अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की एआरएससी,अपराध शाखा, दिल्ली की टीम ने अपहरणकर्ता को गिरफ्तार किया हैं। गिरफ्तार किए गए आरोपित का नाम रामतेज कनौजिया, उम्र 30, निवासी जनता जीवन कैंप, ओखला, दिल्ली है। इस आरोपित ने अपने साथियों के साथ खुद को साइबर क्राइम, चंडीगढ़ पुलिस का अधिकारी बताकर एक व्यक्ति का अपहरण कर लिया था व फिरौती की मांग की थी। ये आरोपित एफआईआर नंबर – 523/2020, भारतीय दंड संहिता की धारा 365/364ए/ 368/386/323/506/120बी/34, थाना मंडावली, दिल्ली में वांछित व उद्घोषित अपराधी घोषित था।
विशेष डीसीपी अपराध रविंदर सिंह यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रधान सिपाही अभिनव त्यागी को गुप्त सूचना मिली कि थाना मंडावली, दिल्ली के सनसनीखेज अपहरण मामले में वांछित अपहरणकर्ता रामतेज कनौजिया, हरकेश नगर, दिल्ली में छिपा है। अगर समय पर जाल बिछाया जाए तो उसेपकड़ा जा सकता है। तदनुसार, आरोपितों को पकड़ने के लिए उपायुक्त अमित गोयल द्वारा सहायक आयुक्त अरविंद कुमार की देखरेख में व निरीक्षक मंगेश त्यागी और निरीक्षक रोबिन त्यागी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। जिसमें सहायक उप निरीक्षक नीरज, प्रधान सिपाही नवीन, प्रधान सिपाही अमित, प्रधान सिपाही इंद्रजीत और प्रधान सिपाही अभिनव शामिल थे। यादव का कहना हैं कि उपरोक्त सूचना के अनुसार टीम द्वारा हरकेश नगर, दिल्ली में जाल बिछाया गया और आरोपित रामतेज कनौजिया, उम्र 30 वर्ष, निवासी जनता जीवन कैंप, ओखला, दिल्ली को सफलतापूर्वक पकड़ लिया गया।पूछताछ के दौरान आरोपी रामतेज कनौजिया ने दिल्ली के थाना मंडावली के एक मामले में अपनी संलिप्तता स्वीकार की। उसने आगे खुलासा किया कि उसने अपने सहयोगियों के साथ पांडव नगर, दिल्ली से एक व्यक्ति का अपहरण किया था और अपहृत व्यक्ति के रिश्तेदारों से फिरौती की राशि वसूल की थी। फिरौती की रकम में से ₹ 2.5 लाख आरोपी रामतेज कनौजिया के बैंक खाते में मिले थे। इस सन्दर्भ में प्राथमिकी संख्या 523/2020, धारा 365/364ए/ 368/ 386/323/506/120 बी/34 भारतीय दण्ड संहिता, थाना मंडावली, दिल्ली में दर्ज की गई थी। जांच के दौरान उसके अन्य साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया था लेकिन आरोपित रामतेज कनौजिया मामला दर्ज होने के बाद से ही अपनी गिरफ्तारी से बच रहा था। बाद में उसे इस मामले में उद्घोषित अपराधी घोषित कर दिया गया था।उनका कहना हैं कि आरोपित रामतेज कनौजिया, उम्र 35 साल, निवासी ओखला, दिल्ली, 10वीं कक्षा तक ही पढ़ा है। वर्ष 2011 में, उसने एक इलेक्ट्रीशियन के रूप में काम करना शुरू किया और बाद में फोन तकनीशियन के रूप में भी काम किया। वर्ष 2020 में वह राहुल के संपर्क में आया और फिरौती के लिए अपहरण जैसे अपराध में शामिल हो गया | इन दिनों वह अपने पिता के साथ विदेशों में मैनपावर मैनेजमेंट के कारोबार में काम कर रहा था।
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