अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
एक महिला को ड्रग्स और मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसाने का डर दिखाकर 84 लाख रुपये की ठगी करने वाले साइबर गैंग को बैंक खाता उपलब्ध कराने वाले शातिर अपराधी को थाना साइबर क्राइम पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार किया है. इसके कब्जे से साइबर ठगी में इस्तेमाल किया गया मोबाइल बरामद किया हैं। उमेश महाजन ठगी करने वाले साइबर गैंग को बैंक खाता उपलब्ध कराया था, जिसमें 5 लाख 110 रुपए ट्रांसफर हुए थे. जबकि साइबर ठगों ने पीड़िता को डिजिटल अरेस्ट कर फर्जी पासपोर्ट, क्रेडिट कार्ड व अवैध मादक पदार्थो की बिक्री का भय दिखा कर 84 लाख रुपये की ठगी की थी। साइबर थाना पुलिस टीम की गिरफ्त में खड़ा यह साइबर अपराधी उमेश महाजन हैं जिसे साइबर थाना की पुलिस टीम ने दिल्ली से गिरफ्तार किया हैं.
एसीपी साइबर क्राइम विवेक रंजन ने बताया कि सेक्टर-45 में रहने वाली पीड़िता ने गत 26 जून को इसकी शिकायत थाना साइबर क्राइम को लिखित सूचना दी गई थी. उन्होंने बताया कि पीड़िता की शिकायत पर जब साइबर क्राइम पुलिस टीम द्वारा जाँच की गई तो पता चला कि पीड़िता के खाते से आरोपी द्वारा विभिन्न बैंक खातो में धनिराशि ट्रान्सफर की गई है जिसमें एक बैंक खाता (सिटी यूनियन बैंक) जिसका खाताधारक अभियुक्त उमेश महाजन है जो दिल्ली के राजौरी गार्डन मे रहता है के सिटी यूनियन बैंक खाते में वादिनी मुकदमा के बैंक खाते से 5 लाख 110 रुपए ट्रांसफर हुए है। उक्त उमेश महाजन के सम्बंध में जानकारी एकत्रित की गई जिसको को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया। एसीपी साइबर विवेक रंजन ने बताया कि आरोपी से पूछताछ की गई तो उसने बताया सीयान नाम के व्यक्ति से व्हाट्सएप पर संपर्क किया गया जो एक बैंक खाता उपलब्ध कराने पर को 30,000 रुपये प्रदान करता था, उस व्यक्ति को अभियुक्त उमेश महाजन ने अपना बैंक खाता जिस पर रजिस्टर्ड मोबाइल को हटाकर उसके स्थान पर एक फर्जी सिम लेकर उस अकाउंट में रजिस्टर्ड करा दिया था उस खाते को बाद में सियान नाम के व्यक्ति को उपलब्ध करा दिया इस प्रकार उसके द्वारा अपने अन्य साथियों के भी अकाउंट खुलवा कर उन पर फर्जी नाम पते से लिए गए सिम नम्बर को रजिस्टर कर ओटीपी शेयर कर साइबर अपराधियों को उपलब्ध करा दिया गया। जिसके एवज में इसको अलग से पैसा मिलता रहा था ।
Related posts
0
0
votes
Article Rating
Subscribe
Login
0 Comments
Oldest
Newest
Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments