अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: दिल्ली के मोहन नगर थाना पुलिस ने दिल्ली में अवैध रूप से रहने के आरोप में तीन नाइजीरिया मूल के विदेशी नागरिकों को अरेस्ट किया हैं। ये तीनों नाइजीरियन नागरिक अपना वीजा व पासपोर्ट नहीं दिखा सकें। पुलिस की माने तो दिल्ली में ज्यादात्तर नाइजीरियन नागरिक ड्रग की तस्करी व साइबर क्राइम में शामिल पाए गए हैं। इस लिए पुलिस की इन नाइजीरियन के ऊपर पुलिस की सख्त नजर रहती हैं।
पुलिस के मुताबिक विदेशी नागरिकों की बढ़ती संख्या राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आसान धन कमाने के अवसरों की तलाश में हैं । मोहन गार्डन पुलिस स्टेशन में लगभग 3.75 लाख की मिश्रित आबादी है। बहुत सारे विदेशी नागरिक (ज्यादातर अफ्रीकी देशों से संबंधित) इस क्षेत्र में रह रहे हैं और उनमें से कुछ नकली वीजा व एक्सपायर्ड वीजा के साथ रह रहे हैं। उनके खिलाफ स्थानीय लोगों और दूसरे क्षेत्र के लोगों को ड्रग्स सप्लाई करने के मामले भी दर्ज हैं। इसके अलावा साइबर फ्रॉड के कुछ मामले भी सामने आए हैं, जिनमें कुछ विदेशी शामिल पाए गए हैं।
पुलिस की माने तो 22 दिसम्बर -2020 को जीडी नंबर 47ए, एचसी जितेंद्र और डब्ल्यू/सीटी के माध्यम से क्षेत्र गश्त के दौरान राधा, पीएस मोहन गार्डन को तीन विदेशी नागरिक मिले, नामत (i) क्रिस्टोफर ओसिनाका उम्र 33 साल, (ii) जॉन पॉल की उम्र 38 साल हैं ,(iii) सिंथिया उलुम्मा की उम्र 28 साल,नाइजीरिया से संबंधित सभी लोग रामा पार्क रोड,मोहन गार्डन में घूमते हुए पाए गए। एचसी जितेंद्र ने उनसे अपना वीजा और पासपोर्ट दिखाने को कहा लेकिन वे भारत में रहने के लिए कोई वैध पासपोर्ट या वीजा दिखाने में नाकाम रहे । अवैध रूप से रह रहे विदेशियों के खिलाफ नवंबर -2020 के महीने में लगातार कार्रवाई जारी रखी जा रही है। पिछले एक महीने के दौरान 30 नवंबर -2020 तक तीन विदेशी (अफ्रीकी मूल) नागरिकों को एफआरआरओ के समन्वय से निर्वासित किया गया था जिन्हें पीएस मोहन गार्डन की स्थानीय पुलिस ने पकड़ा था।