अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा- हम सब लोग इलेक्शन कमीशन के समक्ष गए थे और हमने स्ट्रॉन्गली इलेक्शन कमीशन को बोला कि जो लेवल प्लेइंग फील्ड है, मीडिया के द्वारा डिस्टर्ब की जा रही है। जबकि कल पोलिंग है, they are giving results. ऐसे मैथोडोलॉजिकली कुछ-कुछ टीवी चैनल्स रिजल्ट दे रहे हैं, जैसे कि रिजल्ट पहले से आ चुका है। एग्जिट पोल बैन है, प्रिडिक्शन बैन है, उसके बावजूद भी ये सब किया जा रहा है। कोई इलेक्शन कमीशन का खौफ नहीं है, कुछ नहीं है। इलेक्शन कमीशन इस बात को लेकर चिंतित था और कई बार हम लोग आ चुके हैं, इस मुद्दे को लेकर। उन्होंने हम लोगों को एश्योर किया है कि ये बहुत सीरियस इशू है और इस पर हम गौर करेंगे और ये जनहित की बात है, जो हम बोल रहे हैं और आगे भी इस पर क्या कानून बनना चाहिए ,उसके बारे में भी वो विचार करेंगे।
श्रीमती सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि हम लोग इलेक्शन कमीशन से मिले और जैसा की सर ने बताया, हमने इलेक्शन कमीशन के पूरे अपने डेलिगेशन के द्वारा उनका ध्यान आकर्षित किया। इलेक्शन कमीशन की ही अपनी हिदायत और लैटर को, जिसमें वो किसी भी तरह के ओपिनियन पोल को बैन करते हैं, एक प्रोहिबिटेड पीरियड में और जिस तरह का काम लोकतंत्र का चौथा स्तंभ बनकर मीडिया कर रहा है और कुछ चैनल्स रीजन वाइज प्रिडिक्शन दिखा रहे हैं, वो जरुर लोकतंत्र की प्रणाली के साथ खिलवाड़ है। इलेक्शन कमीशन ने हमें भरोसा दिलाया है कि वो इस मैटर को सीरियसली लेते हैं और इसकी तफ्तीश कर रहे हैं और इस पर कोई एक विधिपूर्वक कार्रवाई की जाए, इसके लिए वो समर्पित हैं।
हमारा अपना मानना है कि लोकतंत्र के साथ चाहे वो लोकतंत्र का चौथा स्तंभ ही क्यों न हो, खिलवाड़ नहीं हो सकता। हमने इलेक्शन कमीशन के सामने तमामो और बातें रखीं, इस इलेक्शन को लेकर, चाहे वो एंकरिंग के स्पॉट्स हों, अलग-अलग जगहों से ध्रुवीकरण की कोशिशें हों, चाहे वो हैलिकॉप्टर के नाम पर एयर स्पेस बैन कर देना हो, अन्य विपक्षी पार्टियों को उड़ने न देना हो, तमामो ऐसी बातें रखीं, लेकिन मूलतः आज की जो बात थी, वो जिस तरह का ओपिनियन पोल 48 घंटे पहले चुनाव के दिखाया जा रहा है, वो सर्वथा गलत है उसकी हम निंदा करते हैं और इलेक्शन कमीशन ने हमें भरोसा दिलाया है कि इस पर जरुर किसी तरह की कार्रवाई की जाएगी।
एक प्रश्न पर कि क्या किसी चैनल का नाम, डीटेल्स भी आपने दी हैं? श्रीमती सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि Yes, we have given copies.
एक अन्य प्रश्न पर कि आपने कहा कि चुनाव आयोग ने कहा है कि हम कानून में बदलाव करेंगे, क्योंकि एग्जिट पोल पर बैन रहता है, ओपिनियन पोल मात्र मतदाता को प्रभावित करने का दूसरा नाम है, श्री विवेक तन्खा ने कहा कि ओपनियन पोल भी प्रोहिबिटेड है, अगर आप एनालिसिस देते हो। मतलब, आप प्रिडिक्शन कर रहे हो कि कौन जीतेगा। एक होता है फ्री स्पीच, जो होता है कि स्वतंत्रता होती है, बोलने की आजादी होती है और एक होता है, हम आपको रिजल्ट बता रहे हैं। आपको पता है कि रिजल्ट क्या होगा, जो आप बता रहे हैं? ये स्पॉन्सर्ड एक्टिविटी होती है और हमने उनको बिल्कुल इसके कटआउट्स दिए हैं और दिखाया है, प्रिंट आउट्स दिए हैं और बताया है कि देखिए, किस तरह से पहले से रिजल्ट डिक्लेयर किया जा रहा है, पब्लिक माइंड को इंफ्लुआंस करने के लिए।
एक प्रश्न पर कि एक रिपोर्ट आई है कि बीजेपी को पूरे गुजरात इलेक्शन में 600-650 करोड़ की फंडिग मिली है, जबकि कांग्रेस का अपना 90 करोड़ से भी नीचे है, तो कहा जा रहा है कि समान लेवल प्लेइंग फील्ड नहीं मिल रही है, क्या कहेंगे, श्री तन्खा ने कहा कि ये बात तो बहुत पुरानी है, सुप्रीम कोर्ट के सामने है, इसमें कॉन्स्टीट्यूशनल बैंच ऑफ सुप्रीम कोर्ट बॉन्ड्स को लेकर ये बात सुन रहा है और हम लोग भी सुप्रीम कोर्ट के सामने यही तो कह रहे हैं कि ये जो सीक्रेसी है, बिहाइंड इलेक्शन फंडिग, इस सीक्रेसी को हटाइए क्योंकि ये सीक्रेसी खाली रूलिंग पार्टी के पक्ष में जाती है और जो प्रोपोर्शन आ रहा है, फंडिंग का, उससे ही समझ आ रहा है कि पूरे जो बिजनेस ओनर्स हैं, वो खाली रूलिंग पार्टी के अलावा किसी को फंड देने में इंट्रैस्टेड नहीं है और ये प्रजातंत्र के लिए खतरा है। एक और बात हमने जाते-जाते उनसे बोली है। हम लोगों को जानकारी है कि जो बैलेट बॉक्सेस हैं, उनको ठीक से प्रोटेक्ट नहीं किया जाएगा। किस तरह से नहीं किया जाएगा, कैसे फोर्सेस उनके साथ डिप्लॉय नहीं होंगी, जो हमारी इंफोर्मेशन है, हम शाम तक इलेक्शन कमीशन को लिखित रुप में भेज देंगे और आप लोगों को भी उपलब्ध करा देंगे। इसी से संबंधित एक अन्य प्रश्न पर कि ये हिमाचल के बारे में आप बात कर रहे हैं, श्री तन्खा ने कहा कि नहीं, गुजरात की बात कर रहे हैं, हम। हम लोगों के पासइंफोर्मेशन है और हम वो इंफोर्मेशन शाम तक पब्लिक कर देंगे। इसी से संबंधित एक अन्य प्रश्न पर कि आप बैलेट बॉक्सेस की बात कर रहे हैं या पोस्टल बैलेट की, श्री तन्खा ने कहा कि बैलेट बॉक्सेस की।