अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरूग्राम: गुरूग्राम जिला में जल भराव संबंधी शिकायतों के लिए गुरूग्राम महानगर विकास प्राधिकरण द्वारा कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया गया है। इस कंट्रोल रूम पर फोन करके जनसाधारण जल भराव संबंधी शिकायते दें सकते हैं । इन शिकायतों का तत्परता से समाधान किया जाएगा।यह जानकारी आज गुरूग्राम के मंडलायुक्त अशोक सांगवान की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में दी गई। बैठक में बरसाती पानी की निकासी को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में उपस्थित जीएमडीए से मुख्य अभियंता ललित अरोड़ा ने श्री सांगवान को बताया कि जीएमडीए द्वारा जलभराव संबंधी सूचना देने के लिए कंट्रोल रूम में हैल्पलाइन नंबर- 8287863687, 9999665549 तथा 9466155802 शुरू किया गया है। बैठक में ट्रैफिक पुलिस से एसीपी ने बताया कि पुलिस विभाग के टैªफिक हैल्पलाइन नंबर-1095 पर फोन करके ट्रैफिक जाम संबंधी जानकारी दी जा सकती है।
बैठक में मंडलायुक्त ने अधिकारियों से कहा कि सभी अधिकारियों को पता होना चाहिए कि जलभराव के दौरान उन्हें कैसे काम करना है। उन्होंने कहा कि जलभराव की स्थिति से निपटने को लेकर स्टैंडर्ड आप्रेटिंग प्रोसिजर बने है जिसके तहत सभी विभागों की जिम्मेदारी तय है। अधिकारियों को पता होना चाहिए कि उन्हें किस प्रकार अपने उत्तर दायित्वों का निर्वहन करना है। उन्होंने कहा कि अधिकारी एक दूसरे से सामंजस्य स्थापित करें और उसी अनुरूप काम करे। सभी आपस में बेहतर तरीके से कम्युनिकेशन सिस्टम बनाए। बैठक में बताया गया कि गुरूग्राम शहर में बरसाती पानी निकासी के तीन चैनल हैं, जिसमें लेग-1 सिंकदरपुर से शुरू होकर डीएलएफ फेज एक और दो, उद्योग विहार , सैक्टर-21,22, 23 , पालम विहार होते हुए सैक्टर-109 के रास्ते नजफगढ़ ड्रैन में जाती है। लेग-2 सैक्टर-42 से शुरू होकर सैक्टर – 27, 28, 29, हुडा सिटी सैंटर मैट्रो स्टेशन से शीतला माता मंदिर रोड़ होते हुए अशोक विहार से एनपीआर अर्थात् द्वारका एक्सप्रैस वे के रास्ते सैक्टर-107 से नजफगढ़ ड्रैन तक जाती है। इसी प्रकार, लेग-3(बादशाहपुर ड्रैन) गांव घाटा से शुरू होकर वाटिका चैंक होते हुए हीरो होंडा चैंक से सैक्टर-99 के रास्ते नजफगढ़ ड्रैन में जाती है।
बैठक में पिछली बैठक के दौरान जारी किए दिशा-निर्देशों की एक्शन टेकन के बारे में बिंदुवार चर्चा की गई। बैठक में नगर निगम के अधिकारियों ने श्री सांगवान को बताया कि लेग-2 की कनेक्टिंग ड्रैनों की सफाई का काम पूरा किया जा चुका है। इसके अलावा, बैठक में वाटिका चैंक, सुभाष चैंक, महावीर चैंक , पालम विहार, लक्ष्मण विहार, सैक्टर-4ध्7 आदि सहित शहर के विभिन्न स्थानों पर होने वाले जलभराव की स्थिति से निपटने को लेकर अधिकारियों द्वारा रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। मंडल आयुक्त ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि उन्होंने अपने विभाग से संबंधित इन तीनों चैनलों और इनसे जुड़ने वाली ड्रैनों की सफाई के जो काम किए हैं उनकी लिखित में रिपोर्ट प्रस्तुत करें। उन्होंने एनएचएआई के अधिकारियों से कहा कि वे यह सुनिश्चित करेंगे कि दिल्ली-जयपुर हाईवे पर किसी भी सूरत में पानी ना भरे। इसके लिए हाईवे के साथ वाले ड्रेन या कलवर्ट की सफाई करवानी हो या कोई भी उपाय करना हो तो वह एनएचएआई करे।