अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम: उपायुक्त अमित खत्री ने बताया कि सरसों की खरीद गुरुग्राम जिला की तीन मंडियो नामत: फर्रुखनगर, जाटोली व सोहना मंडी में की जाएगी। किसानों को सरसों व गेहूं की खरीद के लिए ‘मेरी फसल मेरा ब्योरा’ के आधार पर दी गई जानकारी के अनुसार कूपन दिए गए हैं ताकि किसान एक साथ अपनी उपज मंडियों में ना लेकर आए और निर्धारित तिथि के अनुसार ही किसान क्रमवार अपनी उपज मंडियों में लेकर आएं। सभी किसानों को भुगतान की राशि सीधे उनके अकाऊंट में की जाएगी।
कोरोना वायरस संक्रमण को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार द्वारा मंडी में सरसों की फसल लाने वाले किसानों की संख्या निर्धारित की गई है। राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देश अनुसार मंडी में सभी किसानों द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने पर बल दिया गया है। जिस किसान को फसल बेचनी है, केवल वही किसान निर्धारित तिथि को मंडी में आए । वह अपने साथ किसी भी अन्य व्यक्ति को ना लेकर आए। किसान अपनी उपज साफ-सुथरी व सुखाकर लाए। राज्य सरकार द्वारा सरसों का न्यूनतम समर्थन मूल्य ₹4425 प्रति क्विंटल रखा गया है।उन्होंने बताया कि निर्धारित मानदंडानुसार सरसों में नमी की मात्रा 8 प्रतिशत से अधिक नही होनी चाहिए। एक किसान से एक दिन में 40 क्विंटल सरसों की ही खरीद की जाएगी।उन्होंनेे बताया कि एक अध्ययन के अनुसार जिला में लगभग 14500 हेक्टेयर भूमि पर सरसों की बिजाई की गई है। इस लिहाज से 20 क्विंटल प्रति हेक्टेयर सरसों की उपज होने का अनुमान है। उन्होंनेे बताया कि मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर जिला के 13,428 किसानो ने सरसों की फसल के लिए अपना रजिस्ट्रेशन किया है। उन्होंंने बताया कि कोविड-19 संक्रमण के चलते15 अप्रैल को मंडियों में किसानों की एक शिफ्ट मेंं संख्या 25 निर्धारित की गई है। 16 अप्रैल से मंडियों में प्रत्येक शिफ्ट के दौरान किसानों की संख्या 50 रहेगी।उन्होंने किसानों से अपील करते हुए कहा कि वे मंडी में सरसों को सुखाकर लाएं ताकि सरसों में नमी की अधिकता से उन्हें कोई परेशानी ना हो। इसके साथ उपायुक्त ने किसानों को बिचौलियों से सावधान रहने के लिए कहा ताकि उन्हें फसल का उचित मूल्य मिल सके।