अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस का आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ दिल्ली में घटित होने वाले विभिन्न प्रकार के उच्च स्तरीय आर्थिक अपराधों की विवेचना हेतु एक विशेष इकाई के तौर पर कार्य करता है। यहां बैंक, भूमि, भवन, आवासीय व पोंजी योजनाओं सम्बन्धी घोटालों और अन्य उच्च मूल्यीय परम्परागत व आधुनिक धोखाधड़ी व जालसाजी के मामलों की विशेषीकृत जांच की जाती है। विभिन्न मामलों के विश्लेषण से सामने आने वाली संस्थागत कमियों व निवेशकों/पीड़ितों की असावधानियों को रेखांकित कर इन अपराधों के कारकों को चिन्हित किया जाता है और तदुपरांत विभिन्न मंचों पर सम्बंधित हित-वर्गों के लाभ हेतु इन्हें साझा किया जाता है।
इसी कड़ी में इस कार्य को और अधिक सुगमता और सहजता प्रदान करने के लिए दिल्ली पुलिस ने भारतीय स्टेट बैंक के सहयोग से आर्थिक अपराध जागरूकता रथ -‘प्रबोधिनी’को विशेष रूप से तैयार किया है। यह सभी आवश्यक और आधुनिक दृश्य-श्रव्य सामग्री से सुसज्जित है। मॉल, पार्क,कॉलेज, स्कूल एवं अन्य सार्वजनिक स्थलों पर इस जागरुकता रथ द्वारा आर्थिक अपराधों के बारे में नवीनतम जानकारी प्रदान कर जन साधारण को जागरूक व सावधान करने का समुचित प्रयास किया जाएगा।प्रबोधिनी की सहायता से विभिन्न स्थानों पर लघु फिल्मों, पाठ्य सामग्री और जनसंवाद द्वारा लोगों के साथ शिक्षण हेतु सक्रिय संचार स्थापित किया जाएगा।
विभिन्न आर्थिक अपराधों के बारे में विस्तार से बतलाकर इनसे बचने के उपायों को समझाया जाएगा व इस विषय में लोगों के प्रश्नों व संदेहों का भी समुचित निराकरण किया जाएगा। जागरुकता के इस अभियान में भारतीय रिजर्व बैंक, सेबी एवं अन्य वित्तीय संस्थाओं के प्रतिनिधि भी सम्मिलित किए जायेंगें। मूल्य आधारित सामाजिक चेतना व अधिक से अधिक लोगों से सार्थक जुड़ाव हेतु यह दिल्ली पुलिस की एक विशेष पहल है।