अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
रोहतक:बीजेपी-जेजेपी सरकार की नीतिगत विफलता की वजह से प्रदेश के युवा नशे व अपराध के दलदल में फंसते जा रहे हैं। ये कहना है पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा का। हुड्डा ‘हाथ से हाथ जोड़ो’ अभियान के तहत आज चिड़ी, खिडवाली, घुसकाणी, जिंदरान और टिटौली गांव में पहुंचे थे। इस मौके पर पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने प्रदेश में भयंकर तरीके से फैल रहे नशे, अपराध व बेरोजगारी पर चिंता जाहिर की।
मुख्यमंत्री के जनसंवाद कार्यक्रम में महिलाओं के साथ हुई घटनाओं पर पूछे गए सवाल के जवाब में हुड्डा ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। उन्होंने कहा कि यह जनसंवाद नहीं बल्कि स्वयं संवाद है। क्योंकि इसमें जनता की बात तो सुनी ही नहीं जा रही। जबकि प्रजातंत्र में जनता की आवाज सबसे ऊपर होती है। उनकी बात को सुनना और उनकी समस्याओं का समाधान करना प्रत्येक जनसेवक की जिम्मेदारी होती है। लेकिन मौजूदा सरकार नशे जैसी गंभीर समस्या की अनदेखी कर रही है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कहा कि युवा शक्ति को सही दिशा देना सरकार की जिम्मेदारी होती है। उदाहरण के तौर पर कांग्रेस कार्यकाल के दौरान उन्होंने इस जिम्मेदारी को समझते हुए प्रदेश में रोजगार के अवसर सृजित किए। साथ ही युवाओं को खेलों की तरफ आकर्षित करने के लिए खेल नीति व गांव-गांव में स्टेडियम बनाए। लेकिन मौजूदा सरकार ने खेल नीति का बंटाधार कर दिया और गांव में बने स्टेडियम को लावारिस छोड़ दिया। क्योंकि यह सरकार प्रदेश के युवाओं को खिलाड़ी नहीं, बल्कि नशेड़ी बनाना चाहती है। आज देश का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ी जंतर-मंतर पर धरना दे रहे हैं, लेकिन प्रदेश सरकार उनका साथ देने की बजाए चुप्पी साधे बैठी है। आज हरियाणा बेरोजगारी में पहले पायदान पर है। प्रदेश में 1,82,000 सरकारी पद खाली पड़े हुए हैं। बढ़ते अपराध की वजह से प्रदेश में नया निवेश भी नहीं आ रहा। जो इक्का-दुक्का भर्तियां होती हैं, उनमें हरियाणा की बजाए अन्य राज्यों के युवाओं को तरजीह दी जा रही है। एसडीओ भर्ती का उदाहरण सभी के सामने है, जिसमें 80% तक दूसरे राज्य के लोगों को भर्ती किया गया। आज विश्वविद्यालयों से लेकर अलग-अलग भर्तियों में मूल निवासियों की अनदेखी हो रही है। ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि आखिर हरियाणा का युवा कहां जाएगा? हताशा के चलते वह अपराध और नशे की तरफ बढ़ेगा।किसानों की स्थिति पर बात करते हुए भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि आज उन्हें न मुआवजा मिल रहा है और ना ही एमएसपी। पिछले दिनों बारिश से हुए नुकसान के मुआवजे का इंतजार अब तक खत्म नहीं हुआ है। यहां तक कि फसल कटने के बाद सरकार गिरदावरी की बात कह रही है। जो सरकार किसानों की आय डबल करने का दावा कर रही थी, उसने किसान की लागत को कई गुना बढ़ा दिया। इसलिए आज किसान, मजदूर, कर्मचारी, व्यापारी से लेकर प्रत्येक युवा, इस सरकार की विदाई चाहता है। हर वर्ग कांग्रेस की तरफ उम्मीद भरी निगाहों से देख रहा है। आने वाले समय में कांग्रेस की सरकार बनना तय है।
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