अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद:पृथला विधानसभा क्षेत्र के गांव असावटी के बूथ नंबर 88 में धांधली के मामले में चुनाव आयोग ने इस बूथ पर जहां 19 मई को पुन: मतदान कराने का निर्णय लिया वहीं अब बूथ नंबर 87 के मतदाताओं ने भी सामने आकर स्पष्ट किया कि उनके बूथ पर भी दबंगों का कब्जा था और उनसे भी जबरदस्ती वोटिंग करवाई गई। इस मामले को लेकर बसपा प्रत्याशी मनधीर सिंह मान ने जिला उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अशोक कुमार गर्ग को ज्ञापन सौंपा और इस बूथ पर भी पुन: वोटिंग करवाने की मांग की। मान ने मांगपत्र के साथ बूथ पर हुई धांधली के सभी सबूत भी संलग्र किए है।
मनधीर सिंह मान ने कहा कि लोकतंत्र के इस महापर्व के दौरान जबरन वोटिंग की घटनाएं होना दुखद है, इस तरह की हरकतों से लोगों का लोकतंत्र से विश्वास उठ जाएगा। उन्होंने कहा कि हर मतदाता को अधिकार होता है कि वह अपने मत का प्रयोग किसी रुप में व किसी भी प्रत्याशी को दे सकता है,ऐसे में बूथ कैप्चरिंग व जबरन वोटिंग की घटनाओं ने फरीदाबाद का नाम पूरे प्रदेश सहित देशभर में झुकाने का काम किया है। उन्होंने उपायुक्त से मांग की कि वह इस मामले में गंभीरता से जांच करें और इस बूथ पर भी पुन: मतदान करवाए क्योंकि यहां के मतदाताओं ने जबरन वोटिंग की शिकायत दर्ज करवाई है। जिला निर्वाचन अधिकारी अशोक कुमार गर्ग ने बसपा प्रत्याशी को निष्पक्ष जांच करवाने का आश्वासन दिया है। गौरतलब है कि पृथला विधानसभा के गांव असावटी का पोलिंग बूथ सवालों के घेरे में फंसा हुआ है,12 मई को बूथ नंबर 88 पर पोलिंग एजेंट की बार बार दखलंदाजी करने की वीडियो वायरल हुई थी। जिस पर चुनाव आयोग ने संज्ञान लेते हुए पीठासीन अधिकारी अमित अत्री को निलंबित कर दिया और नवनियुक्त जिला उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अशोक गर्ग की निगरानी में 19 मई को री पोलिंग करवाने का फैसला लिया है, अब इस गांव के एक और बूथ का मामला प्रकाश में आने के बाद चुनाव आयोग क्या कदम उठाता है, यह तो आने वाला समय ही बताएगा।