अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: दक्षिण जिले के थाना हौज ख़ास के स्टाफ ने भीख मांगने की आड़ लूट की वारदात को अंजाम देने के जुर्म में गिरफ्तार किया हैं। चारों आरोपितों को मुकदमा नंबर – 435/20, भारतीय दंड सहिंता की धारा 392 व 34 आईपीसी के तहत दर्ज मुकदमे में गिरफ्तार किया गया हैं। पुलिस की माने तो गिरफ्तार महिलाओं के नाम साहिना, सबीना, टीना व सुनीता हैं। इस केस की जांच अभी धड्ड्ले से जारी हैं। सभी आरोपित महिलाओं की उम्र 22 साल से लेकर 30 साल के बीच की हैं। इन महिलाओं से लूटी गई 500 रूपए बरामद कर ली गई हैं।
पुलिस के मुताबिक बीते 30 अक्टूबर को दोपहर 12:35 बजे थाना हौज खास में डकैती के संबंध में पीसीआर कॉल आई। तत्काल, आईओ कर्मचारियों के साथ अपराध यानी अपराध के स्थान पर पहुंच गए । ऑबइंडो मार्ग, हौज खास,दिल्ली के ओपीपी डॉ.लाल पथ लैब जहां शिकायतकर्ता महिला ने बताया कि रात करीब 12:20 बजे वह अपनी कार में अकेली बैठी थी क्योंकि उसका बेटा कुछ टेस्ट के लिए पैथ लैब के अंदर गया था । 4 महिलाएं वहां आईं और शुरू हुईं भिक्षाटन के लिए भीख मांगना। उसने उन्हें 5 रुपये देने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने ।इसके बाद शिकायतकर्ता ने उन्हें 50 रुपए का नोट देने की कोशिश की, लेकिन वे दूर नहीं गए और उसे सबसे बड़ा नोट देने के लिए धमकाना शुरू कर दिया, वरना उसे मार दिया जाएगा ।शिकायतकर्ता भयभीत होकर 500 रुपये का नोट निकाल लिया जिसे महिलाओं ने लूट लिया और गायब हो गया ।उसकी शिकायत पर थाना हौज खास में एफआईआर नंबर- 435/20, यू/एस-392/34 आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई।
इस मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए एसआई हेमा राम, एचसी भुवन, सीटी अशोक, डब्ल्यू/सीटी की टीम अक्षय के नेतृत्व में ममता, एसएचओ ,हौज खास की समग्र देखरेख में ।अपराध में शामिल आरोपी महिलाओं को पकड़ने के लिए रजनीश एसीपी,हौज खास का गठन किया गया और विशिष्ट कार्यों के साथ विस्तृत किया गया ।जांच के दौरान टीम ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज एकत्र किए। अपराध स्थल और संक्षेप में अपराधियों के बारे में कोई सुराग पाने के लिए विश्लेषण किया ।थाने के बीट स्टाफ को भी घटनाओं के बारे में बताया गया और स्थानीय मुखबिरों को चुस्त-दुरुस्त करने और एक बार में मानव खुफिया विकसित करने का निर्देश दिया गया।एकत्रित सूचना के आधार पर अपराधियों के बारे में कोई सुराग पाने के लिए सूत्रों को लगाया गया।स्टाफ की लगन और मेहनत के बाद अपराध में शामिल सभी 4 महिलाओं की पहचान कर उन्हें पकड़ा गया जिनकी बाद में पहचान साहिना, सबीना, टीना और सुनीता के रूप में हुई।