमान के अनुसार एक लाख से भी ज्यादा लोग रह रहे हैं। यहाँ पर सबसे ज्यादा प्रोजेक्ट्स बिल्डर बीपीटीपी द्वारा बनवाए गए हैं।
बीपीटीपी अभी दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम से बल्क इलेक्ट्रिक सप्लाइ लेता है और लोगों को देता हैं। इस सोमवार को बिजली 8:30 pm से रात के 2:00 am तक गई (5+ घंटे) , मंगलवार को रात 10 pm से 2:30 am तक (4:30+ घंटे), बुधवार को 10:30 pm से 2:30 am (4 घंटे) रही। इसके अलावा दिन भर लाइट ओवर्लोड की वजह से आती जाती रहती है। बुधवार को इलेक्ट्रिक केबल में फॉल्ट हुई, जिससे 4 घंटे दिन में भी लाइट गई। इस मामले में बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता नरेश कक्कड़ से बातचीत करने की कोशिश की गई पर वह तो अपना फोन नहीं उठाया। इसके कुछ मिंटों के बाद कंट्रोल रूम से एक फोन जरूर आया उसने बातचीत के दौरान बताया कि एसई नरेश कक्कड़ किसी मीटिंग में हैं। पूछने पर उसने बताया कि ग्रेटर फरीदाबाद में एक केवल जल गया था इस लिए बिजली की सप्लाई में दिक्कत आ गई थी। जोकि अब वह ठीक हो गया हैं। अब वहां पर बिजली की स्थिति बिल्कुल ठीक हैं।
फ्लैट तो बेचा , सुविधा ज़ीरो
ग्रेटर फरीदाबाद के नए सेकटरस में दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम डायरेक्ट सप्लाइ, और ग्रेटर फरीदाबाद के लिए कोई सब स्टेशन नहीं हैं। बीपीटीपी अभी दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम से बल्क इलेक्ट्रिक सप्लाइ लेता है और लोगों को देता हैं, और बिल्डर सलाना करीब Rs 4,500 का लेता है बिजली की व्यवस्था को सुचारु रूप से चलाने के लिए। उपभोक्ताओं की समस्या के समाधान के लिए बीपीटीपी की हेल्पलाइन भी है, और व्हाट्सप्प ग्रुप भी। लेकिन ये हाथी के दिखने वाले दांत हैं — हेल्पलाइन पर कोई फोन नहीं उठता और व्हाट्सप्प ग्रुप पर बीपीटीपी का जवाब नहीं आता।
लोगों ने लगाई पुलिस थाने में गुहार
ग्रेटर फरीदाबाद के लोग कल देर शाम खेड़ी पुल थाना पहुंचे और bptp एवं उसकी मैन्ट्नन्स कंपनी bpms के खिलाफ कम्प्लैन्ट रजिस्टर की। उन्होंने एसएचओ से ज्ञापन दिया की जल्द से जल्द बिल्डर की कंपनी पर कार्रवाई की जाए। लोगों का कहना हैं की बिल्डर समस्या का स्थायी समाधान नहीं करते, और समस्या साल दर साल, वही की वहीं है।
लोगों की परेशानी
आभा अवस्थी (45): हर आठ साल से लाखों की सोसाइटी मैन्ट्नन्स दे चुके हैं, लेकिन निर्मम bptp की सुविधा कुछ नहीं है। मेरे फॅमिली में कोविड से मम्मी की मृत्यु हुई है। नींद तो इस सदमे से ऐसे ही नहीं आती, और बिजली नहीं रहने से जीना दूभर हो चुका हैं।
विकास पाठक (49) : ग्रेटर फरीदाबाद में बिजली की समस्या गर्मी में पिछले सात साल से बनी है। एक बार तो बिजली तीन दिन से भी ज्यादा कटी थी। ऐसा लगता है ग्रेटर फरीदबद में घर खरीदने का फैसला गलत था।
विशाल अहलुवालिया (36): रात भर लाइट काटने से सो नहीं पाता, दिन में वर्क फर्म होम के लिए लैपटॉप मे बैटरी नहीं बचती। बिजली काटने से हमारे वर्क फर्म होम पर बहुत ज्यादा प्रभावित हो रहा है।
कुणाल रंजन (38): रात रात तक लाइट कटने पर बालकों पर बाद प्रभाव पड़ रहा है। नींद नहीं आने की वजह से वो चिड़-चिड़े हो गए हैं, और अनलाइन क्लास में भी मन नहीं लगा पा रहे हैं।