अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरु का 130वां जन्मदिवस हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव एवं प्रदेश प्रवक्ता सुमित गौड़ के कार्यालय सेक्टर -10 स्थित कांग्रेस भवन में श्रद्धापूर्वक मनाया गया। इस दौरान कांग्रेसियों ने सर्वप्रथम उनके चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम में मुख्य रुप से इस मौके पर मुख्य रुप से मदनवीर सौरोत, वरुण बंसल, विष्णु ठाकुर, आकाश, अमन, सुमित वत्स, ओमपाल कौशिक, भीम, रविन्द्र, उस्मान, गजराज, प्रदीप भट्ट, जितेंद्र चंदेलिया, भोला ठाकुर आदि मुख्य रुप से मौजूद थे। उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सुमित गौड़ ने कहा कि पं. जवाहर लाल नेहरु जी एक आदर्श थे और हमेशा रहेंगे, उनके द्वारा देश निर्माण में दिए योगदान को भारतवासी कभी नहीं भूला सकते।
उन्होंने कहा कि भारत का संविधान 1950 में अधिनियमित हुआ, जिसके बाद पंडित नेहरु ने आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक सुधारों के एक महत्त्वाकांक्षी योजना की शुरुआत की। उन्होंने विदेश नीति में भारत को दक्षिण एशिया में एक क्षेत्रीय नायक के रूप में प्रदर्शित करते हुए उन्होंने गैर-निरपेक्ष आन्दोलन में एक अग्रणी भूमिका निभाई। श्री गौड़ कहा कि आजादी के बाद अंग्रेजों ने करीब 500 देशी रियासतों को एक साथ स्वतंत्र किया था और उस वक्त सबसे बडी चुनौती थी उन्हें एक झंडे के नीचे लाना, नेहरु ने भारत के पुनर्गठन के रास्ते में उभरी हर चुनौती का समझदारी पूर्वक सामना किया। उन्होंने कहा कि जवाहरलाल नेहरू ने आधुनिक भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। उन्होंने योजना आयोग का गठन किया,
विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विकास को प्रोत्साहित किया और तीन लगातार पंचवर्षीय योजनाओं का शुभारंभ किया। उनकी नीतियों के कारण देश में कृषि और उद्योग का एक नया युग शुरु हुआ। नेहरू ने भारत की विदेश नीति के विकास में एक प्रमुख भूमिका निभायी।कांग्रेसियों ने कहा कि जवाहर लाल नेहरु को बच्चों को बहुत स्नेह था, जिसके चलते बच्चे उन्हें चाचा कहकर पुकारते थे और वह चाचा नेहरु के नाम से विख्यात हो गए। उन्होंने कहा कि देश के निर्माण में नेहरु की अह्म भूमिका रही, इसलिए आज उनके जन्मदिन पर उनके बताए मार्ग पर चलने का हम सभी का संकल्प लेते हुए समाज व देशहित में कार्य करने का संकल्प लेना चाहिए।