अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली:भारतीय यूथ कांग्रेस ने सोमवार को ‘यंग इंडिया के बोल’ मंच के पांचवें संस्करण का शुभारंभ किया है। इस दौरान एनएसयूआई प्रभारी कन्हैया कुमार और यूथ कांग्रेस अध्यक्ष उदय भानु चिब की उपस्थिति में मंच से जुड़ा पोस्टर भी लॉन्च किया गया। देश के युवा मंच के जरिए बेरोजगारी और नशाखोरी के खिलाफ अपनी बात रख सकेंगे। इस मंच पर रजिस्टर करने के लिए “With IYC” ऐप डाउनलोड करना होगा।
नई दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकार वार्ता करते हुए यूथ कांग्रेस अध्यक्ष उदय भानु चिबने कहा कि आज देश के युवाओं में बेरोजगारी और नशाखोरी की दो बड़ी समस्याएं हैं। इसके खिलाफ यूथ कांग्रेस ने आंदोलन शुरू किया है, जिसका नाम ‘नौकरी दो, नशा नहीं’ है। यह सब जानते हैं कि युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है, हजारों-लाखों करोड़ का नशा हमारे देश के युवाओं को तबाह कर रहा है। इसे रोकने की जिम्मेदारी मोदी सरकार की है, लेकिन इस ओर उसका बिल्कुल भी ध्यान नहीं है। प्रधानमंत्री मोदी का पूरा ध्यान अपने दोस्त अडानी को बचाने में है।
इसके खिलाफ यूथ कांग्रेस लगातार प्रयास कर रही है, इसलिए हम चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा युवा हमारे साथ जुड़ें। कई युवा हमारे साथ जुड़ना चाहते हैं, लेकिन आंदोलन में नहीं आ सकते। उनके लिए यूथ कांग्रेस ने ‘यंग इंडिया के बोल’ के पांचवें संस्करण को लॉन्च किया है। इसके जरिए यूथ कांग्रेस ने देश के युवाओं को एक मंच दिया है, ताकि वे बेरोजगारी और नशाखोरी के खिलाफ अपनी बात रख सकें। इसमें सभी युवाओं को बराबरी का मौका मिलेगा और जो अच्छे वक्ता होंगे उन्हें संगठन में भी जगह दी जाएगी। वहीं कन्हैया कुमार ने कहा कि यूथ कांग्रेस लगातार देश के युवाओं के मुद्दों पर संघर्ष करती है। देश में युवाओं के हालात कैसे बदलें, उनकी समस्याओं को कैसे हल किया जाए, हम उसके लिए कई तरह के रचनात्मक प्रोग्राम भी करते रहे हैं। ‘यंग इंडिया के बोल’ देश भर के नौजवानों के लिए अपना पक्ष रखने और हमारे साथ जुड़ने का एक मंच है। इसके माध्यम से युवा बेरोजगारी के खिलाफ अपनी बात रखेंगे। आज देश में युवाओं के पास रोजगार नहीं है। हालात ये हैं कि आईआईटी-आईआईएम वालों को भी रोजगार नहीं मिल रहा। भारत दुनिया का सबसे नौजवान देश है। 55 प्रतिशत जनसंख्या युवा है, दुनिया का हर पांचवां युवक भारतीय है। इतना नौजवान भारत कभी नहीं था। इतनी नौजवान आबादी, पढ़े लिखे युवा होने के बावजूद वास्तवविकता यह है कि एक घंटे में दो नौजवान आत्महत्या कर रहे हैं। यह दर किसानों की आत्महत्या दर से भी अधिक है। यह कितनी दर्दनाक बात है कि जनसंख्या वृद्धि दर से आत्महत्या वृद्धि दर आगे निकल गई है। ऐसा क्यों हो रहा है। इसकी वजह है कि एक तरफ पढ़े-लिखे नौजवान के पास पांच हजार रुपये की नौकरी नहीं है, वहीं एक अन्य नौजवान की शादी में पांच हजार करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। कन्हैया कुमार ने कहा कि नौजवानों को साजिश के तहत नशे में धकेला जा रहा है। नौजवान अगर होश में होगा, तो नौकरी मांगेगा। इसलिए उसको नशे में धकेलने की साजिश की जा रही है।कन्हैया कुमार ने कहा कि मानव इतिहास में आज पहली बार ऐसा हो रहा है कि नौजवान नौकरी लेने से पहले ऋणी हो जाता है। उसे शिक्षा ऋण लेना पड़ता है और समय पर भर्ती परीक्षा होती नहीं, अगर हो भी जाए तो पेपर लीक हो जाता है। जिस कोर्स की पढ़ाई पांच हजार में हुआ करती थी, आज पांच लाख में मात्र एडमिशन हो रहा है, लेकिन उसके बाद नौकरी भी नहीं है। देश में युवाओं की आत्महत्या दर हमारे सामने चुनौती बनकर खड़ी है। अगर सरकार चाहे तो रोजगार दिया जा सकता है। पूंजीपतियों का 16 लाख करोड़ का कर्ज माफ कर दिया जाता है तो छोटे रोज़गार करने वालों को भी ऋण दिया जाना चाहिए। कन्हैया कुमार ने युवाओं से यूथ कांग्रेस की मुहिम से जुड़ने की अपील की और कहा कि नौजवान तरक्की करेंगे, तभी देश तरक्की करेगा।
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