अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरूग्राम: हरियाणा ने आज गुरुग्राम में ‘द इंडिया कोरिया गोल्फ मीट’ का आयोजन किया जिसमें गोल्फ के खेल पर व्यापार और आर्थिक सहयोग पर चर्चा की गई। इस मौके पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल मुख्य अतिथि थे जिन्होंने कोरियाई निवेशकों को राज्य सरकार से सभी सहायता का आश्वासन दिया। गुरुग्राम में इस मीट के प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए श्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा को कोरियाई कंपनियों से काफी मात्रा में निवेश की आशा है, इसलिए हरियाणा के लिए इस स्वस्थ संबंध को बनाए रखना महत्वपूर्ण हो जाता है। मनोहर लाल ने कोरियाई निवेशकों द्वारा हरियाणा में अपना विश्वास जगाने के लिए उनका आभार व्यक्त किया और आशा जताई कि वे भविष्य में भी निवेश के लिए हरियाणा को प्राथमिकता देंगे।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में एक और औद्योगिक क्रांति लाने के लिए कई नए सुधार किए गए हैं, जिसके परिणामस्वरूप ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस‘ में हरियाणा देश में 14वें स्थान से उत्तर भारत में पहले और देश में तीसरे स्थान पर आ गया है। अब लालफीताशाही (रैड टेपिजम) को लाल कालीन (रैड कारपेट) से बदल दिया गया है और उद्योगों को हर संभव तरीके से सुविधा प्रदान की जा रही है। उद्योगों की स्थापना तथा विस्तार के लिए आवश्यक एनओसी तथा सहमति पत्र व अन्य प्रकार की स्वीकृतियां प्रदान करने के लिए हरियाणा में शुरू किए गए सिंगल विंडो सिस्टम को भारत में सर्वश्रेष्ठ प्रणाली के रूप में मान्यता दी गई है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में आईटी तथा आईटीईएस, कृषि और खाद्य प्रसंस्करण, स्वास्थ्य सेवा और चिकित्सा शिक्षा, कौशल विकास, इलेक्ट्रॉनिक्स हार्डवेयर विनिर्माण, कपड़ा और परिधान, रक्षा और एयरोस्पेस, मास रैपिड ट्रांसपोर्ट जैसे क्षेत्रों में निवेश की अपार संभावनाएं हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि गोल्फ को यथार्थता का खेल माना जाता है और निवेश करते समय भी ध्यानपूर्वक यथार्थता के साथ निर्णय लेना होता है और अच्छे संतुलित निर्णय ही फर्म अथवा कंपनी की आवश्यकता होती है। उन्होंने दक्षिण कोरियाई निवेशकों को याद दिलाया कि भारत और दक्षिण कोरिया दोनों पारंपरिक रूप से सदियों से एक दूसरे के करीब रहे हैं। हाल के वर्षों में, भारत और कोरिया गणराज्य ने काफी प्रगति की है और दोनों के संबंध बहुआयामी बन गए हैं, जिनसे आपसी हितों, सद्भाव और उच्च स्तरीय आदान-प्रदान को बढावा मिला है।
व्यापार संरक्षणवाद के वर्तमान युग के बारे में बात करते हुए श्री मनोहर लाल ने कहा, दोनों देशों द्वारा इस संबंध को आगे बढाने का प्रयास अत्यधिक सराहनीय है। हाल ही में दक्षिण कोरिया सरकार द्वारा शुरू की गई नीति ‘न्यू सादर्न पॉलिसी (एनएसपी) इसकी गवाह है। इससे भारत के साथ कोरिया के आर्थिक और सामरिक संबंधों को मजबूती मिली है। यह पहली बार था कि दक्षिण कोरिया ने स्पष्ट रूप से भारत के लिए एक विदेश नीति बनाने की पहल की है और अधिकारिक तौर पर इसकी डोक्युमेंटेशन की गई है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में कोरिया की कई बहुराष्ट्रीय कंपनियां जैसे हुन्दई, लोटे, दूसानपाॅवर, सैमसंग आदि हंै और लगभग 3000 कोरियाई लोग यहां रहते हैं। श्री मनोहर लाल ने कहा कि कोरिया ने हरियाणा के औद्योगिक इको सिस्टम को मजबूत करने और इसे देश के ऑटोमोबाइल हब के रूप में स्थापित करने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि हरियाणा अवसरों और उद्यमशीलता की भूमि है तथा यह प्रदेश भारत में सबसे विकसित और औद्योगिक राज्यों में गिना जाता है। क्रेन, उत्खनन, कार, दोपहिया, फुटवियर, वैज्ञानिक उपकरणों आदि का हरियाणा अग्रणी निर्माता हैं। श्री मनोहर लाल ने बताया कि बड़े राज्यों में हरियाणा की प्रति व्यक्ति आय सबसे अधिक है। हरियाणा की जीडीपी (मौजूदा कीमत पर) लगभग 12 प्रतिशत वार्षिक की दर से बढ़ रही है। विनिर्माण और सेवा क्षेत्र आज राज्य अर्थव्यवस्था में लगभग 86 प्रतिशत योगदान देतेे हैं। प्रदेश की आर्थिक विकास दर राष्ट्रीय दर की तुलना में अधिक है। मुख्यमंत्री ने आज के गोल्फ खेल के विजेताओं को पुरस्कृत किया तथा अन्य प्रतिभागियों को स्मृति चिन्ह भेंट किए।
इससे पहले, उद्योग और वाणिज्य विभाग हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव देवेंद्र सिंह ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि गोल्फ का खेल कोरियाई निवेशकों में काफी लोकप्रिय है और इस खेल के दौरान व्यापार व निवेश पर चर्चा करने के लिए हरियाणा में यह पहला अनूठा कार्यक्रम आयोजित किया गया। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह आयोजन हरियाणा और कोरिया के बीच संबंधों को मजबूती प्रदान करेगा। कोरियन इंटरनेशनल ट्रेड एसोसिएशन (किटा) के एचसी जेआॅग ने इस अनूठे कार्यक्रम के आयोजन के लिए हरियाणा का धन्यवाद किया और कहा कि यह सेमिनार आदि जैसे सामान्य आयोजनों से हट कर है। उन्होंने कहा कि भारत और कोरिया का उज्ज्वल भविष्य है। प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कोरियाई राष्ट्रपति श्री मून जे इन से पिछले दिनों मुलाकात की थी और दोनों नेताओं ने आपसी समृद्धि और हिस्सेदारी पर सहमति व्यक्त की। उन्होंने तय किया है कि दक्षिण कोरिया 2030 तक भारत में अपने निवेश को 21.5 यूएस बिलियन डॉलर से बढाकर 50 अमेरिकी डॉलर तक ले जाएगा। दोनों नेताओं ने इस लक्ष्य को प्राप्त करने में सभी बाधाओं को दूर करने के लिए काम करने पर सहमति व्यक्त की। वर्तमान में भारत में 700 कोरियाई कंपनियां चल रही हैं और 2030 तक भारत 2000 कोरियाई कंपनियों के लिए घर होगा। इससे पता चलता है कि हम भारत से प्यार करते हैं और इसी प्रकार की आशा रखते हैं। इन्वेस्ट इंडिया से मधु ने भी संबोधित किया। हरियाणा के लोक निर्माण तथा वन मंत्री राव नरबीर सिंह, मेयर मधु आजाद, भाजपा जिलाध्यक्ष भूपेंद्र चैहान, दक्षिण कोरिया के दूतावास के मंत्री श्री यूओ-चेंग-हो भी अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ उपस्थित थे।