अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: क्राइम ब्रांच सेक्टर- 17 की टीम ने फिरौती के उद्देश्य से स्कूल मालिक के अपहरण करने के मामले में एक आरोपित को अरेस्ट किया है। अरेस्ट किए गए आरोपित का नाम विकास उर्फ विक्की है जो फरीदाबाद के गांव पुनहेड़ा खुर्द का निवासी है। आरोपित के खिलाफ फिरौती के लिए अपहरण की धाराओं के तहत थाना छांयसा में मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस प्रवक्ता के मुताबिक पुलिस को दी अपनी शिकायत में जेसीएम स्कूल के चेयरमैन राजबीर ने बताया कि वह गांव पुनहेड़ा खुर्द का निवासी है और स्कूल के साथ-साथ मोहना रोड पर उसका एक पेट्रोल पंप भी है। बीते 30 जून को पीड़ित के पास एक नंबर से फोन आया जिसमें आरोपित ने खुद को टेकचंद बदमाश बताते हुए उससे 10 लाख रुपए की फिरौती मांगी। फिरौती न देने की सूरत में उसको जान से मारने की धमकी दी गई। इसके पश्चात बदमाश टेकचंद के एक अन्य साथी मनोज ने भी पीड़ित राजबीर के पास फिरौती के लिए कई बार फोन किया। आरोपितमनोज पीड़ित राजबीर के गांव का ही निवासी है। इस मामले में आरोपित विकास टेकचंद और राजबीर के बीच मिडिएटर का काम कर रहा था और टेकचंद की बात फोन पर राजबीर से करवाता था। टेकचंद और मनोज ने मिलकर इसके पश्चात कई बार राजबीर को फिरौती के लिए फोन किया। कुछ समय तक पश्चात फोन आने बंद हो गए। इसके पश्चात 1 सितंबर की रात 10 बजे जब राजबीर अपने पेट्रोल पंप पर मौजूद था तो वहां पर आरोपित मनोज अपने तीन अन्य साथियों के साथ मिलकर बिना नंबर की स्विफ्ट गाड़ी में सवार होकर आया और बंदूक की नोक पर राजबीर को अपनी गाड़ी में बैठाकर ले गए और उससे 10 लाख की फिरौती मांगी। आरोपितों ने कहा कि यदि इस बार फिरौती नहीं दी तो उसका काम तमाम कर दिया जाएगा और धमकी देकर उसे बेहबलपुर मोड़ के पास उतारकर चले गए। राजबीर ने इस घटना के बारे में अपने परिजनों को बताया जिसके पश्चात पीड़ित ने इसकी सूचना पुलिस को दी और गत 13 सितंबर को आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस आयुक्त विकास अरोड़ा ने मामले में तुरंत संज्ञान लेते हुए आरोपितों की धरपकड़ के निर्देश दिए जिसके तहत क्राइम ब्रांच – 17 प्रभारी इंस्पेक्टर संदीप मोर ने एक टीम का गठन करके मामले की जांच शुरू की। पुलिस टीम ने कड़ी मशक्कत करते हुए गुप्त सूत्रों की सहायता से इस गैंग में शामिल आरोपित विकास उर्फ विक्की को अंखिर चौक से गिरफ्तार कर लिया। आरोपित को अरेस्ट करके अदालत में पेश किया गया जहां से उसे 2 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। पुलिस रिमांड के दौरान आरोपित ने बताया कि वह टेकचंद गैंग के सदस्य मनोज का जानकर है और उसने ही टेकचंद की बात पीड़ित राजबीर से करवाई थी जिसने पीड़ित से 10 लाख रुपए की फिरौती मांगी थी। पुलिस प्रवक्ता के अनुसार वारदात के दिन आरोपित विकास ही राजबीर को अपनी मोटर साइकिल पर बैठाकर उसके पेट्रोल पंप पर लाया था जहां से उसका अपहरण कर लिया गया। आरोपित के कब्जे से वारदात में प्रयोग मोटर साइकिल और फोन बरामद किया गया है। पूछताछ पूरी होने के पश्चात आरोपित को अदालत में दोबारा पेश करके जेल भेज दिया गया है और इस वारदात में शामिल आरोपितों की तलाश करके उन्हें जल्द अरेस्ट किया जाएगा।
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