नई दिल्ली / अजीत सिन्हा
देवेंद्र यादव ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि जैसा कि प्रणव जी ने कहा कि एक बहुत ही महत्वपूर्ण मुद्दा जो पिछले कई दिनों से लगातार चर्चा में है और आज उसका पटाक्षेप हुआ है,मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की इस्तीफे के साथ। मैं समझता हूं कि ये पूरे तरीके से 4 साल जो उत्तराखंड की सरकार रही, उसके दौरान हुए भ्रष्टाचार और उसकी नाकामियों पर पर्दा डालने की एक विफल कोशिश है ये। जैसा कि हम जानते हैं कि ये इसी वही सरकार में, आज से मात्र 4 महीने पहले हाईकोर्ट नैनीताल ने एक ऐतिहासिक फैसला देते हुए निवर्तमान मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के खिलाफ भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर सीबीआई इंक्वायरी की जांच के आदेश दिए और इस सरकार ने उस समय भी अपनी मर्यादाओं को ताक़ पर रखते हुए इस मुद्दे को बाकायदा सुप्रीम कोर्ट में जाकर चैलेंज करके उसको स्टे करवाने की एक कोशिश की।
आज चाहे उत्तराखंड का बेरोजगारी का मुद्दा हो; उत्तराखंड के विकास की बात हो; कुंभ में हुए नाकामी और महाघोटाले की बात हो; उत्तराखंड फॉरेस्ट गार्ड भर्ती में हुए घोटाले की बात हो; बच्चों के मिड-डे-मील में हुए घोटाले की बात हो; कर्मकार बोर्ड में हुए 400 करोड़ के गबन की बात हो, आज वो सारे मुद्दे सामने आए हैं। आज उत्तराखंड की जनता ये सवाल पूछती है कि ये वो सरकार जो आज से 4 साल पहले लोगों ने बड़ी उम्मीद के साथ जिस को चुना था, आज जब वो पूरी तरीके से फेलियर साबित हुई है, क्या उसे एक पल भी सत्ता में बने रहने का अधिकार है? आज यह प्रदेश 26 प्रतिशत बेरोजगारी के साथ देश में सबसे बेरोजगार राज्य के रुप में जाना और पहचाना जाता है, बेरोजगारी के अलावा महंगाई और किसानों के मुद्दे को जिस तरीके से इन्होंने हैंडल किया है, जिस तरीके से पलायन लगातार कर रहे हैं, निश्चित ही उसका पटाक्षेप त्रिवेंद्र सिंह रावत के इस्तीफे के साथ हुआ है। मैं समझता हूं कि सरकार ने अपनी नाकामी छुपाने की कोशिश की है और भारतीय जनता पार्टी हमेशा इसी तरह के स्केप रुट ढूंढने की कोशिश करती है। अतः आज कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे को लेकर ये मांग करती है, भारतीय जनता पार्टी से -राष्ट्रपति से कि इस उत्तराखंड सरकार को तुरंत बर्खास्त किया जाए। सिर्फ त्रिवेंद्र सिंह रावत के इस्तीफे से इसका काम चलने वाला नहीं है- भारतीय जनता पार्टी की सरकार को इस्तीफा देकर लोगों के बीच दोबारा जाने की जरुरत है। अभी कुछ महीने पहले आपदा आई, जिसमें कई सौ लोग अपनी जान गंवा बैठे। जो कि बेहद दुर्भाग्यपूर्ण था।
उसी तरह कहीं ना कहीं कोरोना काल में मिस हैंडलिंग हुई है। आज कहीं ना कहीं हर रोज के खाने-दाने के लिए जो वहाँ की जनता मोहताज अपने आपको महूसस करती है, इससे ये स्पष्ट हो जाता है कि भारतीय जनता पार्टी ने ये खुद माना है कि पिछले 4 सालों में उनकी सरकार ने सिवाए भ्रष्टाचार के कोई काम नहीं किया है। लिहाजा आज कांग्रेस पार्टी ये मांग करती है कि आज सरकार को इस्तीफा देना चाहिए और राष्ट्रपति को इसका संज्ञान लेते हुए उसको तुरंत बर्खास्त किया जाना चाहिए। त्रिवेन्द्र रावत के रेजिग्नेशन को लेकर पूछे एक प्रश्न के उत्तर में यादव ने कहा कि जिस तरीके से ये फेलियर हुआ है,और भारतीय जनता पार्टी ने ये माना है कि सिवाये भ्रष्टाचार के वहाँ पर कुछ हुआ नहीं, जिसका परिणाम त्रिवेन्द्र रावत के रेजिग्नेशन के रुप में आज हमारे सामने आया है। निश्चित ही क्षेत्र की जनता ये चाहती है, क्षेत्र की जनता ये उम्मीद करेगी कि राष्ट्रपति इसके ऊपर संज्ञान लें, इस सरकार को तुरंत बर्खास्त करके चाहे वहाँ पर राष्ट्रपति शासन लागू करके जल्द से जल्द चुनाव करवाए जाने चाहिए। उत्तराखंड में दोबारा चुनाव करवाए जाने को लेकर पूछे एक अन्य प्रश्न के उत्तर में यादव ने कहा कि निश्चित ही तैयार है, हम हर बूथ लेवल पर हमारे कार्यकर्ता, हमारे लोग आज जिस तरीके से, जो नाकामियाँ इस सरकार की रही हैं, उसका जवाब देने के लिए पूरी तरीके से तैयार हैं।