अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
दिल्ली की अपराध शाखा, चाणक्यपुरी की अंतरराज्यीय प्रकोष्ठ की एक टीम ने मोहम्मद दानिश निवासी हौज काजी, दिल्ली, उम्र 40 वर्ष नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से अंतरराष्ट्रीय ब्रांडों की 80,400 प्रतिबंधित सिगरेट जब्त की हैं, जिसकी कीमत बाजार में लगभग 8 लाख रुपए है। डीसीपी क्राइम , आदित्य गौतम ने आज जानकारी देते हुए बताया कि उप-निरीक्षक गौरव को लाल कुआं, हौज काजी, दिल्ली के इलाके में प्रतिबंधित सिगरेट के एक बड़े स्टॉक के बारे में एक गुप्त सूचना मिली थी और समय पर छापेमारी से पूरे स्टॉक को बरामद किया जा सकता है.
सिंडिकेट की पूरी साजिश का पता लगाने और आरोपित व्यक्ति को पकड़ने के लिए निरीक्षक सतेंद्र मोहन की देखरेख और रमेश चंद्र लांबा, सहायक आयुक्त पुलिस/ अंतरराज्यीय प्रकोष्ठ की देखरेख में निरीक्षक महिपाल सिंह, उप-निरीक्षक गौरव, सहायक उप-निरीक्षक जफरूद्दीन, सत्यवीर, प्रधान सिपाही नवीन, सुनील, सुरेंद्र और महिला सिपाही मंजू की एक समर्पित टीम गठित की गई। दिनांक 08 अप्रैल 2025 को लाल कुआं, हौज काजी, दिल्ली के एक फ्लैट में छापेमारी की गई, जहां से कई ब्रांडों की प्रतिबंधित सिगरेट बरामद की गईं। फ्लैट के मालिक मोहम्मद दानिश के पास से प्रतिबंधित सिगरेट बरामद की गई स्टॉक का बाजार मूल्य ₹ 8.04 लाख है। जांच करने पर पता चला कि जब्त सिगरेट के डिब्बों पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी वैधानिक चेतावनी नहीं है। तदनुसार, पुलिस थाना अपराध शाखा, दिल्ली में एफआईआर संख्या 85/25, धारा 7/20 सिगरेट और अन्य तम्बाकू उत्पाद अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया और जांच शुरू की गई।
पूछताछ और कार्यप्रणाली:
डीसीपी क्राइम गौतम का कहना है कि पूछताछ के दौरान, मोहम्मद दानिश ने स्वीकार किया कि वह पिछले 02 सालों से आयातित सिगरेट के अवैध व्यापार में लिप्त है। वह फरमान नामक व्यक्ति और उसके साथियों से सिगरेट खरीदता था और आगे उसे छोटे सिगरेट की दुकानों में अच्छे मुनाफे पर सप्लाई करता था। स्थानीय बाजार में आयातित सिगरेट की बहुत मांग है।
बरामदगी:
पांच अंतर्राष्ट्रीय ब्रांडों जिसमे एस्से ब्लैक, एस्से ब्लैक गोल्ड, कैमल गोल्ड टर्किश, रोथमैन्स और पार्लियामेंट की कुल 80,400 प्रतिबंधित सिगरेटें जब्त की गईं, जिनकी कीमत 8.04 लाख रुपये है।
आरोपी का परिचय:
मोहम्मद दानिश ने किरोड़ीमल कॉलेज (दिल्ली यूनिवर्सिटी) से स्नातक तक की पढ़ाई की है, दिल्ली के मौजपुर में फिश एक्वेरियम की दुकान चलाता है और इंटीरियर डिजाइनर का काम भी करता है। उसने जल्दी पैसे कमाने के लिए करीब 2 साल पहले यह अवैध धंधा शुरू किया था। मामले की जांच जारी है।
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