अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम: साइबर क्राइम ब्रांच ने एक फर्जी कॉल सेंटर के जरिए विदेशी नागरिकों को लूटने वाले 4 लोगों को गिरफ्तार किए हैं। इस फर्जी सेंटर का मुख्य संचालक अभी भी फरार हैं जिसे जल्द पकड़ ने का दावा पुलिस कर रही हैं.पुलिस ने छापेमारी के दौरान एक लेपटॉप व कंप्यूटर के15 हार्ड डिस्क के अलावा अन्य सामानों को बरामद किए हैं। आज पकड़े गए चारों आरोपियों को अदालत के सम्मुख पेश किया गया जहां से तीन आरोपियों को जेल भेज दिया,जबकि एक आरोपी को एक दिन के पुलिस रिमांड पर लिया हैं। सभी आरोपियों के खिलाफ साइबर क्राइम ब्रांच थाने में विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया हैं।
एसएचओ सुरेश कुमार का कहना हैं कि मुखबिर के द्वारा सूचना मिली थी कि प्लाट नंबर -97, सेक्टर-37 में एक फर्जी कॉल सेंटर चलाया जा रहा हैं। इसके बाद उन्होनें इस बात की सूचना अपने बड़े अधिकारी को बताया और उनके आदेश मिलने के बाद उन्होनें एक विशेष टीम गठित की और गठित की गई टीम को मुखबिर द्वारा बताए गए स्थान पर भेज दिया। उनका कहना हैं कि छापेमारी के दौरान उनकी टीम ने एक लैपटॉप व कंप्यूटर के 15 हार्ड डिस्कट के अलावा अन्य सामानों को बरामद किए हैं और वहां से 4 लोगों को गिरफ्तार किए गए हैं। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने पुलिस को बतलाया कि उनके पास अमरीकी नागरिकों का data जैसे कि नाम, मोबाइल न., ईमेल ID, एड्रेस आदि ईमेल से उपलब्ध होता था। ये लोग सर्वर की मदद से बल्क में वॉइस मेल भेजते थे जिसमें उनके सोशल सिक्योरिटी रेजिस्ट्रेशन बन्द होने की वार्निंग दी जाती थी। इसके समाधान हेतु ये लोग एक टोल फ्री न. भी देते थे और कहते हैं कि इस समस्या के समाधान हेतु इस न. पर कॉल करके इसका समाधान करा सकते हो।
अमेरिका में सोशल सिक्योरिटी रेजिस्ट्रेशन बहुत महत्वपूर्ण है जिससे वहां के नागरिकों को अनेक सुविधाएँ प्रदान की जाती हैं अतः वॉइस मेल प्राप्त होने पर वो दिए गए टोल फ्री न. पर कॉल करते और समाधान करने का अनुरोध करते। ये ठग उस व्यक्ति से अपना परिचय अमेरिका के संबंधित विभाग का प्रतिनिधि बताते तथा समाधान की फीस के लिए i tune card या google card के नम्बर की मांग करते। पीड़ित व्यक्ति घबराकर नकद या क्रेडिट कार्ड से i tune card या google card खरीदकर उसका नंबर इन ठगों को बता देते थे। कॉल सेन्टर संचालक इन गिफ्ट कार्डों को पकड़े गए उपरोक्त व्यक्तिओं को उनका हिस्सा देकर बाकी अपने पास रख लेता था।
उनका कहना हैं कि इस तरीके से यह लोग प्रति दिन 2 लाख रुपए कमाते थे। पकड़े गए आरोपियों के नाम योगेश बाबलानी निवासी मकान नंबर SBX-11, आदीपुर, जिला कच्छ, गुजरात, हाल निवासी विपुल वर्ल्ड ए, फ्लैट नंबर ए-104, 3rd फ्लोर, सैक्टर-48, गुरुग्राम, उम्र 34 वर्ष,शिक्षा 12वीं व कम्प्यूटर डिप्लोमा, मिलन सागर निवासी जेठल अपार्टमेन्ट फ्लैट नम्बर A-2, न्यू CG रोड़, गांधी नगर, गुजरात, हाल निवासी मसूदपुर नजदीक माता मंदिर, पोस्ट ऑफिस वाली लेन, वसंत कुन्ज,नई दिल्ली, उम्र 32, शिक्षा बी.कॉम, जय जेठानी निवासी निवासी मकान नंबर MIG-82, के.के. नगर सोसायटी, सैक्टर-02, अहमदाबाद, गुजरात, हाल विपुल वर्ल्ड ब्लॉक ए, फ्लैट नंबर ए-9 ग्राउंड फ्लोर, सैक्टर-48, गुरुग्राम, उम्र-27, शिक्षा बी.कॉम (प्रथम वर्ष) व जितेंद्र गिल निवासी गाँव ककराली, जिला रूप नगर,पंजाब, हाल निवासी मकान नंबर-80 ,मसूदपुर, पोस्ट ऑफीस वाली गली नजदीक माता मन्दिर, वसन्त कुन्ज, नई दिल्ली, उम्र 31 वर्ष,शिक्षा बी.ए. हैं ,