अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: आपदा के समय आमजन के हित में बेहतरीन कार्य करने वाले देशभर के आपदा मित्र शुक्रवार को सूरजकुंड स्थित होटल राजहंस में जुटेंगे। देशभर के 36 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों से इस सम्मेलन के लिए 250 से ज्यादा डेलीगेट व वालियंटर आ रहे हैं। इस पूरा दिन चलने वाले सम्मेलन में यह आपदा मित्र अपने-अपने अनुभव सांझा करेंगे और भविष्य में किसी भी आपदा से कैसे निपटा जाए इसके लिए एक साझा रणनीति भी तैयार करेंगे। उपायुक्त विक्रम सिंह ने बताया कि आपदा मित्र योजना देशभर में 1,00,000/- स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित करने के लिए पूरे भारत में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा कार्यान्वित एक केंद्र प्रायोजित योजना है। इस योजना का उद्देश्य सामुदायिक स्वयंसेवकों को बुनियादी कौशल प्रदान करना है, जिनकी उन्हें आपदा के दौरान और उसके बाद अपने समुदाय की तत्काल आवश्यकता पर प्रतिक्रिया देने के लिए आवश्यकता होगी।
ये प्रशिक्षित स्वयंसेवक आपदा प्रतिक्रिया, समन्वय और प्रबंधन की बुनियादी तकनीकों का उपयोग करके जीवन बचाने में सहायता कर सकते हैं। प्रत्येक स्वयंसेवक को एक आपातकालीन प्रतिक्रिया किट और तीन साल के लिए बीमा कवर और जिला/ब्लॉक स्तर पर आपातकालीन प्रतिक्रिया रिजर्व प्रदान किया गया है।उपायुक्त ने बताया कि हरियाणा राज्य में 12 दिनों के गहन प्रशिक्षण कार्यक्रमों में 2100 स्वयंसेवकों को आपदा मित्र के रूप में प्रशिक्षित करने की योजना को लागू करने के लिए जिला फरीदाबाद, गुरुग्राम, कुरुक्षेत्र, नूंह, पंचकुला, रेवाड़ी, सोनीपत और यमुनानगर का चयन किया गया है। सभी 2100 स्वयंसेवकों को नागरिक सुरक्षा, होमगार्ड, एनवाईकेएस, एनसीसी, पीआरआई और गांवों से चुना गया है। प्रशिक्षण कार्यक्रमों में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित की गयी है। स्वयंसेवकों को जिला प्रशासन और विपरीत परिस्थितियों में कार्य करने के लिए प्रशिक्षण दिया गया ताकि दोनों आसानी से तालमेल और सामंजस्य में काम कर सकें। संबंधित जिला स्तर पर प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित किए गए हैं। स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित करने के लिए,संबंधित जिले की एमएएच इकाइयों से जिला अधिकारियों/उत्पत्ति जैसे जिला अग्निशमन अधिकारी, जिला रेडक्रॉस सोसाइटी, होमगार्ड और नागरिक सुरक्षा, औद्योगिक स्वास्थ्य और सुरक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा प्रशिक्षक के संसाधन व्यक्तियों को लगाया गया है।स्वयंसेवकों को अग्नि, सुरक्षा , प्राथमिक चिकित्सा, खोज एवं बचाव और जीवन रक्षक तकनीकों से संबंधित व्यावहारिक और व्यावहारिक प्रशिक्षण भी दिया गया है। प्रत्येक स्वयंसेवक को एक आई-कार्ड और प्रशिक्षण मॉड्यूल प्रदान किया गया है और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के पूरा होने पर आपदा मित्र के रूप में एक प्रशिक्षण प्रमाणपत्र प्रदान करके प्रमाणित किया गया है। इन प्रशिक्षित स्वयंसेवकों का डेटा केंद्रीकृत डेटाबेस के लिए एनडीएमए द्वारा बनाए गए वेब पोर्टल https://mis.aapdamitra.ndma.gov.in/index.php/admin/login पर भी अपलोड किया गया है। प्रत्येक स्वयंसेवक को एक आपातकालीन प्रतिक्रिया किट और तीन साल के लिए बीमा कवर भी प्रदान किया जा रहा है।
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