अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
नोएडा सेक्टर- 58 कोतवाली पुलिस ने निवेश के नाम पर साइबर फ्रॉड करने वाले अंतरराज्यीय गैंग का भंडाफोड़ करते हुए एक महिला समेत 8 लोगों को अरेस्ट किया है. यह गैंग अलग अलग ग्रुप बना कर अलग-अलग क्षेत्रों में सीनियर सिटीजन और रिटायर ऑफिसर्स का डाटा इकट्ठा करता था और उन्हें ठगी का निशाना बनाता था. इनके कब्जे से 47 लाख 55 हजार रुपये कैश, 4 लग्जरी गाड़ियां, एक हार्ले डेविडसन बाइक, 16 मोबाइल फोन, 6 लैपटॉप और 85 आधार कार्ड समेत अन्य सामान बरामद किया है.
पुलिस की गिरफ्त में खड़े निखिल जाधव उर्फ नीरज कुमार, शंभूनाथ उर्फ अजहर उर्फ अजरुदीन , ए.के त्रिपाठी उर्फ विकास उर्फ अटल उर्फ रामप्रताप उर्फ अमरपाल,ए.के गुप्ता उर्फ सोहन उर्फ स्वाति सेठिया और प्रीति त्यागी उर्फ नीतू आर्य, सुनील विहान और शाहरुख खान को पुलिस ने सीनियर सिटीजन और रिटायर ऑफिसर्स पर निवेश के नाम पर साइबर फ्रॉड कर ठगी करने का आरोप है. डीसीपी राजेश एस ने बताया कि एनटीपीसी से सेवानिवृत्त जीएम रियाज हसन ने बीमा कराने के नाम पर 1.44 करोड़ रुपये ठगने की शिकायत 2021 में की थी। मामले की जांच के बाद कोतवाली सेक्टर-58 के प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार की टीम ने आरोपियों को डासना से गिरफ्तार किया हैं।
डीसीपी नोएडा ने बताया कि इनमें मास्टर माइंड नीरज ने दिल्ली से एमबीए किया। वह नोएडा में कोलोप्लास्ट कम्पनी में 15 लाख पैकेज में काम करता। वर्तमान में मुम्बई में ईएसएसआईटीवाई इंडस्ट्री प्रालि में लगभग 30 लाख पैकेज पर काम करता था। सहयोगी अमरपाल ने मेरठ एफआईटी से एमसीए किया था उसके बाद कुछ समय कंपनी में काम किया उसके बाद स्वयं का एनजीओ जीवन छाया चलाता है जिसके माध्यम से फर्जीवाड़ा भी करता है। गैंग का सरगना शम्भूनाथ (फर्जी नाम) उर्फ अजहर उर्फ अजहरउद्दीन है। ये आरोपी पहले बुजुर्गों से बातचीत कर उनका हालचाल लेते थे और फिर आकर्षक ऑफर बनाकर इंश्योरेंस कंपनियों में निवेश करने के लिए तैयार करते थे। इसके बदले उन्हें कंपनी के फर्जी कागज भेजते थे। कुछ पैसे निवेश करने के बाद उन्हें उससे अधिक रकम कुछ समय में ही रिफंड कर देते थे। इससे बुजुर्गों का विश्वास बढ़ जाता था। पीड़ित रियाज हसन को भी इन आरोपियों ने पहले सात लाख रुपये वापस कर दिए थे। इसके बाद उनका विश्वास इन पर बढ़ गया था और 1.44 करोड़ रुपये निवेश कर दिए। आरोपियों के पकड़े जाने पर रियाज हसन की पत्नी नफीस फातिमा ने नोएडा पुलिस का शुक्रिया अदा किया है। फातिमा ने बताया कि जिंदगी भर की कमाई चली गई थी। नोएडा पुलिस ने उसे वापस दिलाकर हमें जीने का रास्ता दिया है।इस गैंग ने अलग-अलग राज्यों जैसे मुम्बई, जामनगर गुजरात, पुणे व राजस्थान आदि जगह पर रहने वालो ऐसे लगभग 250-300 लोगों के के साथ फ्रॉड किया गया जा चुका है। नीरज, अमरपाल व अहजर के द्वारा सभी लोगों को कस्टमर से बात करने का टारगेट दिया जाता था तथा जो पैसा आता था उसको सभी लोगो को बांटा जाता था। हमारे पास कुछ नहीं बचा था। इस खुलासे के बाद कोतवाली सेक्टर-58 के प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार की टीम को संयुक्त पुलिस आयुक्त लव कुमार की तरफ से 50 हजार रुपये और डीसीपी नोएडा राजेश एस की तरफ से 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है।
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