अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह की अंतरराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय गैंग्स पर नकेल कसने की पहल के तहत पहली बार दिल्ली पुलिस खतरनाक भगोड़े अपराधी दीपक बॉक्सर को मेक्सिको से भारत ले आई है। दिल्ली पुलिस के इतिहास में सम्भवतः पहली बार, एक व्यापक, बहु-महाद्वीपीय और संयुक्त पुलिस एवं प्रशासकीय प्रयास से एक खतरनाक भगोड़े अपराधी को मेक्सिको से भारत वापस लाइ गई रहा है। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह हर प्रकार के अंतरराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय अपराधी-आतंकी गठजोड़ और संगठन को जड़ से खत्म करने के लिए कटिबद्ध है। वे पुलिस और अन्य संबन्धित एजेंसियों के साथ नियमित बैठकें कर इसकी समीक्षा करते हैं।
इसी कड़ी में गृह मंत्री ने अगस्त 2022 में दिल्ली पुलिस की कार्य समीक्षाओं के बाद स्पेशल सेल और क्राइम ब्रांच को विशेष निर्देश दिए थे कि वे देश या विदेश के किसी भी कोने में छुपने की कोशिश करने वाले संगठित अपराधियों और आतंकियों का कानूनी पीछा करें और उन्हे न्यायिक प्रक्रिया के सामने ला कर खड़ा करें। खतरनाक भगोड़े अपराधी दीपक बॉक्सर को मेक्सिको से गिरफ्तार कर भारत लाना इसी दिशा में एक बहुत बड़ी सफलता है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को बहुवाँछित अपराधी और खतरनाक सरगना दीपक बॉक्सर के भारत से बाहर भाग जाने की गुप्त सूचना मिलने के बाद यह ऑपरेशन शुरू किया गया। दीपक बॉक्सर, लॉरेंस बिश्नोई अपराध समूह का एक बेहद खतरनाक अपराधी है जो दिल्ली पुलिस के निम्नलिखित मुकदमो में वांछित चल रहा है :
S No.
प्रकोष्ठ संख्या, धारा, पुलिस थाना
1. 252/18 3 व 4 महाराष्ट्र कंट्रोल ऑफ ऑर्गेनाइज्ड क्राइम एक्ट
अलीपुर
2. 608/22 385 भारतीय दंड संहिता अलीपुर
3. 643/22 387 भारतीय दंड संहिता अलीपुर
4. 872/22 387 भारतीय दंड संहिता पश्चिम विहार पूर्व
5. 585/22 387 भारतीय दंड संहिता विकासपुरी
6. 295/20 302 भारतीय दंड संहिता व 25/27 शस्त्र अधिनियम, अमन विहार
7. 09/20 302/34 भारतीय दंड संहिता व 25/27
शस्त्र अधिनियम,कंझावला
8. 379/20 302/34 भारतीय दंड संहिता व 25/27
शस्त्र अधिनियम,नरेला औद्योगिक क्षेत्र
9. 62/21 302/34 भारतीय दंड संहिता व 25/27
शस्त्र अधिनियम,अलीपुर
10. 85/21 186/353/332/307/224/225/482/392/
397/120ख भारतीय दंड संहिता व 25/27 शस्त्र अधिनियम, जी टी बी एन्क्लेव
लगतार हो रहे अपराधो की वजह से दीपक बॉक्सर व उसके गिरोह के खिलाफ गत 16 मार्च 2023 को एक मुकदमा (संख्या 73/23) पुलिस थाना स्पेशल सेल में दर्ज किया गया जिसके तहत वर्तमान ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। इस मुक़दमे में संकल्प लिया गया कि दीपक पहल उर्फ बॉक्सर, पुत्र सुरेश सिंह पहल, निवासी गांधी कॉलोनी, गन्नौर, सोनीपत, हरियाणा को दुनिया के किसी भी कोने से ढूंढ निकालना है। लगभग एक महीने तक चली वृहद पूछताछ और तकनीकी प्रक्रियाओं से पता चला कि दीपक फ़र्ज़ी पासपोर्ट पर भारत से भागने के बाद, कई देशों में ठहरते हुए , दक्षिणी अमेरिकी महाद्वीप के मेक्सिको पहुँच गया है। मेक्सिको पहुँचने के पीछे उसकी मंशा मानव तस्करों के सहारे अमेरिका पहुँचने की थी जहां वो अपने अन्य साथियों से जुड़ जाता और वहीं से बैठ कर दिल्ली और आस पास के राज्यों में फैले अपने संगठित अपराध समूह की गतिविधियां चलाता रहता। दीपक के मेक्सिको पहुँचने की पुष्टि के बाद इस आपरेशन के दूसरे चरण में अमेरिका के FBI और मेक्सिको पुलिस के साथ परस्पर सहयोग से दीपक को मेक्सिको में ढूंढने की कारवाई शुरू हुई। इसके बाद एक सघन सूत्र से ये पता चला कि दीपक ने बरेली, उत्तर प्रदेश से रवि अंतिल नाम से एक फर्जी पासपोर्ट बनवाया और उसकी मदद से जनवरी 2023 में कोलकाता हवाई अड्डे से विदेश भाग गया है। लगभग एक सप्ताह तक दीपक के सभी पुराने साथियों, उसके आपराधिक सहयोगियों और निकट संबंधियों से गहन पूछताछ चली। बेहद जटिल तकनीकी प्रक्रियाओं के सहारे पूछताछ से निकली जानकारियों को प्रमाणित किया गया और पूरे 12 घण्टे के टाइम-ज़ोन अंतर के बावजूद, लगभग रियल टाइम पर, मेक्सिको और FBI के अधिकारियों के साथ जानकारियों को साझा किया गया। इन जानकारियों पर कारवाई करते हुए दीपक को मेक्सिको के समुद्र तट से सटे शहर कैनकुन में ढूंढ निकाला। मानव तस्करों और नारकोटिक्स माफिया के दुष्प्रभाव के कारण कैनकुन एक कुख्यात शहर माना जाता है। विपरीत परिस्तिथियों के बावजूद मेक्सिको पुलिस और FBI के एजेंटो के सहयोग से ज़मीनी काम होता रहा। इस पूरी प्रक्रिया में इंटरपोल, CBI और दिल्ली पुलिस के अधिकारी भी परोक्ष रूप से जुड़े रहे जिससे आपसी समन्वय और जानकारी का लगातार आदान प्रदान चलता रहा। दीपक के एक फ़र्ज़ी पासपोर्ट के सहारे मानव तस्करी के मार्गों से मेक्सिको पहुँचने की वजह से मेक्सिको प्रशासन से उसके जल्दी से जल्दी डेपोर्टेशन (deportation) करने का अनुरोध किया गया। मेक्सिको सिटी स्थित भारतीय दूतावास भी इस प्रक्रिया से जुड़ गया, साथ ही तुरंत दिल्ली पुलिस के अनुभवी फील्ड अफसरों की एक टीम मेक्सिको सिटी भेजी गई । इस टीम का काम भारतीय दूतावास, मेक्सिको प्रशासन और पुलिस तथा FBI के साथ समन्वय बनाना था ताकि दीपक के आपराधिक नेटवर्क की ओर से किसी भी प्रकार की कानूनी अड़चन उत्पन्न होने से पहले ही उसके डेपोर्टेशन की कार्रवाई सम्पन्न कारवाई जा सके। दीपक को टर्की के इस्तांबुल होते हुए नई दिल्ली लाया जा रहा है। एक खतरनाक भगोड़े अपराधी दीपक बॉक्सर को भारत लाने के इस महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय प्रयास में दोनों देश की प्रमुख ख़ुफ़िया एजेंसियों, गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, विभिन्न देशों के दूतावास, इंटरपोल,CBI, दिल्ली स्थित अधिकारियों और FBI तथा मेक्सिको पुलिस के उच्चाधिकारियों ने हर कदम पर दिल्ली पुलिस का साथ दिया।