अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम ने आज एक पचास के ईनामी एक शख्स को दिल्ली के आज़ादपुर स्थित रामेश्वर नगर के पास से गिरफ्तार किया हैं। गिरफ्तार किए गए आरोपित का नाम रेहान निवासी रानी झांसी रोड , दिल्ली हैं। इस शख्स पर आरोप हैं कि इसकी लापरवाही से हुई अग्निकांड में 45 लोगों की जान चली गई जिसमें 9 नाबालिग बच्चे शामिल हैं और 21 लोग झुलस कर घायल हो गए थे जिनमें 6 नाबालिग बच्चे शामिल हैं। इस आरोपित के खिलाफ भारतीय दंड सहिंता की धारा 304 , 308 , 34 आरडब्लू 9 जे जे एक्ट के तहत केस दर्ज हैं।
पुलिस के मुताबिक 8 दिसंबर -2019 में दिल्ली के सदर बाजार के नई अनाज मंडी में दुकान नंबर -8273 व 8274 में अचानक भयंकर आग लग गई थी। इस अग्निकांड में 45 लोगों की जान चली गई थी जिसमें 9 नाबालिग बच्चे शामिल थे और 21 लोग बुरी तरह से घायल हो गए थे। इनमें भी 6 नाबालिग बच्चे शामिल थे। इस मामले में थाने में भारतीय दंड सहिंता की धारा 304 , 308 , 34 ,आरडब्लू 9 जे जे एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया था। इस केस के नम्बर 1 आरोपित रेहान घटना वाले दिन से फरार चल रहा था। इस आरोपित रेहान पर दिल्ली पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर 50 हजार रूपए की घोषणा की थी। क्राइम ब्रांच की विशेष टीम ने एक सूचना के बाद आज़ाद पुर, रामेश्वर नगर , दिल्ली के पास से गिरफ्तार कर लिया हैं। पुलिस की माने तो जिन परिसरों में आग लगी थी, उनमें दो आसन्न संपत्तियां (8273 और8274 अनाज मंडी) शामिल थीं, जिनमें से दोनों आपस में जुड़े हुए हैं।यह संपत्ति इमरान और उसके भाई रेहान के संयुक्त स्वामित्व में है और वर्ष 2007 में खरीदी गई थी। उस समय इमारत केवल 2 मंजिल ऊंची थी। बाद में यह इमारत 5 मंजिला इमारत में तब्दील हो चुकी थी।
भाइयों ने विभिन्न व्यक्तियों-संस्थाओं को भवन किराए पर लिया था और कई छोटी विनिर्माण इकाइयां अवैध रूप से भवन के अंदर चल रही थीं। भीड़भाड़ वाले क्वार्टरों ने आग के प्रभाव को बढ़ा दिया था जिसके परिणाम स्वरूप इतने सारे लोगों की जान गई थी, जिनमें से अधिकांश गरीब मजदूर थे,जो इमारत के अंदर रुके और काम करते थे । इमरान 5वीं कक्षा तक पढ़ा हैं। वह जमीन के मालिक हैं, 4 और 5वीं मंजिल की प्रॉपर्टी नंबर-10 है ।8273, अनाज मंडी, दिल्ली।वह ग्राउंड फ्लोर से प्लास्टिक निर्माण की एक छोटी सी यूनिट चलाते थे और प्लास्टिक प्लेट, मग, स्टूल और हैंगर बनाते थे।बाकी संपत्ति उसे किराए पर दे दी थी। आग लगने की घटना के बाद वह छिप गया था और अपने रिश्तेदारों के साथ मेरठ, आगरा, रायपुर, अजमेर और सीलमपुर, दिल्ली में रह रहा था। उसे गिरफ्तार कर आगे की जांच के लिए 5 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है।