अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली:दिल्ली समेत पूरे देश में स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मौजूदगी में आज दिल्ली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी और यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट लंदन के बीच एक अहम समझौता हुआ। इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दोनों यूनिवर्सिटी के बीच हुआ यह समझौता देशभर में ढ़ेर सारे विश्वस्तरीय खिलाड़ी तैयार करने के हमारे सपने को साकार करेगा। हर भारतीय के दिल में हमेशा यह टिस रहती है कि 130 करोड़ लोगों का देश होने के बाद भी हम अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खेलों में चंद मेडल ही जीत पाते हैं। हमारी दिल्ली स्पोर्ट्स पॉलिसी का मकसद भी दिल्ली में स्पोर्ट्स कल्चर तैयार कर एक गरीब बच्चे तक स्पोर्ट्स को पहुंचाना है और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत के लिए ज्यादा से ज्यादा मेडल लाना है।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी दिल्ली की नहीं, पूरे देश की धरोहर है। देश भर में जहां से और जिस क्षेत्र में प्रतिभा मिलेगी, हम उसको दिल्ली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी में लेकर आएंगे। आने वाले समय में यह समझौता न केवल दिल्ली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी, बल्कि पूरे देश में खेलों के लिए एक ऐतिहासिक समझौता साबित होगा।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मौजूदगी में आज दिल्ली सरकार के दिल्ली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी और यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट लंदन के बीच एक समझौता (एमओयू) पर हस्ताक्षर हुआ। चाणक्यपुरी में आयोजित कार्यक्रम में भारत और यूके के बीच उच्च शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग करने के उद्देश्य से यह समझौता किया गया है। इससे दोनों विश्वविद्यालय आपस में ज्ञान का आदान-प्रदान, खेल विज्ञान, स्टाफ और छात्र विनिमय के क्षेत्र में अनुसंधान और नवाचार के अवसरों का पता लगाने में सहयोग करेंगे।
साथ ही, स्पोर्ट्स मैन-पॉवर के लिए नए पाठ्यक्रम और कैरियर का विकास करेंगे, जिससे दोनों देशों में खेल के इकोसिस्टम में सुधार हो। इस अवसर यूके यूनिवर्सिटीज के अंतरराष्ट्रीय निदेशक विविएने स्टर्न और ब्रिटिश काउंसिल इंडिया के कंट्री डायरेक्टर बारबरा विकम, दिल्ली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी की कुलपति कर्णम मल्लेश्वरी के अलावा भारत और यूके के सीनियर एजुकेशन लीडर समेत अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे। दिल्ली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी और यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट लंदन के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के उपरांत सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज हम लोगों के लिए बहुत ही खुशी का दिन है कि दिल्ली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी और यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट लंदन के बीच में यह एग्रीमेंट साइन किया जा रहा है। दिल्ली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी अभी कुछ समय पहले ही बनी थी और एक बहुत बड़ा विजन लेकर बनी थी। दिल्ली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी केवल दिल्ली के लिए नही, बल्कि पूरे देश के लिए बनी है।
मेरे दिल में एक बात हमेशा टिस करती रहती है और मैं समझता हूं कि यह केवल मेरे दिल में ही नहीं, बल्कि भारत के हर नागरिक के दिल में यह बात टिस करती है कि 130 करोड़ लोगों का हमारा यह देश है। हमारे देश के लोगों में इतनी प्रतिभा और हुनर है। जब हम अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खेलों में जाते हैं, तो 130 करोड़ लोगों का देश होने के बाद भी हम लोग चंद मेडल ही जीतने में कामयाब हो पाते हैं। इसी को मद्देनजर रखते हुए हमने कई लोगों से चर्चा की और उस सपने को पूरा करने के लिए हम लोगों ने दिल्ली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी बनाई है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मुझे आज भी याद है कि दिल्ली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी की कुलपति कर्णम मल्लेश्वरी जब पहली बार मुझसे मिलने के लिए आईं, तो मैंने उनको एक ही बात कही थी कि हम आपके बहुत बड़े प्रशंसक हैं। अब आप यूनिवर्सिटी में प्रशासक की भूमिका में आ रही हैं। जब आप यूनिवर्सिटी की कुलपति बन जाएंगी, तो आपको भारत के हर नागरिक का सपना पूरा करना है। मैंने यह भी कहा कि आने वाले समय में दिल्ली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी सफलता इसी बात से मापी जाएगी कि अगले और उसके अगले ओलंपिक में देश को कितने मेडल मिले। दिल्ली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी को मैं दिल्ली की धरोहर नहीं मानता, दिल्ली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी देश की धरोहर है। इसे हम लोगों ने देश के लिए तैयार किया है। यह केवल दिल्ली के लोगों के लिए सीमित नहीं होगी, बल्कि देश भर से जहां से भी प्रतिभा मिलेगी, जिस क्षेत्र में भी प्रतिभा मिलेगी, उसको हम दिल्ली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी में लेकर आएंगे। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज मुझे बेहद खुशी है कि इतने कम समय में ही यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट लंदन के साथ दिल्ली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी का यह एग्रीमेंट हुआ है। अगर हम कहें तो यह एक तरह से पहला माइलस्टोन है। इतने कम समय में हम लोगों ने यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट लंदन से संपर्क किया और वे एग्रीमेंट के लिए तैयार हो गए। यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट लंदन का स्पोर्ट्स के क्षेत्र में बहुत ही ज्यादा अनुभव है और उनका ओलंपिक के साथ बहुत ही गहरा रिश्ता रहा है। आज यह जो एक रिश्ता कायम हुआ है, इससे हमारा सपना पूरा करने में बहुत मदद मिलेगी। आने वाले समय में हम ऐसे और बहुत सारे एग्रीमेंट साइन करेंगे। पूरी दुनिया भर में जहां से भी हमें मदद मिलेगी, हम हर जगह एग्रीमेंट साइन करेंगे। हमने दिल्ली की जो स्पोर्ट्स पॉलिसी बनाई है, उसमें भी लिखा है कि मोटे तौर हमारे दो मकसद हैं। पहला, दिल्ली के अंदर स्पोर्ट्स कल्चर तैयार कर एक गरीब बच्चे तक भी स्पोर्ट्स पहुंचाना है। दूसरा, अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हम भारत के लिए ज्यादा से ज्यादा मेडल लेकर आएं। यह एग्रीमेंट एक मील का पत्थर साबित होगा। सीएम अरविंद केजरीवाल ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के लिए ब्रिटिश काउंसिल इंडिया के कंट्री डायरेक्टर बारबरा विकम समेत अन्य गणमान्य लोगों के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि मुझे विश्वास है कि आज का दिन हम सभी के लिए एक ऐतिहासिक दिन साबित होगा और आने वाले दिनों में यह एग्रीमेंट न केवल दिल्ली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी, बल्कि पूरे देश में खेलों के लिए एक ऐतिहासिक समझौता साबित होगा। सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, ‘‘आज हमने भारतीय खिलाड़ियों को विश्व स्तरीय खेल प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट लंदन के साथ एक समझौता पर हस्ताक्षर किया है। यह पूरे देश के लिए एक ऐतिहासिक समझौता साबित होगा। दिल्ली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी कई पदक विजेता ओलंपियन तैयार करेगी।’’इस दौरान ब्रिटिश काउंसिल इंडिया के कंट्री डायरेक्टर बारबरा विकम ने भारत और ब्रिटेन के बीच संस्थागत संबंधों के रिश्तों को मजबूत करने और ब्रिटिश काउंसिल के निरंतर प्रयासों का समर्थन करने के लिए सीएम अरविंद केजरीवाल की सराहना की। बारबरा विकम ने कहा कि केजरीवाल सरकार, दिल्ली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी और पूर्वी लंदन विश्वविद्यालय को इस साझेदारी के लिए हार्दिक बधाई। यह एथलेटिक्स में करियर बनाने के इच्छुक छात्रों के लिए अत्यधिक फायदेमंद रहेगा। शिक्षा के अंतर्राष्ट्रीयकरण में दिल्ली के लंबे समय से भागीदार के रूप में हम यूके के साथ दूरदर्शी उच्च शिक्षा सहयोग करके बहुत खुश हैं। भारत में चल रहे यूके एचई सेक्टर प्रतिनिधिमंडल के दौरान हम ऐसे कार्यक्रमों की उम्मीद कर रहे हैं, जो शिक्षण और सीखने की गुणवत्ता को समृद्ध करेंगे। इससे छात्रों और दिल्ली के युवाओं को बेहतर अवसर मिलेंगे। यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट लंदन (यूईएल) अपनी मजबूत ओलंपिक और पैरालंपिक विरासत के साथ ब्रिटेन में खेल का सबसे महत्वाकांक्षी और सबसे बेहतर विश्वविद्यालय है। यूईएल का कहना है कि विज़न 2028 की रणनीति के तौर पर हम खेल को सीखने की आवश्यक शर्त के रूप में देखते हैं। हम खेल के सभी स्तरों पर गतिविधियों को प्रोत्साहित करते हैं। हमारे विशेष कार्यक्रमों से लेकर क्लबों तक यह सुनिश्चित करते हैं, क्योंकि फिटनेस सभी के लिए है। खेल को बढ़ावा देने के लिए अब हम दिल्ली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी के साथ जुड़े है, जो भारत के साथ हमारे गहरे और महत्वपूर्ण संबंधों के चलते हमारे लिए एक विशेष समझौता है। यह समझौता भारत से संबंधों को ओर मजबूत करेगा। हम एक प्रभावशाली साझेदारी बनाने के लिए डीएसयू के साथ काम करने के लिए उत्सुक हैं, जो एथलीटों को उनके सपने पूरा करने में मदद करेगा और खेल के फ़ायदों को समझने में मदद करेगा। केजरीवाल सरकार ने अंतरराष्ट्रीय खेल टूर्नामेंट, विशेष रूप से ओलंपिक के लिए खिलाड़ी तैयार करने के लिए दिल्ली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी की स्थापना की है। डीएसयू के माध्यम से केजरीवाल सरकार का लक्ष्य उन सभी बाधाओं को दूर करना है, जिनका सामना भारत में एक उभरते खिलाड़ी को करना पड़ सकता है। विश्वविद्यालय उन सभी को समान और निष्पक्ष अवसर प्रदान करेगा, जो अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करना चाहते हैं। विश्व स्तरीय प्रशिक्षण और बुनियादी ढांचे के अलावा, उन्हें अपने प्रदर्शन को सुधारने में विज्ञान के माध्यम से भी मदद मिलेगी। इसके अलावा, डीएसयू यह भी सुनिश्चित करेगा कि गुणवत्तापूर्ण खेल शिक्षा के माध्यम से प्रत्येक खिलाड़ी को खेल के क्षेत्र में एक वैकल्पिक करियर का मौका मिले। इसलिए हमें आदर्श वाक्य ‘यहाँ खेल ही पढाई है’ को पूरा करना है। डीएसयू का कहना है कि यूईएल के साथ पहला अंतर्राष्ट्रीय गठजोड़ बहुत महत्व रखता है। डीएसयू ने खुद को खेल की दुनिया में स्थापित किया है। हमारा लक्ष्य खेल प्रदर्शन, प्रशिक्षण और अनुसंधान के मामले में वैश्विक मानकों तक पहुंचना है। हम यूईएल के मार्गदर्शन को लेकर खुश हैं। भारत के खेल के स्तर को बदलने के लिए यूईएल के साथ सहयोग करने के लिए उत्साहित हैं। हम खेल के क्षेत्र में उन्नति की दिशा में एक साथ काम करने के लिए तत्पर हैं। अपने खिलाड़ियों को उनके लक्ष्य हासिल करने में मदद करने के लिए बेहतर वातावरण प्रदान करते हैं।
उल्लेखनीय है कि यूके के इंटरनेशनल एजुकेशन चैंपियन स्टीव स्मिथ और दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के बीच दुबई (दिसंबर 2021) व लंदन (मई 2022) में ब्रिटिश काउंसिल द्वारा हुई बातचीत के माध्यम से साझेदारी हुई है। डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने दिल्ली सरकार के शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ 25 मई 2022 को लंदन में यूईएल परिसर में सुविधाओं को देखने और मॉडल को गहराई से समझने के लिए दौरा किया था। बता दें कि 1898 में स्थापित यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट लंदन ने एक महत्वाकांक्षी वैश्विक खेल रणनीति लागू की है। विश्वविद्यालय के तीन परिसर हैं, जो लंदन 2012 ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों के मेजबान नगर न्यूहैम में स्थित हैं। ये परिसर दो ओलंपिक स्थलों स्ट्रैटफ़ोर्ड में ओलंपिक पार्क और डॉकलैंड्स में एक्सेल सेंटर के करीब हैं। इसके बाद, लंदन में 2012 ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों की अगुवाई में टीम यूएसए के लिए उनके परिसर की सुविधाओं का उपयोग प्रशिक्षण आधार के रूप में किया गया था। इसके अलावा, विश्वविद्यालय के पास अनुसंधान, छात्र भागीदारी और खेल भागीदारी के क्षेत्रों में कई ओलंपिक और पैरालंपिक परियोजनाएं हैं।
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इस इस दौरान मीडिया से बात करते हुए सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैंने माननीय केंद्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह जी से मिलने का समय मांगा है। आज सुबह मैंने चिट्ठी लिखकर गृहमंत्री से मिलने का समय मांगा है। मैं उम्मीद करता हूं कि केंद्रीय गृहमंत्री जल्द मिलने का समय देंगे। वहीं, सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि लगातार हो रहे कश्मीरी पंडितों के नरसंहार पर चर्चा करने के लिए माननीय केंद्रीय गृह मंत्री जी से मैंने मिलने का समय मांगा है।